न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जम्मू
Published by: करिश्मा चिब
Updated Fri, 09 Apr 2021 11:48 AM IST
शोपियां में जारी मुठभेड़ में शुक्रवार को अंसार गजवा-तुल-हिंद का चीफ कमांडर मारा गया है। कश्मीर पुलिस के मुताबिक घिरे हुए आतंकी को समझा-बुझाकर समर्पण करने और मस्जिद को बचाने के लिए आतंकी के भाई और स्थानीय इमाम को अंदर भेजा गया था। लेकिन आतंकी आत्मसमर्पण के लिए राजी नहीं हुए।
जानकारी के अनुसार, खुफिया एजेंसियों को त्राल के नोबुग इलाके में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली। इस पर पुलिस और सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया। आतंकी एक धार्मिक स्थल में छिप गए। इस पर आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग की। सुरक्षाबलों ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया। अभी तक शोपियां और त्राल में कुल सात आतंकियों का खात्मा किया जा चुका है।
आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि शोपियां मुठभेड़ में पांच स्थानीय आतंकवादी मारे गए हैं। मुठभेड़ में कोई विस्फोटक इस्तेमाल नहीं किया गया है। मस्जिद को किसी प्रकार की क्षति नहीं पहुंची है। वहीं अमरनाथ यात्रा में सुरक्षा के मुद्दे पर लेकर उन्होंने कहा कि यात्रा का सफलतापूर्वक संचालन करने के लिए पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।
उधर, जीओसी 15 कोर, डीपी पांडेय ने कहा कि जो भी राज्य के खिलाफ हथियार उठाएगा, अगर वह आत्मसमर्पण नहीं करता है तो उसका खात्मा ही होगा। हम आतंकियों के नेटवर्क को खत्म करने की कोशिश करेंगे। लोगों से अनुरोध करते हैं कि वो हमारी मदद करें। ताकि युवा लड़के आतंक के रास्ते पर न जाएं और कश्मीर में शांति बनी रहे।
जीओसी विक्टर फोर्स, आर बाली ने कहा कि मुठभेड़ के दौरान शोपियां में हमने सुनिश्चित किया कि मस्जिद को नुकसान न पहुंचे। आतंकवादियों को आत्मसमर्पण कराने के लिए तीन बार स्थानीय लोगों को उनके पास भेजा गया। जब वे सहमत नहीं हुए तो हमने ऑपरेशन शुरू किया और आतंकियों का खात्मा किया गया। बताया कि आतंकवादी अब संगठन बदल रहे हैं। फिलहाल अंसार का केवल एक आतंकवादी सक्रिय है। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में चार जवान घायल हुए हैं। मारे गए आतंकियों में से पांच की पहचान हुई है। जिनमें मुजामिल तांत्रे, आदिल लोन, यूनिस खांडे, बासित इस्माइल को शोपियां और इम्तियाज शाह त्राल में ढेर किया गया है। इम्तियाज को अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने का काम दिया गया था।
यह भी पढ़ें- उपराष्ट्रपति के आगमन पर सुरक्षा चाक-चौबंद, जम्मू के चप्पे-चप्पे पर जवान तैनात
विस्तार
शोपियां में जारी मुठभेड़ में शुक्रवार को अंसार गजवा-तुल-हिंद का चीफ कमांडर मारा गया है। कश्मीर पुलिस के मुताबिक घिरे हुए आतंकी को समझा-बुझाकर समर्पण करने और मस्जिद को बचाने के लिए आतंकी के भाई और स्थानीय इमाम को अंदर भेजा गया था। लेकिन आतंकी आत्मसमर्पण के लिए राजी नहीं हुए।
जानकारी के अनुसार, खुफिया एजेंसियों को त्राल के नोबुग इलाके में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली। इस पर पुलिस और सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया। आतंकी एक धार्मिक स्थल में छिप गए। इस पर आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग की। सुरक्षाबलों ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया। अभी तक शोपियां और त्राल में कुल सात आतंकियों का खात्मा किया जा चुका है।
आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि शोपियां मुठभेड़ में पांच स्थानीय आतंकवादी मारे गए हैं। मुठभेड़ में कोई विस्फोटक इस्तेमाल नहीं किया गया है। मस्जिद को किसी प्रकार की क्षति नहीं पहुंची है। वहीं अमरनाथ यात्रा में सुरक्षा के मुद्दे पर लेकर उन्होंने कहा कि यात्रा का सफलतापूर्वक संचालन करने के लिए पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।
उधर, जीओसी 15 कोर, डीपी पांडेय ने कहा कि जो भी राज्य के खिलाफ हथियार उठाएगा, अगर वह आत्मसमर्पण नहीं करता है तो उसका खात्मा ही होगा। हम आतंकियों के नेटवर्क को खत्म करने की कोशिश करेंगे। लोगों से अनुरोध करते हैं कि वो हमारी मदद करें। ताकि युवा लड़के आतंक के रास्ते पर न जाएं और कश्मीर में शांति बनी रहे।
हमने सुनिश्चित किया कि मस्जिद को नुकसान न पहुंचे- आर बाली
जीओसी विक्टर फोर्स, आर बाली ने कहा कि मुठभेड़ के दौरान शोपियां में हमने सुनिश्चित किया कि मस्जिद को नुकसान न पहुंचे। आतंकवादियों को आत्मसमर्पण कराने के लिए तीन बार स्थानीय लोगों को उनके पास भेजा गया। जब वे सहमत नहीं हुए तो हमने ऑपरेशन शुरू किया और आतंकियों का खात्मा किया गया। बताया कि आतंकवादी अब संगठन बदल रहे हैं। फिलहाल अंसार का केवल एक आतंकवादी सक्रिय है। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में चार जवान घायल हुए हैं। मारे गए आतंकियों में से पांच की पहचान हुई है। जिनमें मुजामिल तांत्रे, आदिल लोन, यूनिस खांडे, बासित इस्माइल को शोपियां और इम्तियाज शाह त्राल में ढेर किया गया है। इम्तियाज को अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने का काम दिया गया था।
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