अंबाला। शहर की सफाई को लेकर नियुक्त लोकल कमिश्नर ने नगर निगम के दावों की धज्जियां उड़ा दी। अपनी रिपोर्ट में कमिश्नर ने साफ कहा कि शहर गंदगी से बेहाल है। अदालत में दायर रिपोर्ट में लोकल कमिश्नर 49 जगह का मुुुआयना करने का भी जिक्र किया। जहां-जहां स्थिति बेहद गंभीर मिली उनका जिक्र भी रिपोर्ट में विस्तार से किया गया। इसी आधार पर मामले की सुनवाई कर रहे एडिशनल सिविल जज ( सीनियर डिवीजन ) अंबरदीप सिंह की अदालत ने नगर निगम कमिश्नर डॉ.पार्थ गुप्ता व ईओ की सरकारी गाड़ियों को अटैच करने के आदेश दिए। बता दें कि वकीलों ने गंदगी के मामले में कोर्ट में याचिका दायर की है।
इंस्पेक्टर बोले निरंतर हो रही है सफाई
बुधवार को एडिशनल सिविल जज अंबरदीप सिंह की अदालत में शहर की सफाई के मामले में दायर याचिका पर सुनवाई तय थी। नगर निगम की ओर से अदालत में पेश हुए सेनेटरी इंस्पेक्टर सुनील दत्त ने शहर में निरंतर सफाई की बात कही। लेकिन लोकल कमिश्नर पूनम रानी ने निगम के दावों की धज्जियां उखेड़ दी। पेश रिपोर्ट में पूनम ने सिलसिलेवार 49 जगहों का मुआयना करने का जिक्र किया।
इन स्थानों पर मिले कूड़े के ढेर
- पुराना सेशन कोर्ट के पीछे विजय नगर
- सेक्टर-9 स्थित भारत पेट्रोलियम फ्लेट्स के पास
- करण पैलेस के पीछे
- मॉडल टाउन के सर्कुलर रोड पर योगसर बेकरी के सामने
- जसपाल नर्सिंग होम के पास
- प्रेम नगर स्थित अग्रवाल अस्पताल के सामने
- ओबीसी बैंक के साथ लगते 66 केवी ट्रांसफार्मर के पास
- सिविल अस्पताल के प्रवेश द्वार पर
- जीटी रोड पर सब्जी मंडी के पास
- मोटर मार्केट व सेक्टर- 9 में हाउस नंबर 232 के पास
- सिटी होटल रेलवे रोड
- खेड़ा चौक, मानव चौक स्थित सब्जी मंडी
- ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स मानव चौक के पास, अग्रसेन चौक
- सेक्टर-21, सिटी के हनुमान मंदिर के पास
कूड़े से निकलता हुआ मिला धुआं
प्रेमनगर स्थित ओबीसी बैंक के पास मिले कूड़े से तो जांच के दौरान धुआं निकलता मिला। इसके अलावा सेक्टर-10 के सामने परशुराम नगर, सौंडा-जलबेहड़ा रोड पर गुरुद्वारे के सामने, सिंघावाला गांव के पास सरस्वती नगर, मानव चौक के पिछले हिस्से में, सेक्टर-8 के एससीओ के पास, प्रिंस अस्पताल के पास, लक्ष्मीनगर स्थित हनुमान मंदिर के पास के पास भी जांच में कूड़ा ही मिला।
अफसरों के यहां ही हो रही सफाई
लोकल कमिश्नर को जांच में नई व पुरानी ऑफिसर कॉलोनी में सफाई व्यवस्था पूरी तरह दुरुस्त मिली। पुराने रिकार्ड रूम के पास, पोलिटेक्निक चौक, डिस्ट्रिक कोर्ट के पास पीर की दरगाह, हरी पैलेस, पुलिस चौकी नंबर 4 के पास, टीबी अस्पताल, कालका चौक के पास बैडमिंटन हॉल, कालका चौक के पास ऑटो स्टैंड पर भी सफाई दुरुस्त पाई गई। इसके अलावा ऑब्जर्वेशन होम उसके बॉथरूम व टॉयलेट, ऑब्जर्वेशन होम के सामने, पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस रोड पर व वकीलों के चैंबर के पास सफाई मेेें जांच के दौरान थोड़ा सुधार मिला है।
इन जगह भी स्थित खराब मिली
मॉडल टाउन हाउस नंबर-57 के सामने, इंको चौक के पास अंडरब्रिज, सेक्टर-9 के पीछे, सेक्टर-8 स्थित हाउस नंबर-334 पी, सेक्टर-8 के प्रवेश द्वार के पास, नई अनाज मंडी के निकासी द्वार पर भी सफाई की स्थिति खराब मिली। इसके अलावा मंजी साहिब चौक, ट्रक मार्केट, नेशनल हाईवे पर चोपड़ा फर्नीचर के पास, सर्राफा बाजार स्थित डच बेकरी के पास भी कमिश्नर को गंदगी मिली। वकीलों की पार्किंग के पास सफाई के काम में सुधार दिखा।
पहले दिन मिली सफाई अगले दिन गंदगी
लोकल कमिश्नर पूनम ने अपनी रिपोर्ट में विकास विहार मार्केट की सफाई को लेकर अलग से जिक्र किया है। 18 फरवरी 2020 को जांच में यहां सफाई मिली। दो डस्टबिन भी यहां साफ सुथरे मिले। मगर 19 फरवरी को यहां गंदगी की भरमार मिली। दोनों डस्टबिन भी कूड़े से फुल मिले। जबकि उनका कूड़ा भी आसपास फैला मिला।
फिर अदालत ने सुनाया कड़ा फैसला
लोकल कमिश्नर की रिपोर्ट का आंकलन करने के बाद अदालत ने बिगड़ी सफाई व्यवस्था के लिए सीधेतौर पर निगम अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया। इसी वजह से उनकी सरकारी गाड़ियां अटैच करने का फैसला सुनाया। अदालत ने नगर निगम कमिश्नर डॉ. पार्थ गुप्ता की सरकारी गाड़ी ( नंबर- एचआर07 एस0001) और ईओ विनोद सहारण की सरकारी गाड़ी (नंबर- एचआर-01एएच-0888) को अटैच करने के आदेश दिए हैं। इस गाड़ी का कई दूसरे अधिकारी भी इस्तेमाल करते हैं।
गाड़ियां अटैच करने के बाद आगे क्या:-
निगम आयुक्त और ईओ की सरकारी गाड़ी अटैच के बाद अब कोर्ट से निगम में वैलिफ जाएगा। यह दोनों गाड़ियों को अपने कब्जे में ले सकता है। इसके अलावा वह कोर्ट के आदेशों पर इन दोनों गाड़ियों पर वहीं पर कोर्ट की संपत्ति होने का नोटिस भी चस्पा कर सकता है। साथ ही यह भी आदेश दे सकता है कि इन दोनों गाड़ियों को अब इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। इसके बाद इन दोनों गाड़ियों की आरसी किसी के नाम ट्रांसफर नहीं हो सकती। वीरवार को ही यह तय हो सकेगा कि इनमें से क्या कार्रवाई की जाएगी?
हम शहर की जनता के लिए ये लड़ाई लड़ रहे हैं। टैक्सों के भुगतान के बावजूद जनता को सफाई जैसी बुनियादी सुविधा तक नहीं मिल रही है। अदालत के कड़े फैसले से हमें अधिकारियों की नींद टूटने की उम्मीद है। लोकल कमिश्नर ने खुद अपनी आंखों से पूरे शहर का हाल देखा है।
एडवोकेट रोहित जैन, याचिकाकर्ता।
अंबाला। शहर की सफाई को लेकर नियुक्त लोकल कमिश्नर ने नगर निगम के दावों की धज्जियां उड़ा दी। अपनी रिपोर्ट में कमिश्नर ने साफ कहा कि शहर गंदगी से बेहाल है। अदालत में दायर रिपोर्ट में लोकल कमिश्नर 49 जगह का मुुुआयना करने का भी जिक्र किया। जहां-जहां स्थिति बेहद गंभीर मिली उनका जिक्र भी रिपोर्ट में विस्तार से किया गया। इसी आधार पर मामले की सुनवाई कर रहे एडिशनल सिविल जज ( सीनियर डिवीजन ) अंबरदीप सिंह की अदालत ने नगर निगम कमिश्नर डॉ.पार्थ गुप्ता व ईओ की सरकारी गाड़ियों को अटैच करने के आदेश दिए। बता दें कि वकीलों ने गंदगी के मामले में कोर्ट में याचिका दायर की है।
इंस्पेक्टर बोले निरंतर हो रही है सफाई
बुधवार को एडिशनल सिविल जज अंबरदीप सिंह की अदालत में शहर की सफाई के मामले में दायर याचिका पर सुनवाई तय थी। नगर निगम की ओर से अदालत में पेश हुए सेनेटरी इंस्पेक्टर सुनील दत्त ने शहर में निरंतर सफाई की बात कही। लेकिन लोकल कमिश्नर पूनम रानी ने निगम के दावों की धज्जियां उखेड़ दी। पेश रिपोर्ट में पूनम ने सिलसिलेवार 49 जगहों का मुआयना करने का जिक्र किया।
इन स्थानों पर मिले कूड़े के ढेर
- पुराना सेशन कोर्ट के पीछे विजय नगर
- सेक्टर-9 स्थित भारत पेट्रोलियम फ्लेट्स के पास
- करण पैलेस के पीछे
- मॉडल टाउन के सर्कुलर रोड पर योगसर बेकरी के सामने
- जसपाल नर्सिंग होम के पास
- प्रेम नगर स्थित अग्रवाल अस्पताल के सामने
- ओबीसी बैंक के साथ लगते 66 केवी ट्रांसफार्मर के पास
- सिविल अस्पताल के प्रवेश द्वार पर
- जीटी रोड पर सब्जी मंडी के पास
- मोटर मार्केट व सेक्टर- 9 में हाउस नंबर 232 के पास
- सिटी होटल रेलवे रोड
- खेड़ा चौक, मानव चौक स्थित सब्जी मंडी
- ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स मानव चौक के पास, अग्रसेन चौक
- सेक्टर-21, सिटी के हनुमान मंदिर के पास
कूड़े से निकलता हुआ मिला धुआं
प्रेमनगर स्थित ओबीसी बैंक के पास मिले कूड़े से तो जांच के दौरान धुआं निकलता मिला। इसके अलावा सेक्टर-10 के सामने परशुराम नगर, सौंडा-जलबेहड़ा रोड पर गुरुद्वारे के सामने, सिंघावाला गांव के पास सरस्वती नगर, मानव चौक के पिछले हिस्से में, सेक्टर-8 के एससीओ के पास, प्रिंस अस्पताल के पास, लक्ष्मीनगर स्थित हनुमान मंदिर के पास के पास भी जांच में कूड़ा ही मिला।
अफसरों के यहां ही हो रही सफाई
लोकल कमिश्नर को जांच में नई व पुरानी ऑफिसर कॉलोनी में सफाई व्यवस्था पूरी तरह दुरुस्त मिली। पुराने रिकार्ड रूम के पास, पोलिटेक्निक चौक, डिस्ट्रिक कोर्ट के पास पीर की दरगाह, हरी पैलेस, पुलिस चौकी नंबर 4 के पास, टीबी अस्पताल, कालका चौक के पास बैडमिंटन हॉल, कालका चौक के पास ऑटो स्टैंड पर भी सफाई दुरुस्त पाई गई। इसके अलावा ऑब्जर्वेशन होम उसके बॉथरूम व टॉयलेट, ऑब्जर्वेशन होम के सामने, पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस रोड पर व वकीलों के चैंबर के पास सफाई मेेें जांच के दौरान थोड़ा सुधार मिला है।
इन जगह भी स्थित खराब मिली
मॉडल टाउन हाउस नंबर-57 के सामने, इंको चौक के पास अंडरब्रिज, सेक्टर-9 के पीछे, सेक्टर-8 स्थित हाउस नंबर-334 पी, सेक्टर-8 के प्रवेश द्वार के पास, नई अनाज मंडी के निकासी द्वार पर भी सफाई की स्थिति खराब मिली। इसके अलावा मंजी साहिब चौक, ट्रक मार्केट, नेशनल हाईवे पर चोपड़ा फर्नीचर के पास, सर्राफा बाजार स्थित डच बेकरी के पास भी कमिश्नर को गंदगी मिली। वकीलों की पार्किंग के पास सफाई के काम में सुधार दिखा।
पहले दिन मिली सफाई अगले दिन गंदगी
लोकल कमिश्नर पूनम ने अपनी रिपोर्ट में विकास विहार मार्केट की सफाई को लेकर अलग से जिक्र किया है। 18 फरवरी 2020 को जांच में यहां सफाई मिली। दो डस्टबिन भी यहां साफ सुथरे मिले। मगर 19 फरवरी को यहां गंदगी की भरमार मिली। दोनों डस्टबिन भी कूड़े से फुल मिले। जबकि उनका कूड़ा भी आसपास फैला मिला।
फिर अदालत ने सुनाया कड़ा फैसला
लोकल कमिश्नर की रिपोर्ट का आंकलन करने के बाद अदालत ने बिगड़ी सफाई व्यवस्था के लिए सीधेतौर पर निगम अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया। इसी वजह से उनकी सरकारी गाड़ियां अटैच करने का फैसला सुनाया। अदालत ने नगर निगम कमिश्नर डॉ. पार्थ गुप्ता की सरकारी गाड़ी ( नंबर- एचआर07 एस0001) और ईओ विनोद सहारण की सरकारी गाड़ी (नंबर- एचआर-01एएच-0888) को अटैच करने के आदेश दिए हैं। इस गाड़ी का कई दूसरे अधिकारी भी इस्तेमाल करते हैं।
गाड़ियां अटैच करने के बाद आगे क्या:-
निगम आयुक्त और ईओ की सरकारी गाड़ी अटैच के बाद अब कोर्ट से निगम में वैलिफ जाएगा। यह दोनों गाड़ियों को अपने कब्जे में ले सकता है। इसके अलावा वह कोर्ट के आदेशों पर इन दोनों गाड़ियों पर वहीं पर कोर्ट की संपत्ति होने का नोटिस भी चस्पा कर सकता है। साथ ही यह भी आदेश दे सकता है कि इन दोनों गाड़ियों को अब इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। इसके बाद इन दोनों गाड़ियों की आरसी किसी के नाम ट्रांसफर नहीं हो सकती। वीरवार को ही यह तय हो सकेगा कि इनमें से क्या कार्रवाई की जाएगी?
हम शहर की जनता के लिए ये लड़ाई लड़ रहे हैं। टैक्सों के भुगतान के बावजूद जनता को सफाई जैसी बुनियादी सुविधा तक नहीं मिल रही है। अदालत के कड़े फैसले से हमें अधिकारियों की नींद टूटने की उम्मीद है। लोकल कमिश्नर ने खुद अपनी आंखों से पूरे शहर का हाल देखा है।
एडवोकेट रोहित जैन, याचिकाकर्ता।