लखनऊ। लविवि के मुख्य कैंपस समेत कई महाविद्यालयों में शनिवार को भी प्रश्नपत्र दो घंटे देरी से पहुंचे। यह लापरवाही दोनों पालियों में नजर आई। एनएसयूआई और एबीवीपी के छात्रों ने घंटों विवि परिसर में बवाल किया। एबीवीपी के छात्रों ने रजिस्ट्रार कार्यालय का घेराव करते हुए कुलसचिव संजय मेधावी को पद से हटाने की मांग की। एनएसयूआई ने परीक्षा नियंत्रक विद्यानंद त्रिपाठी को ज्ञापन सौंप विरोध दर्ज कराया।
स्नातक व परास्नातक विषम सेमेस्टर की चल रही परीक्षाओं के तहत प्रथम पाली में शनिवार को को-करिकुलर विषयों की परीक्षा सुबह नौ बजे से शुरू होनी थी। प्रश्नपत्र न पहुंचने की वजह से 10:45 बजे तक परीक्षा शुरू नहीं हो पाई। को-करिकुलर विषयों में बीएसएसी, बीकॉम, बीबीए आईबी समेत अन्य पाठ्यक्रमों के प्रश्नपत्र परीक्षा केंद्रों पर 11 बजे पहुंचे। इसी तरह दूसरी पाली में स्नातक और परास्नातक की परीक्षाओं में बीकॉम, बीएससी, एमकॉम, एमए इतिहास, एआईएच, एमआईएच सहित कई विषयों के प्रश्नपत्र साढ़े तीन बजे के बाद परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे। इससे पहले 14 मार्च को भी प्रश्नपत्र देरी से पहुंचे थे।
कक्षाओं से बाहर निकल आए छात्र
प्रश्नपत्र न पहुंचने पर परीक्षार्थी कक्षाओं से बाहर निकल आए। ऐसे में कक्ष निरीक्षकों को विद्यार्थियों को संभालने में काफी दिक्कत हुई। विद्यांत पीजी कॉलेज में परीक्षा देने आए छात्र नीरज कश्यप व प्रियांशु सिंह ने बताया कि उनका एआईएच विषय का पेपर था लेकिन 3:40 बजे परीक्षा शुरू हुई और करीब पौने सात बजे परीक्षा संपन्न हुई।
यहां विलंब से पहुंचे प्रश्नपत्र
केकेसी कॉलेज, डीएवी कॉलेज, विद्यांत पीजी कॉलेज, बीएसएनवी पीजी कॉलेज, सुभाष चंद्र बोस महिला महाविद्यालय व नवयुग कन्या महाविद्यालय समेत अन्य कॉलेजों में प्रश्नपत्र डेढ़ से दो घंटे देरी पहुंचे। विवि के परीक्षा विभाग की लापरवाही पर तमाम छात्रों ने कॉलेजों से ट्वीट कर वीसी को टैग करते हुए शिकायत की।
वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने से हुआ विलंब
प्रवक्ता दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि प्रश्नपत्र ले जाते समय कुछ वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने तो वहीं मौसम व ट्रैफिक समस्या के चलते प्रश्नपत्रों को केंद्र तक पहुंचाने में विलंब किया। उन्होंने बताया कि आगे से सावधानी बरती जाएगी।