अमर उजाला ब्यूरो
कनीना। कारगिल दिवस पर गांव धनौंदा स्थित शहीद महेशपाल की मूर्ति को अराजक तत्वों ने खंडित कर दिया। जिस समय पूरा देश कारगिल युद्ध के शहीदों को नमन कर रहा था। उसी समय इनकी मूर्ति को खंडित किया गया। गांव के सरपंच रूपेंद्र सिंह ने वारदात की सूचना कनीना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर जाकर शहीद महेशपाल की प्रतिमा के टूटे हिस्से को कब्जे में लिया और खंडित प्रतिमा पर पर्दा डाल दिया। प्रतिमा के समीप फर्श पर लगी टाइल भी टूटी मिली है। जिससे लगता है कि मूर्ति पर वार कर उसे तोड़ा गया है। कनीना के एसडीएम संदीप सिंह, एसएचओ रमेश कुमार ने मौके पर पहुंचकर जायजा लिया।
शहीद के भाई ने लगाए आरोप
रक्षा मंत्रालय में कार्यरत शहीद महेशपाल के भाई जीतपाल ने कहा कि उनका परिवार गुरुग्राम में रहता है। वह स्वयं श्रीकृष्णानंद आश्रम में सेवा करता है। गुरुपूर्णिमा के अवसर पर गुरुवार की रात को वह आश्रम में ही था। उन्होंने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि शहीद स्मारक शराबियों का अड्डा बना हुआ है। यहां पर व्यक्ति सरेआम शराब पीते हैं, जिसकी जानकारी तीन दिन पूर्व भी कनीना पुलिस को दी गई थी। लेकिन पुलिस ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। जीतपाल ने प्रतिमा तोड़ने के आरोपियों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
ग्रामीण बैठे धरने पर
धनौंदा-झाड़ली मार्ग पर खेल स्टेडियम के निकट बने शहीद महेशपाल स्मारक से सुबह ग्रामीणों ने उसकी गर्दन को अलग पड़े देखा तो ग्रामीण हतप्रभ रह गए। इस बारे में पवन सिंह, राजेंद्र सिंह, डॉ. महेंद्र सिंह, रतन सिंह, ओमवीर सिंह, दिनेश कुमार, कुलदीप सिंह, हनुमान सिंह, गंगाराम, राजकुमार, अरविंद कुमार, मुरलीधर, वेदप्रकाश, तेजपाल, बिरेंद्र सिंह, गोलू, सतबीर सिंह, मालाराम, वेदपाल सिंह ने कहा कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी तक तक उनका अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा।
1989 में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए थे महेशपाल
गांव धनौदा में बिहारी सिंह के घर जन्में शहीद महेशपाल का 7 राजपुताना राईफल्स, डेल्टा कंपनी, प्लाटून 10 में भर्ती हुए थे। 1988 में उन्हें शांति सेना के माध्यम से श्रीलंका जाने का मौका मिला। वहां पर जाफरा सेक्टर में पेट्रोलिंग के दौरान आतंकियों से मुठभेड़ करते हुए 17 जनवरी 1989 को वह शहीद हो गए। शहीद महेशपाल की प्रतिमा का अनावरण 17 जनवरी 2014 को संत कृष्णानंद व रेवाड़ी के तत्कालीन सीटीएम संदीप सिंह के हाथों किया गया था।
डिप्टी स्पीकर ने जताया दु:ख
अटेली हलके की विधायक एवं हरियाणा विधान सभा की डिप्टी स्पीकर संतोष यादव ने इस घटना पर दु:ख जताते हुए कहा कि शहीद किसी व्यक्ति विशेष के नहीं बल्कि पूरे समाज के होते हैं। हमें उनका समान करना चाहिए। सरकार शहीदों को पूरा मान-समान दे रही है। उन्होंने एसपी से बातचीत कर धनौंदा में प्रतिमा को खंडित करने वालाें के खिलाफ उचित कार्रवाई करने को कहा है। खंडित प्रतिमा को ग्राम पंचायत बनवाएगी। साथ ही प्रतिमा के आसपास सीसीटीवी लगवाए जाएंगे।
शहीदों का अपमान कर रही सरकार : अनिता
अटेली हलके की पूर्व विधायक एवं सीपीएस अनिता यादव ने कहा कि जिन शूर वीरों ने देश की आजादी और एकता के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए सरकार उन शहीदों का मान-समान नहीं कर पा रही। शहीदों की बदौलत ही देश की जनता आजादी की सांस ले रही है। आए दिन सैनिक देश की सीमा पर शहीद हो रहे हैं। सरकार उनके परिजनों एवं शहीदों को कोई सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई।
वर्जन
शहीद की प्रतिमा को तोड़ने के मामले में अज्ञात के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जल्द आरोपियों को काबू कर लिया जाएगा। क्षेत्र में लगी अन्य शहीद प्रतिमाओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस गश्त बढ़ा दी है। शहीदों का अपमान किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
- रमेश कुमार, थाना प्रभारी कनीना।