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हैदर कैनाल के ऊपर सड़क बनाने की नगर निगम की वर्षों पुरानी कवायद को एक बार फिर रफ्तार देने की कोशिश की जा रही है।
शहर में यातायात के बढ़ते दबाव को देखते हुए हैदर कैनाल पर सड़क बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया था। जिसे प्रदेश सरकार ने हरी झंडी दे दी है।
इसके बाद नगर निगम जल्द ही इच्छुक कंपनियों से प्रस्ताव मांगने की प्रक्रिया शुरू करेगा। सड़क बनाने का काम बीओटी (बिल्ड ऑपरेट एंड ट्रांसफर) मॉडल पर किया जाएगा।
शहर की यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए हैदर कैनाल पर राजाजीपुरम से सदर क्रासिंग तक 7.41 किमी सड़क का निर्माण किया जाएगा। इस पर करीब 534 करोड़ रुपये का खर्च होने का अनुमान है।
हैदर कैनाल की चौड़ाई सामान्यताया 40 से 70 मीटर के बीच है। इसको देखते हुए कैनाल पर बनाई जाने वाली सड़क की चौड़ाई करीब 45 मीटर रखी जाएगी।
इसमें बीच में डिवाइडर होगा। सड़क के दोनों किनारों पर तीन-तीन मीटर का फुटपाथ बनाया जाएगा। सूत्रों के अनुसार हैदर कैनाल पर सड़क बनाने का प्रस्ताव करीब चार महीने पहले प्रदेश सरकार को भेजा गया था।
इसमें बीओटी आधार पर सड़क का निर्माण कराने के लिए एक्सप्रेशन आफ इंट्रेस्ट आमंत्रित करने की अनुमति मांगी गई थी। इसे प्रदेश सरकार ने स्वीकार कर लिया है।
वर्षों से जारी है कवायद
हैदर कैनाल पर सड़क बनाने की कवायद करीब 16 साल से चल रही है। इसके लिए ही 1998 में राइट्स ने हैदर कैनाल का सर्वे कर फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार की थी।
यह रिपोर्ट सेतु निगम की ओर से शासन को सौंपी गई थी। इसके बाद 1999 में राइट्स ने रिवाइज फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर शासन को सौंपी थी।
जमीन का होगा व्यावसायिक उपयोग
हैदर कैनाल के किनारे की जमीन का व्यावसायिक उपयोग किया जाएगा, ताकि बीओटी मॉडल पर सड़क निर्माण करने वाली कंपनी खर्च की भरपाई कर सके।
बीओटी मॉडल के तहत जो कंपनी सड़क का निर्माण करेगी वह एक निश्चित अवधि तक सड़क के आसपास की जमीन का व्यावसायिक उपयोग करेगी।
तय समय पूरा होने के बाद सड़क व उसके आसपास की व्यावसायिक गतिविधियों को नगर निगम को हैंडओवर कर देगी।
हैदर कैनाल के ऊपर सड़क बनाने की नगर निगम की वर्षों पुरानी कवायद को एक बार फिर रफ्तार देने की कोशिश की जा रही है।
शहर में यातायात के बढ़ते दबाव को देखते हुए हैदर कैनाल पर सड़क बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया था। जिसे प्रदेश सरकार ने हरी झंडी दे दी है।
इसके बाद नगर निगम जल्द ही इच्छुक कंपनियों से प्रस्ताव मांगने की प्रक्रिया शुरू करेगा। सड़क बनाने का काम बीओटी (बिल्ड ऑपरेट एंड ट्रांसफर) मॉडल पर किया जाएगा।
शहर की यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए हैदर कैनाल पर राजाजीपुरम से सदर क्रासिंग तक 7.41 किमी सड़क का निर्माण किया जाएगा। इस पर करीब 534 करोड़ रुपये का खर्च होने का अनुमान है।
हैदर कैनाल की चौड़ाई सामान्यताया 40 से 70 मीटर के बीच है। इसको देखते हुए कैनाल पर बनाई जाने वाली सड़क की चौड़ाई करीब 45 मीटर रखी जाएगी।
इसमें बीच में डिवाइडर होगा। सड़क के दोनों किनारों पर तीन-तीन मीटर का फुटपाथ बनाया जाएगा। सूत्रों के अनुसार हैदर कैनाल पर सड़क बनाने का प्रस्ताव करीब चार महीने पहले प्रदेश सरकार को भेजा गया था।
इसमें बीओटी आधार पर सड़क का निर्माण कराने के लिए एक्सप्रेशन आफ इंट्रेस्ट आमंत्रित करने की अनुमति मांगी गई थी। इसे प्रदेश सरकार ने स्वीकार कर लिया है।
वर्षों से जारी है कवायद
हैदर कैनाल पर सड़क बनाने की कवायद करीब 16 साल से चल रही है। इसके लिए ही 1998 में राइट्स ने हैदर कैनाल का सर्वे कर फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार की थी।
यह रिपोर्ट सेतु निगम की ओर से शासन को सौंपी गई थी। इसके बाद 1999 में राइट्स ने रिवाइज फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर शासन को सौंपी थी।
जमीन का होगा व्यावसायिक उपयोग
हैदर कैनाल के किनारे की जमीन का व्यावसायिक उपयोग किया जाएगा, ताकि बीओटी मॉडल पर सड़क निर्माण करने वाली कंपनी खर्च की भरपाई कर सके।
बीओटी मॉडल के तहत जो कंपनी सड़क का निर्माण करेगी वह एक निश्चित अवधि तक सड़क के आसपास की जमीन का व्यावसायिक उपयोग करेगी।
तय समय पूरा होने के बाद सड़क व उसके आसपास की व्यावसायिक गतिविधियों को नगर निगम को हैंडओवर कर देगी।