मानसून से पहले ही तेज बारिश और उच्च पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी ने जम्मू-कश्मीर में कोहराम मचा दिया। उधमपुर से 16 किलोमीटर दूर समरोली के देवाल में पहाड़ से आए मलबे के साथ जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे का 150 फुट हिस्सा तवी नदी में समा गया। हाईवे निर्माण में लगी मशीनरी भी बह गई। उधमपुर से रामबन तक 33 स्थानों पर भूस्खलन से हाईवे बंद हो गया है। एक हजार से अधिक वाहन जगह-जगह फंस गए हैं। रामबन जिले के पीड़ा में नाले पर बन रहा पुल बह गया। कई संपर्क सड़कें भी ध्वस्त हो गई हैं।
कश्मीर घाटी में झेलम नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। घाटी में बाढ़ के खतरे के बीच बुधवार को लोगों के घरों में पानी घुस गया। अनंतनाग में ट्रेकिंग करने गए दल के दो ट्रेकर लापता हो गए हैं। रामबन, डोडा, किश्तवाड़, अनंतनाग, श्रीनगर और बारामुला जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। जिला स्तर पर प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।
पहलगाम प्रशासन के अनुसार अपर लिद्दर इलाके में 13 ट्रेकरों का दल बर्फबारी में फंस गया था। आपदा प्रबंधन टीमों ने 11 को बचा लिया है, लेकिन उत्तराखंड निवासी डॉ. महेश और गगनगीर गांदरबल के डॉ. शकील लापता हो गए हैं। वहीं, किश्तवाड़ में सिंथन टॉप पर मंगलवार आधी रात को बर्फबारी में दस वाहनों में सवार 50 यात्री फंस गए, जिन्हें रेस्क्यू कर लिया गया है। रियासी की अंस नदी की बाढ़ में फंसे पांच लोग बचा लिए गए।
शोपियां में हुई बारिश में फंसे 27 बक्करवालों को पुलिस ने सुरक्षित निकाल लिया। उधमपुर में पंचैरी के लटियार में उफने नाले में महिंद्रा वाहन बह गया। चालक ने छलांग लगाकर अपनी जान बचाई। जम्मू-कश्मीर व हिमाचल सीमा पर स्थित बनी के सिरगढ़ और मनकोट में बिजली गिरने से 44 मवेशियों की मौत हो गई। दो चरवाहे बुरी तरह से झुलस गए। चिनाब और तवी नदी समेत संभाग के ज्यादातर नदी-नाले उफान पर हैं। रियासी में चिनाब पर बने सलाल बांध के फ्लशिंग गेट खोलने पड़े। इससे चिनाब का जलस्तर बढ़ गया।
अखनूर में बुधवार शाम को चिनाब का पानी 28 गेज तक पहुंच गया था। जम्मू में तवी नदी भी उफान पर रही। कश्मीर के अनंतनाग जिले के संगम इलाके में झेलम का जलस्तर 18.18 फुट पहुंच गया। 18 फुट खतरे का निशान है। प्रशासन ने लोगाें से नदी-नालों के आसपास न जाने की अपील की है। कश्मीर घाटी में झेलम जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे, जम्मू संभाग को कश्मीर से जोड़ने वाले वैकल्पिक मार्ग मुगल रोड और सिंथन मार्ग बंद हैं, जिसे खुलने में समय लग सकता है। पीड़ा इलाके में नवनिर्मित पुल नाले में बहा। कटड़ा में चॉपर, बैटरी कार, रोपवे सेवा जारी रही।
जून माह में श्री अमरनाथ गुफा के पास दूसरी बार बर्फबारी हुई है। बुधवार को गुफा के पास फिर सफेदी छा गई। शेशनाग के पास बर्फबारी से लंगर कमेटी का किचन शेड ध्वस्त हो गया। कमेटी सदस्य ने बताया कि बर्फ के भार से किचन शेड गिर गया है, लेकिन किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
यातायात विभाग की ओर से देर शाम जारी की गई एडवाइजरी के अनुसार, जम्मू-श्रीनगर हाईवे वीरवार को भी बंद रहेगा। हाईवे पर जिस प्रकार का नुकसान हुआ है उसके कारण यातायात बहाल करने में समय लगेेगा। लोगों को सलाह दी गई है कि वह हाईवे की स्थिति स्पष्ट होने के बाद ही यात्रा के लिए निकलें।
उधमपुर जिले में डुडू बसंतगढ़ के दूरदराज इलाके में बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। चार अन्य बुरी तरह से झुलस गए। प्राथमिक उपचार के बाद घायलों को एयरलिफ्ट कर अस्पताल पहुंचाया गया।
मंडलायुक्त रमेश कुमार ने बाढ़ या भूस्खलन की वजह से बंद पड़ीं सड़कों को तेजी से खोलने के संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। बुधवार को संभाग में बाढ़ प्रबंधन उपायों की समीक्षा करते हुए मंडलायुक्त ने यह निर्देश जारी किए। उन्होंने इस अवसर पर जिला उपायुक्तों को खराब मौसम से पहुंचे नुकसान का आकलन करने के लिए भी कहा।
बटोत 44.2
कोकरनाग 14
काजीगुंड 08
श्रीनगर 03
गुलमर्ग 10
बनिहाल 09
जम्मू 01
कटड़ा 0.8
भद्रवाह 02
जम्मू 32. 5
श्रीनगर 17.7
पहलगाम 13.3
गुलमर्ग 8.0
कुपवाड़ा 14.1
बनिहाल 17.4
बटोत 17.7
कटड़ा 30.0
मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर के अनुसार जम्मू-कश्मीर में वीरवार को मौसम खुल जाएगा और तापमान में भी बढ़ोतरी होगी। हालांकि कुछ एक स्थानों पर बारिश हो सकती है।
मानसून से पहले ही तेज बारिश और उच्च पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी ने जम्मू-कश्मीर में कोहराम मचा दिया। उधमपुर से 16 किलोमीटर दूर समरोली के देवाल में पहाड़ से आए मलबे के साथ जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे का 150 फुट हिस्सा तवी नदी में समा गया। हाईवे निर्माण में लगी मशीनरी भी बह गई। उधमपुर से रामबन तक 33 स्थानों पर भूस्खलन से हाईवे बंद हो गया है। एक हजार से अधिक वाहन जगह-जगह फंस गए हैं। रामबन जिले के पीड़ा में नाले पर बन रहा पुल बह गया। कई संपर्क सड़कें भी ध्वस्त हो गई हैं।
कश्मीर घाटी में झेलम नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। घाटी में बाढ़ के खतरे के बीच बुधवार को लोगों के घरों में पानी घुस गया। अनंतनाग में ट्रेकिंग करने गए दल के दो ट्रेकर लापता हो गए हैं। रामबन, डोडा, किश्तवाड़, अनंतनाग, श्रीनगर और बारामुला जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। जिला स्तर पर प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।
पहलगाम प्रशासन के अनुसार अपर लिद्दर इलाके में 13 ट्रेकरों का दल बर्फबारी में फंस गया था। आपदा प्रबंधन टीमों ने 11 को बचा लिया है, लेकिन उत्तराखंड निवासी डॉ. महेश और गगनगीर गांदरबल के डॉ. शकील लापता हो गए हैं। वहीं, किश्तवाड़ में सिंथन टॉप पर मंगलवार आधी रात को बर्फबारी में दस वाहनों में सवार 50 यात्री फंस गए, जिन्हें रेस्क्यू कर लिया गया है। रियासी की अंस नदी की बाढ़ में फंसे पांच लोग बचा लिए गए।
शोपियां में हुई बारिश में फंसे 27 बक्करवालों को पुलिस ने सुरक्षित निकाल लिया। उधमपुर में पंचैरी के लटियार में उफने नाले में महिंद्रा वाहन बह गया। चालक ने छलांग लगाकर अपनी जान बचाई। जम्मू-कश्मीर व हिमाचल सीमा पर स्थित बनी के सिरगढ़ और मनकोट में बिजली गिरने से 44 मवेशियों की मौत हो गई। दो चरवाहे बुरी तरह से झुलस गए। चिनाब और तवी नदी समेत संभाग के ज्यादातर नदी-नाले उफान पर हैं। रियासी में चिनाब पर बने सलाल बांध के फ्लशिंग गेट खोलने पड़े। इससे चिनाब का जलस्तर बढ़ गया।
अखनूर में बुधवार शाम को चिनाब का पानी 28 गेज तक पहुंच गया था। जम्मू में तवी नदी भी उफान पर रही। कश्मीर के अनंतनाग जिले के संगम इलाके में झेलम का जलस्तर 18.18 फुट पहुंच गया। 18 फुट खतरे का निशान है। प्रशासन ने लोगाें से नदी-नालों के आसपास न जाने की अपील की है। कश्मीर घाटी में झेलम जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे, जम्मू संभाग को कश्मीर से जोड़ने वाले वैकल्पिक मार्ग मुगल रोड और सिंथन मार्ग बंद हैं, जिसे खुलने में समय लग सकता है। पीड़ा इलाके में नवनिर्मित पुल नाले में बहा। कटड़ा में चॉपर, बैटरी कार, रोपवे सेवा जारी रही।
जून माह में श्री अमरनाथ गुफा के पास दूसरी बार बर्फबारी हुई है। बुधवार को गुफा के पास फिर सफेदी छा गई। शेशनाग के पास बर्फबारी से लंगर कमेटी का किचन शेड ध्वस्त हो गया। कमेटी सदस्य ने बताया कि बर्फ के भार से किचन शेड गिर गया है, लेकिन किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
यातायात विभाग की ओर से देर शाम जारी की गई एडवाइजरी के अनुसार, जम्मू-श्रीनगर हाईवे वीरवार को भी बंद रहेगा। हाईवे पर जिस प्रकार का नुकसान हुआ है उसके कारण यातायात बहाल करने में समय लगेेगा। लोगों को सलाह दी गई है कि वह हाईवे की स्थिति स्पष्ट होने के बाद ही यात्रा के लिए निकलें।
उधमपुर जिले में डुडू बसंतगढ़ के दूरदराज इलाके में बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। चार अन्य बुरी तरह से झुलस गए। प्राथमिक उपचार के बाद घायलों को एयरलिफ्ट कर अस्पताल पहुंचाया गया।
मंडलायुक्त रमेश कुमार ने बाढ़ या भूस्खलन की वजह से बंद पड़ीं सड़कों को तेजी से खोलने के संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। बुधवार को संभाग में बाढ़ प्रबंधन उपायों की समीक्षा करते हुए मंडलायुक्त ने यह निर्देश जारी किए। उन्होंने इस अवसर पर जिला उपायुक्तों को खराब मौसम से पहुंचे नुकसान का आकलन करने के लिए भी कहा।
बटोत 44.2
कोकरनाग 14
काजीगुंड 08
श्रीनगर 03
गुलमर्ग 10
बनिहाल 09
जम्मू 01
कटड़ा 0.8
भद्रवाह 02
जम्मू 32. 5
श्रीनगर 17.7
पहलगाम 13.3
गुलमर्ग 8.0
कुपवाड़ा 14.1
बनिहाल 17.4
बटोत 17.7
कटड़ा 30.0
मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर के अनुसार जम्मू-कश्मीर में वीरवार को मौसम खुल जाएगा और तापमान में भी बढ़ोतरी होगी। हालांकि कुछ एक स्थानों पर बारिश हो सकती है।
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