लालगंज-सरेनी (रायबरेली)। प्रयागराज में गवाह उमेश पाल की हत्या के दौरान बदमाशों की गोली लगने से शहीद हुए सिपाही राघवेंद्र सिंह (गनर) का पार्थिव शरीर गुरुवार को पैतृक गांव कोरिहरा पहुंचा तो हर कोई गमगीन हो गया। गेंगासो गंगा घाट पर अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) सतीश गणेश, एसपी आलोक प्रियदर्शी, सीओ लालगंज महिपाल पाठक की मौजूदगी में पूरे राजकीय सम्मान के साथ सिपाही का अंतिम संस्कार हुआ। भाई ज्ञानेंद्र ने मुखाग्नि दी।
लखनऊ के एसजीपीजीआई से सुबह करीब नौ बजे सिपाही का तिरंगे में लिपटा हुआ पार्थिव शरीर लालगंज के गांधी चौराहा स्थित आवास पहुंचा तो मां अरुणा और बहन नेहा बेसुध हो गईं। दोनों को नाते-रिश्तेदारों ने किसी तरह संभाला।
वहां मौजूद हर कोई गमगीन हो गया। पुलिस के विशेष दस्ते ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इस दौरान लोग सिपाही के अंतिम दर्शनों के लिए गांव पहुंचे। बाद में पार्थिव शरीर को पैतृक आवास कोरिहरा गांव ले जाया गया, जहां से गेंगासो गंगा घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।