पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
बस्ती जिले की पुलिस महकमे में महामारी का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। अपर पुलिस अधीक्षक के पॉजिटिव पाए जाने के बाद अंदर में खलबली मची हुई है। हालात ऐसे हैं कि एसपी दफ्तर सील, लालगंज थाना मुंडेरवा से संबंध, वाल्टरगंज के सिपाही पर एफआईआर दर्ज की गई।
कारण यह रहा कि संक्रमित होने के बावजूद उसने बिना किसी को बताए ड्यूटी की। यह है पुलिस महकमे का सूरतेहाल। जिसके कंधे पर सुरक्षा-व्यवस्था का सारा भार है, वह खुद भी बीमार है। अब कहा जा सकता है कि अब मदद कौन करे सरकार..!
पिछले हफ्ते संतकबीरनगर से बस्ती मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर को महुली रोड पर लालगंज थाने के मथौली के आसपास सरेराह मनबढ़ों ने घेर लिया था। डॉक्टर थाने पर मदद की गुहार करते रहे लेकिन पुलिस तब पहुंची जब हमलावर भागकर छिप चुके थे।
इसमें पुलिस की चूक नहीं बल्कि हालात दोषी हैं। असल में लालगंज थाना सील होने की वजह से उसका कामकाज मुंडेरवा थाने से चल रहा था। ऐसे में मुंडेरवा से बनकटी मथौली पहुंचने में वक्त लगना लाजिमी है।
शुक्रवार को परशुरामपुर कस्बे की महिला एसपी दफ्तर फरियाद लेकर पहुंची। पट्टीदारों के उत्पीड़न से तंग महिला की थाने पर सुनवाई नहीं हुई तो उसने बड़े अधिकारी से गुहार करने आई थी। लेकिन पहुंचते ही उसे बताया गया कि दफ्तर सील है। ऐसे में उसे वापस लौटना पड़ा।
बृहस्पतिवार को वाल्टरगंज के सिपाही को कोरोना पॉजिटिव पाया गया। उसने बिना किसी को बताए ड्यूटी की। जिसकी जानकारी होने पर खलबली मच गई। उस सिपाही पर एफआईआर दर्ज की गई।
एसपी हेमराज मीणा का कहना है कि हालात विषम हैं लेकिन आवश्यक कार्य पूरी तंमयता से किए जा रहे हैं। पुलिस हर हाल में आम जन की सेवा में तत्पर है।
सार
- पुलिस अफसर,जवानों के पॉजिटिव होने से हड़कंप
- एडिशनल एसपी, दरोगा-सिपाही मिले पॉजिटिव
- लालगंज थाने का मुंडेरवा से हो रहा कामकाज
- एएसपी के पॉजिटिव होने से अंदरखाने में खलबली
विस्तार
बस्ती जिले की पुलिस महकमे में महामारी का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। अपर पुलिस अधीक्षक के पॉजिटिव पाए जाने के बाद अंदर में खलबली मची हुई है। हालात ऐसे हैं कि एसपी दफ्तर सील, लालगंज थाना मुंडेरवा से संबंध, वाल्टरगंज के सिपाही पर एफआईआर दर्ज की गई।
कारण यह रहा कि संक्रमित होने के बावजूद उसने बिना किसी को बताए ड्यूटी की। यह है पुलिस महकमे का सूरतेहाल। जिसके कंधे पर सुरक्षा-व्यवस्था का सारा भार है, वह खुद भी बीमार है। अब कहा जा सकता है कि अब मदद कौन करे सरकार..!
पिछले हफ्ते संतकबीरनगर से बस्ती मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर को महुली रोड पर लालगंज थाने के मथौली के आसपास सरेराह मनबढ़ों ने घेर लिया था। डॉक्टर थाने पर मदद की गुहार करते रहे लेकिन पुलिस तब पहुंची जब हमलावर भागकर छिप चुके थे।
विषम हैं हालात,फिर भी पुलिस तत्पर
इसमें पुलिस की चूक नहीं बल्कि हालात दोषी हैं। असल में लालगंज थाना सील होने की वजह से उसका कामकाज मुंडेरवा थाने से चल रहा था। ऐसे में मुंडेरवा से बनकटी मथौली पहुंचने में वक्त लगना लाजिमी है।
शुक्रवार को परशुरामपुर कस्बे की महिला एसपी दफ्तर फरियाद लेकर पहुंची। पट्टीदारों के उत्पीड़न से तंग महिला की थाने पर सुनवाई नहीं हुई तो उसने बड़े अधिकारी से गुहार करने आई थी। लेकिन पहुंचते ही उसे बताया गया कि दफ्तर सील है। ऐसे में उसे वापस लौटना पड़ा।
बृहस्पतिवार को वाल्टरगंज के सिपाही को कोरोना पॉजिटिव पाया गया। उसने बिना किसी को बताए ड्यूटी की। जिसकी जानकारी होने पर खलबली मच गई। उस सिपाही पर एफआईआर दर्ज की गई।
एसपी हेमराज मीणा का कहना है कि हालात विषम हैं लेकिन आवश्यक कार्य पूरी तंमयता से किए जा रहे हैं। पुलिस हर हाल में आम जन की सेवा में तत्पर है।