अमर शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के बलिदान दिवस पर अपनी भावुक श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि कांग्रेस चाहती तो भगत सिंह का गांव बंगा आज भारत में होता। आजादी का इतिहास कहता है कि महात्मा गांधी चाहते तो भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी टल सकती थी।
धनखड़ बुधवार को बादली हलके के कुलाना मंडल में स्थित गांव पाटौदा में शहीदी दिवस पर आयोजित मेरा रंग दे बसंती चोला कार्यक्रम में बोल रहे थे। प्रदेश अध्यक्ष ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को स्वयं हुसैनीवाला, जलियांवाला बाग और राजगुरु नगर से लाई गई बलिदानी मिट्टी का तिलक किया और देश के लिए इन बलिदानियों द्वारा दिखाए गए रास्ते पर चलने का आह्वान किया।
धनखड़ ने स्वतंत्रता आंदोलन के महानायकों को याद करते हुए कहा कि कांग्रेस बलिदानियों की ख्याति से भी डरती थी, इसलिए कांग्रेस ने कभी स्वतंत्रता के लिए जान देने वाले बलिदानियों का नाम देश के सामने नहीं आने दिया। कांग्रेस और नेहरू चाहते तो महान बलिदानी भगत सिंह का गांव बंगा आज भारत में होता, लेकिन नेहरू और कांग्रेस के उस समय के अन्य बड़े नेताओं ने इसके लिए कोई भी प्रयास नहीं किया।
उन्होंने इतिहास का हवाला देते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लेने वाले लोग ही मानते रहे हैं कि गांधी चाहते तो भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी टल सकती थी। सुखदेव ने महात्मा गांधी को पत्र भी लिखा था। देश के सभी नागरिकों को इस पत्र को पढ़ना चाहिए ताकि सही तथ्य देश के सामने आ सकें। धनखड़ ने कहा कि देश के लोगों की यह भी मान्यता है कि सुखदेव की इस चिट्ठी के कारण ही अंग्रेजों ने निश्चित समय से 11 घंटे पहले ही देश के इन नायकों को फांसी दी।
धनखड़ ने कहा कि भाजपा युवा मोर्चा के तत्वावधान में बुधवार को हरियाणा के सभी 307 मंडलों में शहीद नमन और रंग दे बसंती चोला कार्यक्रम आयोजित किए गए। पार्टी के सभी युवा कार्यकर्ता बधाई के पात्र हैं। धनखड़ ने कहा कि भाजपा का स्पष्ट एजेंडा है कि आजादी के अमृत महोत्सव में कांग्रेस द्वारा उपेक्षित सभी वीर बलिदानियों को सम्मान देने और उनका नाम उजागर करने के लिए भाजपा पहले भी लगातार काम करती रही है और भविष्य में भी करती रहेगी।
उन्होंने कहा कि हम शहीदों की सोच को सदा जिंदा रखेंगे। इस पर उन्होंने शहीदों तुम्हारी सोच पर, पहरा देंगे ठोक कर स्लोगन भी कार्यकर्ताओं को दिया। कार्यक्रम में जिला प्रभारी महेश चौहान, दिनेश शास्त्री, आनंद सागर, प्रेम धनखड़, विनोद भटेड़ा, आजाद सिहं चाहार, भीष्मपाल सिंह, अजीत फौजी सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने रंग दे बसंती चोला गीत गाकर शहीदों को नमन किया।
कांग्रेस को गलती का अहसास, अच्छी बात
ओमप्रकाश धनखड़ ने कांग्रेसी नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि यह अच्छी बात है कि भाजपा की देखादेखी अब कांग्रेसी नेता भी शहीदों को याद करने उनके गांवों तक पहुंच रहे हैं। धनखड़ ने कहा कि शायद अब कांग्रेस को अपनी गलतियों का अहसास होने लगा है, यह अच्छी बात है।
अगर कांग्रेस सही फैसले सही समय पर लेती तो स्वतंत्रता के लिए बलिदान देने वाले लाखों सेनानियों का नाम और उनकी शौर्य गाथाएं हमारे इतिहास के पन्नों में दर्ज होती, लेकिन कांग्रेस ने सारा श्रेय खुद लेने की कोशिश की, जिससे हजारों बलिदानियों के साथ न्याय नहीं हो सका।
कहा, इमरान का बयान हर भारतीय के लिए अलार्म
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के कश्मीर की डेमोग्राफी बदलने वाले बयान से हर भारतीय को सजग हो जाना चाहिए। विगत में बांग्लादेशियों व रोहिंग्या की घुसपैठ का परिणाम हम देख चुके हैं। पाक पीएम का यह बयान हमारे लिए अलार्म होना चाहिए। हर भारतीय को जागरूक, मजबूत और प्रभावी होना है।
वीर शहीदों के सपनों का सशक्त भारत बनाना है, देश को और मजबूत बनाना है। कश्मीर फाइल फिल्म से सीख लेनी है। काश्मीरी पंडितों के साथ जो व्यवहार हुआ, भविष्य में ऐसा व्यवहार किसी भारतीय के साथ न हो। इसके लिए प्रत्येक भारतीय को सजग और मजबूत होना होगा।
विस्तार
अमर शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के बलिदान दिवस पर अपनी भावुक श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि कांग्रेस चाहती तो भगत सिंह का गांव बंगा आज भारत में होता। आजादी का इतिहास कहता है कि महात्मा गांधी चाहते तो भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी टल सकती थी।
धनखड़ बुधवार को बादली हलके के कुलाना मंडल में स्थित गांव पाटौदा में शहीदी दिवस पर आयोजित मेरा रंग दे बसंती चोला कार्यक्रम में बोल रहे थे। प्रदेश अध्यक्ष ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को स्वयं हुसैनीवाला, जलियांवाला बाग और राजगुरु नगर से लाई गई बलिदानी मिट्टी का तिलक किया और देश के लिए इन बलिदानियों द्वारा दिखाए गए रास्ते पर चलने का आह्वान किया।
धनखड़ ने स्वतंत्रता आंदोलन के महानायकों को याद करते हुए कहा कि कांग्रेस बलिदानियों की ख्याति से भी डरती थी, इसलिए कांग्रेस ने कभी स्वतंत्रता के लिए जान देने वाले बलिदानियों का नाम देश के सामने नहीं आने दिया। कांग्रेस और नेहरू चाहते तो महान बलिदानी भगत सिंह का गांव बंगा आज भारत में होता, लेकिन नेहरू और कांग्रेस के उस समय के अन्य बड़े नेताओं ने इसके लिए कोई भी प्रयास नहीं किया।
उन्होंने इतिहास का हवाला देते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लेने वाले लोग ही मानते रहे हैं कि गांधी चाहते तो भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी टल सकती थी। सुखदेव ने महात्मा गांधी को पत्र भी लिखा था। देश के सभी नागरिकों को इस पत्र को पढ़ना चाहिए ताकि सही तथ्य देश के सामने आ सकें। धनखड़ ने कहा कि देश के लोगों की यह भी मान्यता है कि सुखदेव की इस चिट्ठी के कारण ही अंग्रेजों ने निश्चित समय से 11 घंटे पहले ही देश के इन नायकों को फांसी दी।
धनखड़ ने कहा कि भाजपा युवा मोर्चा के तत्वावधान में बुधवार को हरियाणा के सभी 307 मंडलों में शहीद नमन और रंग दे बसंती चोला कार्यक्रम आयोजित किए गए। पार्टी के सभी युवा कार्यकर्ता बधाई के पात्र हैं। धनखड़ ने कहा कि भाजपा का स्पष्ट एजेंडा है कि आजादी के अमृत महोत्सव में कांग्रेस द्वारा उपेक्षित सभी वीर बलिदानियों को सम्मान देने और उनका नाम उजागर करने के लिए भाजपा पहले भी लगातार काम करती रही है और भविष्य में भी करती रहेगी।
उन्होंने कहा कि हम शहीदों की सोच को सदा जिंदा रखेंगे। इस पर उन्होंने शहीदों तुम्हारी सोच पर, पहरा देंगे ठोक कर स्लोगन भी कार्यकर्ताओं को दिया। कार्यक्रम में जिला प्रभारी महेश चौहान, दिनेश शास्त्री, आनंद सागर, प्रेम धनखड़, विनोद भटेड़ा, आजाद सिहं चाहार, भीष्मपाल सिंह, अजीत फौजी सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने रंग दे बसंती चोला गीत गाकर शहीदों को नमन किया।
कांग्रेस को गलती का अहसास, अच्छी बात
ओमप्रकाश धनखड़ ने कांग्रेसी नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि यह अच्छी बात है कि भाजपा की देखादेखी अब कांग्रेसी नेता भी शहीदों को याद करने उनके गांवों तक पहुंच रहे हैं। धनखड़ ने कहा कि शायद अब कांग्रेस को अपनी गलतियों का अहसास होने लगा है, यह अच्छी बात है।
अगर कांग्रेस सही फैसले सही समय पर लेती तो स्वतंत्रता के लिए बलिदान देने वाले लाखों सेनानियों का नाम और उनकी शौर्य गाथाएं हमारे इतिहास के पन्नों में दर्ज होती, लेकिन कांग्रेस ने सारा श्रेय खुद लेने की कोशिश की, जिससे हजारों बलिदानियों के साथ न्याय नहीं हो सका।
कहा, इमरान का बयान हर भारतीय के लिए अलार्म
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के कश्मीर की डेमोग्राफी बदलने वाले बयान से हर भारतीय को सजग हो जाना चाहिए। विगत में बांग्लादेशियों व रोहिंग्या की घुसपैठ का परिणाम हम देख चुके हैं। पाक पीएम का यह बयान हमारे लिए अलार्म होना चाहिए। हर भारतीय को जागरूक, मजबूत और प्रभावी होना है।
वीर शहीदों के सपनों का सशक्त भारत बनाना है, देश को और मजबूत बनाना है। कश्मीर फाइल फिल्म से सीख लेनी है। काश्मीरी पंडितों के साथ जो व्यवहार हुआ, भविष्य में ऐसा व्यवहार किसी भारतीय के साथ न हो। इसके लिए प्रत्येक भारतीय को सजग और मजबूत होना होगा।