बैजनाथ (कांगड़ा)। प्रदेश की सबसे बड़ी नगर पंचायतों में शामिल बैजनाथ-पपरोला नगर पंचायत के कूड़े कर्कट को ठिकाने लगाने के लिए पिछले छह वर्षों में डंपिंग साइट को सुचारु नहीं करवा सकी है। पपरोला के बुरली कोठी में डंपिंग साइट के लिए प्रस्तावित भूमि नगर पंचायत के नाम होने और सभी प्रकार की औपचारिकताएं पूरी हो जाने के बावजूद डंपिंग साइट को शुरू नहीं किया जा सका है। दो वर्ष पूर्व इस 25 कनाल से अधिक भूमि को नगर पंचायत के नाम कर दिया गया था और उसके बाद समस्त विभागों की ओर से एनओसी भी जारी की गई थी।
इच्छाशक्ति के अभाव में अब तक इस डंपिंग साइट को शुरू नहीं किया जा सका है। नगर पंचायत के 11 वार्डों और बैजनाथ-पपरोला के बाजारों से रोजाना एकत्रित होने वाले कचरे को नगर पंचायत खीर गंगा घाट के समीप ठिकाने लगा रही है। इस स्थान पर कूड़े को फेंकने पर नगर पंचायत प्रदेश पर्यावरण विभाग की ओर से दंडित भी की जा चुकी है। राष्ट्रीय उच्च मार्ग और खीर गंगा घाट के समीप गिराए जा रहे इस कूड़े को हालांकि खाद का रूप देकर मार्च तक समाप्त करने का दावा किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि खीर गंगा घाट के समीप गिराए जा रहे इस कूड़े को खाद का रूप देने और इसे समाप्त करने के लिए नगर पंचायत अब तक लाखों रुपया खर्च कर चुकी है, लेकिन डंपिंग साइट को शुरू नहीं किया जा सका है। डंपिंग साइट को शुरू न करने पर भविष्य में भी कूड़े कर्कट को इसी स्थान पर गिराया जाता रहेगा। लोगों का कहना है कि गर्मियों में यह कूड़ा चारों तरफ बदबू फैलाता है और वातावरण को दूषित कर रहा है। नगर पंचायत के सचिव प्रदीप दीक्षित ने बताया कि मार्च माह तक कूड़े को पूरी तरह से समाप्त करवा दिया जाएगा और प्रस्तावित डंपिंग साइट को शुरू करवाया जाएगा।
बैजनाथ (कांगड़ा)। प्रदेश की सबसे बड़ी नगर पंचायतों में शामिल बैजनाथ-पपरोला नगर पंचायत के कूड़े कर्कट को ठिकाने लगाने के लिए पिछले छह वर्षों में डंपिंग साइट को सुचारु नहीं करवा सकी है। पपरोला के बुरली कोठी में डंपिंग साइट के लिए प्रस्तावित भूमि नगर पंचायत के नाम होने और सभी प्रकार की औपचारिकताएं पूरी हो जाने के बावजूद डंपिंग साइट को शुरू नहीं किया जा सका है। दो वर्ष पूर्व इस 25 कनाल से अधिक भूमि को नगर पंचायत के नाम कर दिया गया था और उसके बाद समस्त विभागों की ओर से एनओसी भी जारी की गई थी।
इच्छाशक्ति के अभाव में अब तक इस डंपिंग साइट को शुरू नहीं किया जा सका है। नगर पंचायत के 11 वार्डों और बैजनाथ-पपरोला के बाजारों से रोजाना एकत्रित होने वाले कचरे को नगर पंचायत खीर गंगा घाट के समीप ठिकाने लगा रही है। इस स्थान पर कूड़े को फेंकने पर नगर पंचायत प्रदेश पर्यावरण विभाग की ओर से दंडित भी की जा चुकी है। राष्ट्रीय उच्च मार्ग और खीर गंगा घाट के समीप गिराए जा रहे इस कूड़े को हालांकि खाद का रूप देकर मार्च तक समाप्त करने का दावा किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि खीर गंगा घाट के समीप गिराए जा रहे इस कूड़े को खाद का रूप देने और इसे समाप्त करने के लिए नगर पंचायत अब तक लाखों रुपया खर्च कर चुकी है, लेकिन डंपिंग साइट को शुरू नहीं किया जा सका है। डंपिंग साइट को शुरू न करने पर भविष्य में भी कूड़े कर्कट को इसी स्थान पर गिराया जाता रहेगा। लोगों का कहना है कि गर्मियों में यह कूड़ा चारों तरफ बदबू फैलाता है और वातावरण को दूषित कर रहा है। नगर पंचायत के सचिव प्रदीप दीक्षित ने बताया कि मार्च माह तक कूड़े को पूरी तरह से समाप्त करवा दिया जाएगा और प्रस्तावित डंपिंग साइट को शुरू करवाया जाएगा।