उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के सदर सांसद महंत आदित्यनाथ ने धर्मांतरण को राष्ट्र विरोधी कृत्य करार दिया। वहीं संघ प्रमुख के उस बयान से सहमति जताई जिसमें उन्होंने घर वापसी को जायज करार दिया है।
कहा कि किसी काल खंड में यदि कोई लोभ लालच या दबाव में दूसरे धर्म में चला गया और वह अपने धर्म में लौट रहा है तो इस पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए, जबकि प्रदेश सरकार उस पर रोक लगा रही है।
सदर सांसद ने धर्मांतरण पर इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि, कोर्ट ने पांच बालिकाओं के जबरन धर्म परिवर्तन पर रोक लगाकर प्रदेश सरकार को आईना दिखाया है।
अच्छा होता प्रदेश सरकार इस मामले को गंभीरता से लेकर मध्यप्रदेश, उड़ीसा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और गुजरात की तर्ज पर धर्मांतरण की गतिविधियों पर रोक लगाती पर यह सरकार विपरीत कार्य कर रही है।
महंत आदित्यनाथ ने कहा, यही वजह है कि हिंदू बालिकाओं का लगातार अपहरण और धर्म परिवर्तन किया जा रहा है। यह अत्यंत चिंता का विषय है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अभी तीन दिन पूर्व हिंदू बालिकाओं को मुस्लिम बनाने की घटना पर रोक लगाई है। जिन परिवारों की लड़कियों का अपहरण हुआ उनके परिजनों ने आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया पर अब तक एक भी अभियुक्त की गिरफ्तारी न होना पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्न है।
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के सदर सांसद महंत आदित्यनाथ ने धर्मांतरण को राष्ट्र विरोधी कृत्य करार दिया। वहीं संघ प्रमुख के उस बयान से सहमति जताई जिसमें उन्होंने घर वापसी को जायज करार दिया है।
कहा कि किसी काल खंड में यदि कोई लोभ लालच या दबाव में दूसरे धर्म में चला गया और वह अपने धर्म में लौट रहा है तो इस पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए, जबकि प्रदेश सरकार उस पर रोक लगा रही है।
सदर सांसद ने धर्मांतरण पर इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि, कोर्ट ने पांच बालिकाओं के जबरन धर्म परिवर्तन पर रोक लगाकर प्रदेश सरकार को आईना दिखाया है।
अच्छा होता प्रदेश सरकार इस मामले को गंभीरता से लेकर मध्यप्रदेश, उड़ीसा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और गुजरात की तर्ज पर धर्मांतरण की गतिविधियों पर रोक लगाती पर यह सरकार विपरीत कार्य कर रही है।
हाईकोर्ट के फैसले ने लगाई रोक
महंत आदित्यनाथ ने कहा, यही वजह है कि हिंदू बालिकाओं का लगातार अपहरण और धर्म परिवर्तन किया जा रहा है। यह अत्यंत चिंता का विषय है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अभी तीन दिन पूर्व हिंदू बालिकाओं को मुस्लिम बनाने की घटना पर रोक लगाई है। जिन परिवारों की लड़कियों का अपहरण हुआ उनके परिजनों ने आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया पर अब तक एक भी अभियुक्त की गिरफ्तारी न होना पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्न है।