जम्मू-कश्मीर में ओला-उबर की तर्ज पर मोबाइल ऐप आधारित टैक्सी एग्रीगेटर योजना के लिए दो कंपनियों ने आवेदन किया है। इसमें एक कंपनी जम्मू और दूसरी श्रीनगर से है। दोनों कंपनियों ने योजना से संबंधित दस्तावेज व अन्य जानकारी उपलब्ध करवाई है। विभाग इनकी जांच कर रहा है। कोविड के कारण इस प्रक्रिया में देरी हुई, अब विभाग इस योजना को जल्द शुरू करेगा।
टैक्सी एग्रीगेटर योजना में अब तक स्थानीय कंपनियों ने अपनी इच्छा दिखाई है। टैक्सी सेवा जम्मू और श्रीगनर में शुरू होगी, जो ओला और उबर की तरह ही काम करेगी। परिवहन विभाग की मंजूरी मिलने के बाद कंपनियां सेवा शुरू कर सकेंगी। इस सेवा के शुरू होने से आम लोगों को सबसे ज्यादा सुविधा मिलेगी। अपने मोबाइल एप के माध्यम से टैक्सी बुक करवा सकेंगे।
परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल दो ही कंपनियों ने आवेदन किया है। श्रीनगर में आरटीओ पद खाली होने से वहां पर इसे गति नहीं मिली है, लेकिन जम्मू में आवेदकों के आवेदन की जांच चल रही है। कोविड के कारण इस प्रक्रिया में देरी हुई है, लेकिन अभी इसे जल्द पूरा किया जाएगा।
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योजना के तहत पांच वर्षों का लाइसेंस मिलेगा, जिसके बाद कंपनी के लाइसेंस का नवीकरण उसी सेवाओं को देखकर किया जाएगा। योजना का हिस्सा बनने वाले कंपनी के पास 250 टैक्सी, ऑटो का बेड़ा होना चाहिए व कंपनी अधिनियम के तहत पंजीकृत होनी चाहिए।
टैक्सी एग्रीगेटर योजना में अब तक दो कंपनियों ने आवेदन किया है। इसमें एक जम्मू और दूसरी श्रीगनर की कंपनी है। इनके दस्तावेजों की जांच की जा रही है। योजना से संबंधित विस्तृत जानकरी पहले ही सार्वजनिक है।
-प्रदीप कुमार, परिवहन आयुक्त
विस्तार
जम्मू-कश्मीर में ओला-उबर की तर्ज पर मोबाइल ऐप आधारित टैक्सी एग्रीगेटर योजना के लिए दो कंपनियों ने आवेदन किया है। इसमें एक कंपनी जम्मू और दूसरी श्रीनगर से है। दोनों कंपनियों ने योजना से संबंधित दस्तावेज व अन्य जानकारी उपलब्ध करवाई है। विभाग इनकी जांच कर रहा है। कोविड के कारण इस प्रक्रिया में देरी हुई, अब विभाग इस योजना को जल्द शुरू करेगा।
टैक्सी एग्रीगेटर योजना में अब तक स्थानीय कंपनियों ने अपनी इच्छा दिखाई है। टैक्सी सेवा जम्मू और श्रीगनर में शुरू होगी, जो ओला और उबर की तरह ही काम करेगी। परिवहन विभाग की मंजूरी मिलने के बाद कंपनियां सेवा शुरू कर सकेंगी। इस सेवा के शुरू होने से आम लोगों को सबसे ज्यादा सुविधा मिलेगी। अपने मोबाइल एप के माध्यम से टैक्सी बुक करवा सकेंगे।
परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल दो ही कंपनियों ने आवेदन किया है। श्रीनगर में आरटीओ पद खाली होने से वहां पर इसे गति नहीं मिली है, लेकिन जम्मू में आवेदकों के आवेदन की जांच चल रही है। कोविड के कारण इस प्रक्रिया में देरी हुई है, लेकिन अभी इसे जल्द पूरा किया जाएगा।
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योजना के तहत पांच वर्षों का लाइसेंस मिलेगा, जिसके बाद कंपनी के लाइसेंस का नवीकरण उसी सेवाओं को देखकर किया जाएगा। योजना का हिस्सा बनने वाले कंपनी के पास 250 टैक्सी, ऑटो का बेड़ा होना चाहिए व कंपनी अधिनियम के तहत पंजीकृत होनी चाहिए।
टैक्सी एग्रीगेटर योजना में अब तक दो कंपनियों ने आवेदन किया है। इसमें एक जम्मू और दूसरी श्रीगनर की कंपनी है। इनके दस्तावेजों की जांच की जा रही है। योजना से संबंधित विस्तृत जानकरी पहले ही सार्वजनिक है।
-प्रदीप कुमार, परिवहन आयुक्त