गोरखपुर जिले के झंगहा के नौकाबारी गांव में दो दोस्तों की हत्या का सबब एक लड़की ही बनी। दोनों हत्यारोपी पुलिस के कब्जे में हैं, मगर कानूनी औपचारिकताओं के चलते पुलिस ने अभी इनकी पहचान पर पर्दा डाल रखा है। पुलिस की तफ्तीश में खून से सनी इस प्रेम कहानी की सभी पर्तें खुल गईं है।
संक्षेप में कहानी कुछ ऐसी है कि एक लड़की से एक लड़के को प्यार था। लड़की ने किन्हीं कारणों से उससे किनारा कर लिया और दूसरे लड़के की चाहत बन गई। पहले लड़के को यह इस कदर नागवार गुजरा कि उसने दूसरे लड़के को अपने एक साथी की मदद से मौत के घाट उतार दिया।
इस कहानी में पहला लड़का अब इस केस का मुख्य आरोपी है। दूसरा लड़का मौत का शिकार हुआ, आकाश जायसवाल है। दुर्भाग्य से आकाश के साथ रहने की वजह से गणेश को नाहक ही अपनी जान गंवानी पड़ी। आरोपियों ने दोनों को मौत के घाट उतारने के लिए जिस कुदाल का इस्तेमाल किया था, वह भी पुलिस ने बरामद कर ली।
मुख्य आरोपी की कुंडली पुलिस ने खोली तो पता चला कि इस वारदात से पहले, वह दुष्कर्म की घटना अंजाम दे चुका था। इस आरोप में वह कुछ महीने पहले ही जमानत पर छूटकर बाहर आया था।
गहरी दोस्ती बनी मौत की वजह
जानकारी के मुताबिक, हत्यारोपी आकाश के गांव का ही रहने वाला है। इस गांव में आरोपी की ननिहाल है। इस घटना की उत्प्रेरक लड़की का गांव, हत्यारोपी और मौत के शिकार आकाश के गांव से करीब छह किलोमीटर दूर है। हत्यारोपी से इस लड़की की गहरी दोस्ती थी। करीब 11 महीने तक लड़की के साथ वह रहा भी था। लेकिन, बाद में दोनों की जाति अलग होने की जानकारी हुई तो घरवालों के कहने पर लड़की ने रिश्ता तोड़ लिया था। लड़की ने हत्यारोपी का नंबर मोबाइल में ब्लैक लिस्ट में डाल दिया और बातचीत भी बंद कर दी।
इसी बीच लड़की के संबंध आकाश से हो गए थे। आरोपी ने आकाश को उस लड़की से दूर रहने की हिदायत दी, लेकिन आकाश ने नजर अंदाज कर दिया। इस पर आरोपी ने अपने एक साथी को हमराज बनाया और आकाश के कत्ल की साजिश रच डाली। गांव के पास ही जेसीबी से किसी ने मिट्टी का खनन कराया था।
साजिश के तहत इसी में हत्या कर शव को ठिकाने लगाना तय किया गया। आरोपी ने आकाश को बुलाया और उसके हाथ बांध दिए, गड्ढे में धकेलकर वे उसे मारने वाले ही थे कि आकाश की तलाश करते उसका दोस्त गणेश भी वहां पर पहुंच गया, फिर कातिलों ने उसके हाथ भी बांध दिए।
दोनों को गड्ढे में धकेलकर, सिर पर कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार कर दोनों को मौत के घाट उतार दिया गया। चूंकि, हत्या की घटना गड्ढे में ही अंजाम दी गई, इसलिए ऐसा लगा कि हत्या कहीं और करके लाश वहां ठिकाने लगाई गई है। हालांकि, आरोपियों के बयान से सब साफ हो गया।
जेल में हत्यारोपी की हुई थी लड़की के मां-बाप से मुलाकात
लड़की के पिता का विवाद अपनी बहू से हो गया था। विवाद के दौरान ही बहू को धक्का दे दिया था और सिर पर चोट लगने की वजह से उसकी मौत हो गई थी। साल 2020 में हुई इस घटना में बहू की हत्या के आरोप में सास-ससुर (लड़की के मां-बाप) आरोपी बने और उन्हें पुलिस ने जेल भेजा था। इधर, मुख्य हत्यारोपी भी गांव की एक लड़की से दुष्कर्म के आरोप में जेल भेजा गया था।
जेल में ही दोस्तों की हत्या के आरोपी की मुलाकात लड़की के मां-बाप से हो गई। दुष्कर्म के आरोप में बंद युवक (दोस्तों की हत्या का मुख्य आरोपी) बाद में जमानत पर बाहर आ गया। इसके बाद मां-बाप की रजामंदी पर लड़की युवक के साथ ग्यारह महीने तक रही।
जाति की जानकारी होने पर टूट गया रिश्ता
जमानत पर लड़की के मां-बाप जब बाहर आए, तब उन्हें युवक के जाति के बारे में जानकारी हुई। दरअसल, वर्तमान में हत्यारोपी अपने ननिहाल में रहता है। वह मूलरूप से देवरिया के रामपुर कारखाना का रहने वाला है। यही वजह है कि लड़की के घरवालों को उसके जाति की जानकारी पहले नहीं थी। बाहर आने पर गांव से जब युवक के जाति के बारे में जानकारी हुई तो लड़की के घरवालों ने रिश्ता तोड़ दिया। लड़की ने भी अपने घरवालों की बात मानते हुए उससे किनारा कर लिया।
ग्लव्स पहन की थी हत्या, मांग कर लाया था कुदाल
हत्यारोपी इतना शातिर है कि ग्लव्स पहनकर उसने वारदात को अंजाम दिया। इसके पीछे उसकी मंशा थी कि फिंगर प्रिंट ना मिलने पाए। इतना ही नहीं कुदाल भी गांव से मांग कर लाया था। वारदात करने के बाद उस पर फिंगर प्रिंट ना आए, इसके लिए उसे वाशिंग पाउडर से धोकर दे आया था। ग्लव्स को भी उसने पानी में फेंक दिया था। शातिर बदमाश ने मौका-ए-वारदात पर फुट प्रिंट न मिले, इससे बचने के लिए पानी का इस्तेमाल किया था। गड्ढे के पास ही पानी है, हत्या के बाद सीधे उसी में छलांग लगाई थी और उसी रास्ते गया, ताकि कहीं पर भी फुट प्रिंट ना मिल सके।
अमर उजाला ने हत्या के वजह की ओर कर दिया था इशारा
अमर उजाला ने पहले दिन से ही हत्या की वजह की ओर इशारा कर दिया था। जिस तरह से शवों को दफनाया गया था, उसका विश्लेषण कर अमर उजाला ने बताया था कि कातिल गांव का ही कोई है। गणेश नाहक ही मारा गया, यह भी संकेत कर दिया था। कातिल कम से कम दो होंगे। अब पुलिस की तफ्तीश में यह सब बात सही साबित हो रही है।
एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने कहा कि पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है। पुलिस को अहम सुराग मिले हैं। उम्मीद है, जल्द ही घटना का पर्दाफाश कर लिया जाएगा।
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गोरखपुर जिले के झंगहा के नौकाबारी गांव में दो दोस्तों की हत्या का सबब एक लड़की ही बनी। दोनों हत्यारोपी पुलिस के कब्जे में हैं, मगर कानूनी औपचारिकताओं के चलते पुलिस ने अभी इनकी पहचान पर पर्दा डाल रखा है। पुलिस की तफ्तीश में खून से सनी इस प्रेम कहानी की सभी पर्तें खुल गईं है।
संक्षेप में कहानी कुछ ऐसी है कि एक लड़की से एक लड़के को प्यार था। लड़की ने किन्हीं कारणों से उससे किनारा कर लिया और दूसरे लड़के की चाहत बन गई। पहले लड़के को यह इस कदर नागवार गुजरा कि उसने दूसरे लड़के को अपने एक साथी की मदद से मौत के घाट उतार दिया।
इस कहानी में पहला लड़का अब इस केस का मुख्य आरोपी है। दूसरा लड़का मौत का शिकार हुआ, आकाश जायसवाल है। दुर्भाग्य से आकाश के साथ रहने की वजह से गणेश को नाहक ही अपनी जान गंवानी पड़ी। आरोपियों ने दोनों को मौत के घाट उतारने के लिए जिस कुदाल का इस्तेमाल किया था, वह भी पुलिस ने बरामद कर ली।
मुख्य आरोपी की कुंडली पुलिस ने खोली तो पता चला कि इस वारदात से पहले, वह दुष्कर्म की घटना अंजाम दे चुका था। इस आरोप में वह कुछ महीने पहले ही जमानत पर छूटकर बाहर आया था।