फतेहाबाद। सिरसा लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी सांसद सुनीता दुग्गल को मिले सात लाख से अधिक वोटों ने जहां पिछले सारे रिकार्ड बड़े अंतर से तोड़ दिए, वहीं लोगों के साथ राजनैतिक पंडितों को भी चक्कर में डाल दिया। मतदान के बाद दुग्गल की जीत तो तय मानी जा रही थी, लेकिन जीत के आंकड़े को लेकर हर कोई अपनी अलग थ्योरी बता रहा था। लेकिन किसी भी थ्योरी में दुग्गल की जीत का आंकड़ा डेढ़ लाख से अधिक और उन्हें मिलने वाले वोट साढ़े पांच से छह लाख से अधिक नहीं बताए जा रहे थे। लेकिन फतेहाबाद विधानसभा से उन्हें रिकॉर्ड मत मिले और सारे कयास हवा बनकर उड़ते नजर आए। ‘अमर उजाला’ ने दुग्गल की जीत में ध्वजवाहक बनकर उभरे फतेहाबाद विस के सभी बूथों का अध्ययन किया और ये जानने का प्रयास किया कि आखिर दुग्गल की जीत इतनी विराट कैसे हो गई।
फतेहाबाद के 93 बूथों पर दहाई में भी नहीं पहुंच सके इनेलो के वोट
फतेहाबाद हलके में इनेलो का सारा वोट बीजेपी के पाले में शिफ्ट हो गया है और यहीं से सुनीता दुग्गल दोगुनी मजबूती के साथ फतेहाबाद को फतह करने में कामयाब रही। फतेहाबाद विस हलके में कुल 237 बूथ हैं, लेकिन इनमें से 93 बूथ ऐसे रहे जहां पर पूर्व सांसद चरणजीत सिंह रोड़ी दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके। कम से कम 4 बूथ ऐसे थे जहां पर उन्हें शून्य का भी मुंह देखना पड़ा। फतेहाबाद हलके से इनेलो का विधायक है और पिछले विस चुनाव में इनेलो की टिकट पर विधायक बनने वाले बलवान सिंह दौलतपुरिया ने फतेहाबाद शहर से अच्छे वोट हासिल किए थे। लेकिन लोकसभा चुनावों में शहर छोड़िये, इनेलो का गढ़ समझे जाने वाले भट्टू बेल्ट ने भी रोड़ी को घास तक नहीं डाली।
212 बूथों पर पचास का आंकड़ा भी पार नहीं कर सके इनेलो प्रत्याशी चरणजीत रोड़ी
इकाई अंकों में रहे 93 बूथों के साथ फतेहाबाद विस के कुल 237 बूथों में से 212 बूथों पर इनेलो प्रत्याशी पचास का आंकड़ा भी नहीं छू सका। ऐसे में इस प्रदर्शन के साथ सबसे बुरी हार ही रोड़ी के मुकद्दर में लिखी थी और यही उन्हें मिली भी। सभी 237 बूथों में से एक भी बूथ पर इनेलो प्रत्याशी दूसरे नंबर पर नहीं आ सका और इसी के साथ उनके लिए सबसे बड़ी हार का सबब लिखा जा चुका था।
सर्वाधिक 229 नंबर बूथ पर मिले 160 वोट, सौ से अधिक वोट सिर्फ छह बूथों पर ले सकी इनेलो
जिस प्रत्याशी को दहाई अंकों में वोट मिलने के लाले रहे हों, उसके लिए सौ से अधिक वोटों वाले बूथ किसी स्वर्णिम स्वप्र से कम क्या होंगे। इनेलो प्रत्याशी चरणजीत सिंह रोड़ी के हिस्से में ऐसे महज छह बूथ ही आए। उन्हें बूथ नंबर 229 पर सर्वाधिक 160 वोट मिले। इसके अलावा बूथ नंबर 101 पर 105 वोट, 227 नंबर बूथ पर 106, 228 नंबर बूथ पर भी 106 वोट, 229 नंबर पर 160 मत, 230 नंबर बूथ पर 134 वोट और 232 नंबर बूथ पर 101 वोट मिल सके। लेकिन इन सभी बूथों पर भी उन्हें तीसरे स्थान से ही संतोष करना पड़ा।
फतेहाबाद। सिरसा लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी सांसद सुनीता दुग्गल को मिले सात लाख से अधिक वोटों ने जहां पिछले सारे रिकार्ड बड़े अंतर से तोड़ दिए, वहीं लोगों के साथ राजनैतिक पंडितों को भी चक्कर में डाल दिया। मतदान के बाद दुग्गल की जीत तो तय मानी जा रही थी, लेकिन जीत के आंकड़े को लेकर हर कोई अपनी अलग थ्योरी बता रहा था। लेकिन किसी भी थ्योरी में दुग्गल की जीत का आंकड़ा डेढ़ लाख से अधिक और उन्हें मिलने वाले वोट साढ़े पांच से छह लाख से अधिक नहीं बताए जा रहे थे। लेकिन फतेहाबाद विधानसभा से उन्हें रिकॉर्ड मत मिले और सारे कयास हवा बनकर उड़ते नजर आए। ‘अमर उजाला’ ने दुग्गल की जीत में ध्वजवाहक बनकर उभरे फतेहाबाद विस के सभी बूथों का अध्ययन किया और ये जानने का प्रयास किया कि आखिर दुग्गल की जीत इतनी विराट कैसे हो गई।
फतेहाबाद के 93 बूथों पर दहाई में भी नहीं पहुंच सके इनेलो के वोट
फतेहाबाद हलके में इनेलो का सारा वोट बीजेपी के पाले में शिफ्ट हो गया है और यहीं से सुनीता दुग्गल दोगुनी मजबूती के साथ फतेहाबाद को फतह करने में कामयाब रही। फतेहाबाद विस हलके में कुल 237 बूथ हैं, लेकिन इनमें से 93 बूथ ऐसे रहे जहां पर पूर्व सांसद चरणजीत सिंह रोड़ी दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके। कम से कम 4 बूथ ऐसे थे जहां पर उन्हें शून्य का भी मुंह देखना पड़ा। फतेहाबाद हलके से इनेलो का विधायक है और पिछले विस चुनाव में इनेलो की टिकट पर विधायक बनने वाले बलवान सिंह दौलतपुरिया ने फतेहाबाद शहर से अच्छे वोट हासिल किए थे। लेकिन लोकसभा चुनावों में शहर छोड़िये, इनेलो का गढ़ समझे जाने वाले भट्टू बेल्ट ने भी रोड़ी को घास तक नहीं डाली।
212 बूथों पर पचास का आंकड़ा भी पार नहीं कर सके इनेलो प्रत्याशी चरणजीत रोड़ी
इकाई अंकों में रहे 93 बूथों के साथ फतेहाबाद विस के कुल 237 बूथों में से 212 बूथों पर इनेलो प्रत्याशी पचास का आंकड़ा भी नहीं छू सका। ऐसे में इस प्रदर्शन के साथ सबसे बुरी हार ही रोड़ी के मुकद्दर में लिखी थी और यही उन्हें मिली भी। सभी 237 बूथों में से एक भी बूथ पर इनेलो प्रत्याशी दूसरे नंबर पर नहीं आ सका और इसी के साथ उनके लिए सबसे बड़ी हार का सबब लिखा जा चुका था।
सर्वाधिक 229 नंबर बूथ पर मिले 160 वोट, सौ से अधिक वोट सिर्फ छह बूथों पर ले सकी इनेलो
जिस प्रत्याशी को दहाई अंकों में वोट मिलने के लाले रहे हों, उसके लिए सौ से अधिक वोटों वाले बूथ किसी स्वर्णिम स्वप्र से कम क्या होंगे। इनेलो प्रत्याशी चरणजीत सिंह रोड़ी के हिस्से में ऐसे महज छह बूथ ही आए। उन्हें बूथ नंबर 229 पर सर्वाधिक 160 वोट मिले। इसके अलावा बूथ नंबर 101 पर 105 वोट, 227 नंबर बूथ पर 106, 228 नंबर बूथ पर भी 106 वोट, 229 नंबर पर 160 मत, 230 नंबर बूथ पर 134 वोट और 232 नंबर बूथ पर 101 वोट मिल सके। लेकिन इन सभी बूथों पर भी उन्हें तीसरे स्थान से ही संतोष करना पड़ा।