रायबरेली। पहले दिन-रात एक करके आलू की फसल का उत्पादन किया। पैदावार हुई तो अब आलू भंडारण के लिए किसानों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। शीतगृहों के सामने आलू भरे वाहन खड़े हैं, लेकिन भंडारण के लिए उन्हें इंतजार करना पड़ रहा है। जिले में इस बार 50 हजार किसानों ने 6100 हेक्टेयर क्षेत्रफल पर आलू की खेती की थी। जिले में करीब ढाई लाख मीट्रिक टन से ज्यादा आलू का उत्पादन हुआ है। अधिकतर आलू की खुदाई लगभग हो चुकी है। एक लाख 20 हजार मीट्रिक टन आलू का उत्पादन सिर्फ सलोन तहसील क्षेत्र में हुआ है। सलोन को आलू उत्पादन के लिए मिनी फर्रुखाबाद भी कहा जाता है। जिला उद्यान विभाग के आंकड़ों के मुताबिक जिले में मौजूूदा समय में 27 कोल्ड स्टोरेज हैं। इन कोल्ड स्टोरेज में एक लाख 90 हजार 609 मीट्रिक टन आलू भंडारण की क्षमता है। अब लालगंज, सलोन, रोहनिया समेत अन्य ब्लॉक क्षेत्रों में आलू भंडारण के लिए किसान शीतगृहों में पहुंच रहे हैं। आलू रखने के लिए किसानों को रात गुजारनी पड़ रही है। इससे उन्हें परेशानी झेलनी पड़ रही है। वर्ष 2022 में करीब दो लाख मीट्रिक टन आलू का उत्पादन हुआ था। इस बार आलू उत्पादन ज्यादा हो गया है।
इनसेट
रेट कम, उत्पादन अधिक, एक साथ खुदाई बनी वजह
मौजूदा समय में आलू चार रुपये से लेकर छह रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है। वहीं जनवरी माह में आलू का भाव 15 से 20 रुपये प्रति किलो था। इस बार उत्पादन भी अधिक हुआ है। बाजार में रेट कम होने पर किसान आलू भंडारण करने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं, ताकि बाद में आलू की बिक्री करके वह मुनाफा कमा सके। साथ ही इस बार एक साथ किसानों ने आलू की खुदाई कर दी। काफी किसानों ने मशीनों से आलू की खुदाई की। इस वजह से आलू भंडारण परेशानी का सबब बनी है।
सात कोल्ड स्टोरेज में लटक गया ताला
वैसे तो जिले में 31 कोल्ड स्टोरेज थे, लेकिन इधर सात कोल्ड स्टोरेज में ताला लटक गया है। शीतगृह मालिकों की ओर से कोल्ड स्टोरेज बंद कर दिए जाने के कारण इस बार आलू भंडारण की क्षमता और कम हो गई है।
इस बार आलू का उत्पादन अधिक हुआ है। आलू के रेट भी कम हो गए हैं। इसलिए किसान एक साथ कोल्ड स्टोरेज पहुंचकर आलू भंडारण कर रहे हैं। इस वजह से किसानों की भीड़ कोल्ड स्टोरेज पर बढ़ी है। अभी कोल्ड स्टोरेज खाली हैं। कोल्ड स्टोरेज में आलू रखने का रेट 270 रुपये प्रति क्विंटल रखा गया है। -चंद्रशेखर रस्तोगी, कोल्ड स्टोरेज संचालक, सलोन इनसेट
आलू भंडारण में हो रही परेशानी
रोहनिया। हसनगंज गांव के देवतादीन, अरखा गांव के किसान आशीष कुमार मौर्य कहते हैं कि क्षेत्र के कोल्ड स्टोरेज में आलू भंडारण करने में परेशानी हो रही है। आलू रखने के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। दो से तीन दिन का समय लग रहा है। इससे दिक्कत हो रही है। समस्या दूर कराए जाने की जरूरत है।
किसानों को नहीं होने देंगे समस्या
जिले में संचालित 24 कोल्ड स्टोरेज में आलू भंडारण कराने का प्रयास किया जा रहा है। बड़े किसानों के साथ ही छोटे किसानों का आलू भी शीतगृहों में रखवाया जा रहा है। इस बार आलू उत्पादन भी बंपर हुआ है। सलोन तहसील क्षेत्र में दो और कोल्ड स्टोरेज खुलवाने की प्रक्रिया कराई जा रही है, ताकि किसानों के सामने आलू भंडारण में किसी तरह की कोई परेशानी न होने पाए। -केशवराम चौधरी, जिला उद्यान अधिकारी