पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
कोरोना काल के चलते शिवरात्रि पर्व पर रविवार को शारीरिक दूरी का पालन करते हुए 30 हजार श्रद्घालुओं ने शिवलिंग पर जलाभिषेक किया। कुछ मंदिरों में तो सैनिटाइजर मशीन से गुजरने के बाद श्रद्धालुओं को अंदर प्रवेश मिला। इस दौरान मंदिरों की सुरक्षा और कोरोना से बचाव के लिए 350 पुलिसकर्मी तैनात रहे। दोपहर 12 बजे तक मंदिरों में श्रद्धालुओं का आगमन होता रहा।
मालूम हो कि इस बार कोरोना के चलते शिवरात्रि पर्व पर कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध है। जिसके चलते लोग खुद हरिद्वार जाकर गंगाजल नहीं ला पाए। सामाजिक संगठनों ने जिले के विभिन्न मंदिरों में श्रद्धालुओं के लिए गंगाजल की व्यवस्था करते हुए 5000 लीटर हरिद्वार से मंगवाया गया। रविवार को मंदिरों में रखीं टंकियों से 25 हजार श्रद्धालुओं ने गंगाजल लेकर जलाभिषेक किया।
सुबह तड़के से ही बाला वाला जोहड़ मंदिर में पहुंचे श्रद्धालुओं का तांता लग गया। मंदिर के मुख्यद्वार पर सैनिटाइजर मशीन लगाई गई। जिससे गुजरने के बाद ही श्रद्धालुओं को अंदर प्रवेश मिला। यहां हवन भी किया गया। आयोजन में महंत सच्चानाथ का सानिध्य रहा। महंत सच्चानाथ ने बताया कि यहां करीब पांच हजार श्रद्घालुओं ने जलाभिषेक किया। वहीं, ऐतिहासिक बड़ा शिव मंदिर के बाहर इस बार मेला नहीं लगा। बच्चों की संख्या भी इस बार कम ही रही। यहां भी हजारों श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। मंदिर प्रबंधन समिति ने गंगाजल की व्यवस्था श्रद्घालुओं के लिए की। एक श्रद्घालु को करीब 200 मिलीलीटर गंगाजल दिया गया। जबकि कीकरवासनी क्षेत्र स्थित शिव मंदिर में इस बार श्रद्घालु सीधे शिवलिंग पर जलाभिषेक नहीं कर पाए। मंदिर प्रबंधन समिति ने इस बार शिवलिंग तक जल या दूध पहुंचाने के डिब्बा रखा। प्लास्टिक पाइप के जरिए श्रद्घालुओं द्वारा डिब्बे में डाला गया जल या दूध शिवलिंग तक पहुंचा।
अनाज मंडी शिव मंदिर में कतार बनवाकर श्रद्घालुओं को दिया गंगाजल
अनाज मंडी शिव मंदिर में श्रद्घालुओं के लिए 500 लीटर गंगाजल की व्यवस्था की गई। यहां करीब दो हजार श्रद्घालुओं ने जलाभिषेक किया। मंदिर प्रबंधन समिति ने कतार बनवाकर श्रद्घालुओं को शिवलिंग का अभिषेक करने के लिए गंगाजल वितरित किया। यह मंदिर शहर के प्राचीन मंदिरों में से है।
इन मंदिरों में भी पहुंचे श्रद्घालु
शिवरात्रि पर्व पर झज्जर घाटी स्थित शिव मंदिर में भी श्रद्घालुओं ने जलाभिषेक किया। इसके अलावा चरखी गेट स्थित शिव मंदिर में भी श्रद्घालु ने पूजा की। महेंद्रगढ़ चुंगी स्थित शिव मंदिर और रंगीला मंदिर में भी काफी तादाद में श्रद्घालु जलाभिषेक करने पहुंचे।
कोरोना काल के चलते शिवरात्रि पर्व पर रविवार को शारीरिक दूरी का पालन करते हुए 30 हजार श्रद्घालुओं ने शिवलिंग पर जलाभिषेक किया। कुछ मंदिरों में तो सैनिटाइजर मशीन से गुजरने के बाद श्रद्धालुओं को अंदर प्रवेश मिला। इस दौरान मंदिरों की सुरक्षा और कोरोना से बचाव के लिए 350 पुलिसकर्मी तैनात रहे। दोपहर 12 बजे तक मंदिरों में श्रद्धालुओं का आगमन होता रहा।
मालूम हो कि इस बार कोरोना के चलते शिवरात्रि पर्व पर कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध है। जिसके चलते लोग खुद हरिद्वार जाकर गंगाजल नहीं ला पाए। सामाजिक संगठनों ने जिले के विभिन्न मंदिरों में श्रद्धालुओं के लिए गंगाजल की व्यवस्था करते हुए 5000 लीटर हरिद्वार से मंगवाया गया। रविवार को मंदिरों में रखीं टंकियों से 25 हजार श्रद्धालुओं ने गंगाजल लेकर जलाभिषेक किया।
सुबह तड़के से ही बाला वाला जोहड़ मंदिर में पहुंचे श्रद्धालुओं का तांता लग गया। मंदिर के मुख्यद्वार पर सैनिटाइजर मशीन लगाई गई। जिससे गुजरने के बाद ही श्रद्धालुओं को अंदर प्रवेश मिला। यहां हवन भी किया गया। आयोजन में महंत सच्चानाथ का सानिध्य रहा। महंत सच्चानाथ ने बताया कि यहां करीब पांच हजार श्रद्घालुओं ने जलाभिषेक किया। वहीं, ऐतिहासिक बड़ा शिव मंदिर के बाहर इस बार मेला नहीं लगा। बच्चों की संख्या भी इस बार कम ही रही। यहां भी हजारों श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। मंदिर प्रबंधन समिति ने गंगाजल की व्यवस्था श्रद्घालुओं के लिए की। एक श्रद्घालु को करीब 200 मिलीलीटर गंगाजल दिया गया। जबकि कीकरवासनी क्षेत्र स्थित शिव मंदिर में इस बार श्रद्घालु सीधे शिवलिंग पर जलाभिषेक नहीं कर पाए। मंदिर प्रबंधन समिति ने इस बार शिवलिंग तक जल या दूध पहुंचाने के डिब्बा रखा। प्लास्टिक पाइप के जरिए श्रद्घालुओं द्वारा डिब्बे में डाला गया जल या दूध शिवलिंग तक पहुंचा।
अनाज मंडी शिव मंदिर में कतार बनवाकर श्रद्घालुओं को दिया गंगाजल
अनाज मंडी शिव मंदिर में श्रद्घालुओं के लिए 500 लीटर गंगाजल की व्यवस्था की गई। यहां करीब दो हजार श्रद्घालुओं ने जलाभिषेक किया। मंदिर प्रबंधन समिति ने कतार बनवाकर श्रद्घालुओं को शिवलिंग का अभिषेक करने के लिए गंगाजल वितरित किया। यह मंदिर शहर के प्राचीन मंदिरों में से है।
इन मंदिरों में भी पहुंचे श्रद्घालु
शिवरात्रि पर्व पर झज्जर घाटी स्थित शिव मंदिर में भी श्रद्घालुओं ने जलाभिषेक किया। इसके अलावा चरखी गेट स्थित शिव मंदिर में भी श्रद्घालु ने पूजा की। महेंद्रगढ़ चुंगी स्थित शिव मंदिर और रंगीला मंदिर में भी काफी तादाद में श्रद्घालु जलाभिषेक करने पहुंचे।