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नई दिल्ली। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 पूरी तरह समावेशी होगी और इससे शिक्षा व्यवस्था को अंतरराष्ट्रीय मानकों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।
निशंक ने कहा, यह नीति देश के युवाओं को बहुभाषी और आशावादी बनाएगी। यह भारतीयता के आधार पर खड़ी होगी और अंतरराष्ट्रीय सीमाओं तक पहुंचेगी। यह प्रभावशाली होगी और संवाद की निरंतरता को सुनिश्चित करने में मदद करेगी। यह पूरी तरह समावेशी भी होगी। निशंक आईआईटी दिल्ली के डायमंड जुबली समारोह में बोल रहे थे।
उन्होंने आईआईटी दिल्ली से आगे आकर देश की शिक्षा व्यवस्था के डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने में मदद करने का आह्वान किया। निशंक ने कहा, भारत पहला देश है जो 33 करोड़ विद्यार्थियों को ऑनलाइन शिक्षा उपलब्ध कराने की ओर आगे बढ़ रहा है।
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये इस समारोह में शामिल हुए। इस दौरान उपराष्ट्रपति ने डायमंड जुबली लोगो और आईआईटी दिल्ली का रणनीति दस्तावेज भी जारी किया।
नई दिल्ली। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 पूरी तरह समावेशी होगी और इससे शिक्षा व्यवस्था को अंतरराष्ट्रीय मानकों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।
निशंक ने कहा, यह नीति देश के युवाओं को बहुभाषी और आशावादी बनाएगी। यह भारतीयता के आधार पर खड़ी होगी और अंतरराष्ट्रीय सीमाओं तक पहुंचेगी। यह प्रभावशाली होगी और संवाद की निरंतरता को सुनिश्चित करने में मदद करेगी। यह पूरी तरह समावेशी भी होगी। निशंक आईआईटी दिल्ली के डायमंड जुबली समारोह में बोल रहे थे।
उन्होंने आईआईटी दिल्ली से आगे आकर देश की शिक्षा व्यवस्था के डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने में मदद करने का आह्वान किया। निशंक ने कहा, भारत पहला देश है जो 33 करोड़ विद्यार्थियों को ऑनलाइन शिक्षा उपलब्ध कराने की ओर आगे बढ़ रहा है।
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये इस समारोह में शामिल हुए। इस दौरान उपराष्ट्रपति ने डायमंड जुबली लोगो और आईआईटी दिल्ली का रणनीति दस्तावेज भी जारी किया।