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घुमारवीं (बिलासपुर)। उपमंडल घुमारवीं में रोजगार कार्यालय के भवन का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। इसके लिए 68 लाख रुपये मंजूर हुए हैं। घुमारवीं रोजगार कार्यालय को करीब 36 साल बाद अपना भवन मिलने जा रहा है। वहीं हाल ही में सीएम जयराम ठाकुर ने घुमारवीं में मिनी सचिवालय का शिलान्यास किया है। इसमें सभी कार्यालय बनाए जाएंगे। अब सवाल यह उठता है कि जब मिनी सचिवालय में एक ही छत के नीचे रोजगार कार्यालय भी खुलना है तो अलग से भवन निर्माण की क्या आवश्यकता पड़ गई।
गौर रहे कि घुमारवीं उपमंडल का रोजगार कार्यालय पिछले 36 वर्षों से किराये के भवन में चल रहा था। अब भवन निर्माण का काम शुरू कर दिया गया है। घुमारवीं शहर में यह कार्यालय 1984 में शुरू हुआ था। इसके बाद सरकारें आती और जाती रहीं, लेकिन सरकारी कार्यालय निजी भवन में चलता रहा। भवन का निर्माण भी तब करवाया जा रहा है जब शहर में मिनी सचिवालय का निर्माण कार्य भी जल्द शुरू होने वाला है। शहर में स्थानीय प्रशासन ने मिनी सचिवालय के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद मुख्यमंत्री से शिलान्यास करवा दिया है। इसका निर्माण भी तय समय सीमा में करना है। रोजगार कार्यालय का अलग भवन का निर्माण करके सरकारी खजाने को चपत क्यों लगाई जा रही है। सचिवालय में सभी विभागों के कार्यालय होंगे। रोजगार कार्यालय 36 सालों से निजी भवन में चल रहा है तो लगभग एक साल और इंतजार कर सरकारी खजाने को चपत लगने से बचाया जा सकता है। जिला रोजगार अधिकारी प्यारेलाल दड़ोच ने कहा कि घुमारवीं रोजगार कार्यालय के भवन के लिए जमीन सहित सभी औपचारिकताएं पूरी कर दी गई हैं। विभाग ने टेंडर आवंटित कर दिया है। रोजगार कार्यालय काफी समय से निजी भवन में चल रहा है। अब कार्यालय का शीघ्र अपना भवन होगा।
एसडीएम शशिपाल शर्मा ने कहा कि शहर में मिनी सचिवालय बनाया जा रहा है। इसमें सभी विभागों के कार्यालय एक छत के नीचे होंगे। रोजगार कार्यालय का निर्माण कार्य शुरू हो गया है, इसकी जानकारी नहीं है।
घुमारवीं (बिलासपुर)। उपमंडल घुमारवीं में रोजगार कार्यालय के भवन का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। इसके लिए 68 लाख रुपये मंजूर हुए हैं। घुमारवीं रोजगार कार्यालय को करीब 36 साल बाद अपना भवन मिलने जा रहा है। वहीं हाल ही में सीएम जयराम ठाकुर ने घुमारवीं में मिनी सचिवालय का शिलान्यास किया है। इसमें सभी कार्यालय बनाए जाएंगे। अब सवाल यह उठता है कि जब मिनी सचिवालय में एक ही छत के नीचे रोजगार कार्यालय भी खुलना है तो अलग से भवन निर्माण की क्या आवश्यकता पड़ गई।
गौर रहे कि घुमारवीं उपमंडल का रोजगार कार्यालय पिछले 36 वर्षों से किराये के भवन में चल रहा था। अब भवन निर्माण का काम शुरू कर दिया गया है। घुमारवीं शहर में यह कार्यालय 1984 में शुरू हुआ था। इसके बाद सरकारें आती और जाती रहीं, लेकिन सरकारी कार्यालय निजी भवन में चलता रहा। भवन का निर्माण भी तब करवाया जा रहा है जब शहर में मिनी सचिवालय का निर्माण कार्य भी जल्द शुरू होने वाला है। शहर में स्थानीय प्रशासन ने मिनी सचिवालय के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद मुख्यमंत्री से शिलान्यास करवा दिया है। इसका निर्माण भी तय समय सीमा में करना है। रोजगार कार्यालय का अलग भवन का निर्माण करके सरकारी खजाने को चपत क्यों लगाई जा रही है। सचिवालय में सभी विभागों के कार्यालय होंगे। रोजगार कार्यालय 36 सालों से निजी भवन में चल रहा है तो लगभग एक साल और इंतजार कर सरकारी खजाने को चपत लगने से बचाया जा सकता है। जिला रोजगार अधिकारी प्यारेलाल दड़ोच ने कहा कि घुमारवीं रोजगार कार्यालय के भवन के लिए जमीन सहित सभी औपचारिकताएं पूरी कर दी गई हैं। विभाग ने टेंडर आवंटित कर दिया है। रोजगार कार्यालय काफी समय से निजी भवन में चल रहा है। अब कार्यालय का शीघ्र अपना भवन होगा।
एसडीएम शशिपाल शर्मा ने कहा कि शहर में मिनी सचिवालय बनाया जा रहा है। इसमें सभी विभागों के कार्यालय एक छत के नीचे होंगे। रोजगार कार्यालय का निर्माण कार्य शुरू हो गया है, इसकी जानकारी नहीं है।