जींद। रोहतक रोड पर ठेकेदार की हत्या को अंजाम देने के लिए धर्मेंद्र पहलवान व बलजीत पोंकरी खेड़ी ने तकनीक का भी सहारा लिया था। इसके चलते पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी करने में देरी हो रही है। हालांकि ठेकेदार की हत्या के लिए कई माह पहले ही साजिश रची गई थी। जिसमें सभी आरोपियों की बात व्हाट्सएप कॉलिंग के माध्यम से हुई।
ठेकेदार श्यामसुंदर के हत्यारोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस को तकनीकी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हत्यारोपियों ने वारदात को अंजाम देने से पहले डोंगल खरीदे थे, ताकि कहीं पर भी नेटवर्क कमजोर होने के कारण हत्या करने में परेशानी पैदा न हो। हत्या करने से पहले भी सभी आरोपियों की बात व्हाट्सएप के माध्यम से ही हुई। इसके अलावा हत्या के बाद भी सभी व्हाट्सएप कॉलिंग से ही संपर्क में रहे। अब इस तकनीक से डाटा एकत्रित करना पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है। अब पुलिस को जरूरत दो लाख के इनामी बदमाश बलजीत पोंकरी खेड़ी की है। उन्होंने ही हत्याकांड को अंजाम देने के लिए सभी साजिश बनाई थी। उसके माध्यम से ही शूटर बुलवाए गए। इसके अलावा अब पुलिस की कई टीमें आरोपी बलजीत व रोशन की तलाश में ही छापे मार कर रही हैं। जब तक इन दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती, उस समय तक इस मामले में अन्य आरोपियों के बारे में भी पुलिस को अहम सुराग नहीं लग रहे।
बलजीत पोंकरी खेड़ी व रोशन पर पुलिस की नजर
एसआईटी इंचार्ज एएसपी कुलदीप सिंह ने बताया कि ठेकेदार हत्याकांड में फरार चल रहे बलजीत पोंकरी खेड़ी व रोशन के ठिकानों पर पुलिस लगातार दबिश दे रही है। इन दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही इस मामले में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी व खुलासे होंगे। आरोपियों ने पुलिस से बचने के लिए हाईटेक तकनीक हत्याकांड में अपनाई थी। अब पुलिस इस मामले में डाटा एकत्रित करने का काम कर रही है।
जींद। रोहतक रोड पर ठेकेदार की हत्या को अंजाम देने के लिए धर्मेंद्र पहलवान व बलजीत पोंकरी खेड़ी ने तकनीक का भी सहारा लिया था। इसके चलते पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी करने में देरी हो रही है। हालांकि ठेकेदार की हत्या के लिए कई माह पहले ही साजिश रची गई थी। जिसमें सभी आरोपियों की बात व्हाट्सएप कॉलिंग के माध्यम से हुई।
ठेकेदार श्यामसुंदर के हत्यारोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस को तकनीकी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हत्यारोपियों ने वारदात को अंजाम देने से पहले डोंगल खरीदे थे, ताकि कहीं पर भी नेटवर्क कमजोर होने के कारण हत्या करने में परेशानी पैदा न हो। हत्या करने से पहले भी सभी आरोपियों की बात व्हाट्सएप के माध्यम से ही हुई। इसके अलावा हत्या के बाद भी सभी व्हाट्सएप कॉलिंग से ही संपर्क में रहे। अब इस तकनीक से डाटा एकत्रित करना पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है। अब पुलिस को जरूरत दो लाख के इनामी बदमाश बलजीत पोंकरी खेड़ी की है। उन्होंने ही हत्याकांड को अंजाम देने के लिए सभी साजिश बनाई थी। उसके माध्यम से ही शूटर बुलवाए गए। इसके अलावा अब पुलिस की कई टीमें आरोपी बलजीत व रोशन की तलाश में ही छापे मार कर रही हैं। जब तक इन दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती, उस समय तक इस मामले में अन्य आरोपियों के बारे में भी पुलिस को अहम सुराग नहीं लग रहे।
बलजीत पोंकरी खेड़ी व रोशन पर पुलिस की नजर
एसआईटी इंचार्ज एएसपी कुलदीप सिंह ने बताया कि ठेकेदार हत्याकांड में फरार चल रहे बलजीत पोंकरी खेड़ी व रोशन के ठिकानों पर पुलिस लगातार दबिश दे रही है। इन दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही इस मामले में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी व खुलासे होंगे। आरोपियों ने पुलिस से बचने के लिए हाईटेक तकनीक हत्याकांड में अपनाई थी। अब पुलिस इस मामले में डाटा एकत्रित करने का काम कर रही है।