फेज टू स्थित नोएडा स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एनएसईजेड) में प्लास्टिक दाना बनाने वाली फैक्ट्री में सोमवार दोपहर बाद भीषण आग लग गई। आग की चपेट में एक और फैक्ट्री भी आ गई। प्लास्टिक दाना बनाने वाली फैक्ट्री के पूरे हिस्से में आग लगी जबकि दूसरी फैक्ट्री को थोड़ा कम नुकसान हुआ। देर रात तक दमकल की 20 गाड़ियां आग बुझाने की कोशिश में जुटी हुई थीं। आग में किसी के हताहत होने या फंसे होने की जानकारी नहीं है। फिलहाल आग से करोड़ों के नुकसान होने की बात कही जा रही है।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि एनएसईजेड में प्लॉट नंबर 24ए पर प्लास्टिक प्रोसेसर्स एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है। यहां प्लास्टिक दाना बनता है। सोमवार दोपहर बाद लगभग 3 बजे फैक्ट्री के एक हिस्से में आग लग गई। इससे यहां अफरातफरी मच गई और काम करने वाले कर्मचारी भाग खड़े हुए। फैक्ट्री के अंदर प्लास्टिक दाना, प्लास्टिक का सामान, तेल व अन्य ज्वलनशील पदार्थ होने के कारण देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया।
मौके पर पहुंची अग्निशमन विभाग की टीम ने आग बुझाने का काम शुरू किया तब तक पड़ोस की प्लॉट नंबर 24 स्थित आरबीएफ लेटेक्स तक आग की लपटें पहुंच गई। इसके बाद नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद से 20 दमकल वाहन मौके पर बुलाए गए। देर रात तक आग बुझाने का काम जारी था। आरबीएफ लेटेक्स कंपनी की आग को कुछ हद तक काबू पाया गया है। इससे इसमें कम नुकसान हुआ है। इस फैक्ट्री में ग्लव्स बनाए जाते हैं।
दोनों फैक्ट्रियों में काम कर रहे थे 100 से ज्यादा लोग
जिस वक्त आग लगी उसी दौरान दोनों फैक्ट्रियों में सौ से अधिक लोग काम कर रहे थे। आग लगते ही वहां अफरातफरी मच गई और किसी तरह लोगों को बाहर निकाला गया। इस दौरान महिलाओं समेत कुछ लोग गिर भी गए। इससे चोटें भी आई हैं। अग्निशमन विभाग के मुताबिक फैक्ट्री के अंदर कोई भी नहीं फंसा है।
प्लास्टिक व केमिकल के कारण आग बुझाने में दिक्कत
दोनों फैक्ट्रियों में प्लास्टिक का काम होता है। इस फैक्ट्री में प्लास्टिक के दाने व दूसरी में ग्लव्स बनाने का काम होता है। दोनों की फैक्ट्रियों में प्लास्टिक और केमिकल का इस्तेमाल होता है। इस कारण आग बुझाने में दिक्कत हो रही है।
दो फैक्ट्रियों में आग लगी है। आग बुझाने के लिए 20 से अधिक दमकल के वाहन लगाए गए हैं। इसमें कोई हताहत नहीं हुआ है- अरुण कुमार सिंह, मुख्य अग्निशमन अधिकारी।
तीन वर्ष में हुए अग्निकांड
वर्ष हादसे नुकसान
2017 618 54 करोड़
2016 1359 70.98 करोड़ रुपये
2015 1000 54 करोड़ रुपये
19 अप्रैल को सबसे भयानक हादसा
19 अप्रैल 2017 को सेक्टर-11 स्थित एलईडी बल्ब बनाने की कंपनी एक्सेल ग्रीनटेक में सबसे भयानक हादसा हुआ। चौथी मंजिल पर आग लगने से 6 लोग जिंदा जल गए थे। हादसे में कंपनी का एक निदेशक तथा एचआर हेड की भी जान चली गई। पूरी इमारत जल गई थी। इसके बाद 9 मई को सेक्टर-63 में खिलौना बनाने की कंपनी नियो क्राफ्ट इंपेक्स में भीषण आग लगने से 450 लोग फंस गए थे, लेकिन सभी सकुशल निकल गए। हादसे में एक दमकलकर्मी समेत पांच लोग घायल हो गए थे। जबकि पूरी कंपनी जल गई थी।
90 फीसदी औद्योगिक इमारतें असुरक्षित
नोएडा की औद्योगिक इकाइयों में अग्निसुरक्षा मानकों के पालन में लापरवाही बरती जा रही है। नोएडा की कंपनियों में अग्निसुरक्षा उपायों की जांच शुरू की गई। अग्निशमन विभाग की मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़ तथा नोएडा की टीमें लगातार नोएडा की कंपनियों तथा फैक्ट्री की जांच कर रही हैं। इसमें अधिकतर औद्योगिक इकाइयों में खामियां मिल रही हैं। इन्हें विभाग नोटिस भेजेगा।
एनओसी के नाम पर होता है खेल
नोएडा में अग्नि सुरक्षा को लेकर बड़े पैमाने पर बिल्डरों, उद्योगपतियों, व्यापारियों आदि द्वारा मनमानी की जा रही है। इसके बाद भी मानकों के तमाम उल्लंघन के बावजूद इन्हें अग्निशमन विभाग से एनओसी मिल जाती है। चर्चा है कि अग्निशमन विभाग जांच कर एनओसी देने की जगह उसकी कीमत वसूलकर एनओसी देता है। अग्निशमन विभाग पर पैसे लेकर एनओसी देने के आरोप हमेशा लगते रहते हैं। अग्निशमन विभाग पर सुरक्षा उपकरण लगाने वाली एजेंसियों व ठेकेदार से भी सांठगांठ करने के भी आरोप लगते हैं। आवेदकों को जबरन उन्हीं डीलरों के यहां से उपकरण लगवाने का दबाव बनाया जाता है।
आग के हुए बड़े मामले
* 13 जनवरी 2018 - सेक्टर-9 स्थित लकड़ी के गोदाम में लगी भीषण आग। 20 घंटे बाद अग्निशमन विभाग ने किया काबू।
* 6 सितंबर 2017 - सेक्टर-68 स्थित हल्दीराम की फैक्ट्री में लगी भीषण आग। तीन दिन बाद काबू को काबू करने में मिला सफलता। एक माह बाद मलबे में मिला एक कर्मचारी का शव।
* 18 मई 2017- सेक्टर-18 स्थित मैकडोनाल्ड रेस्तरां में लगी भीषण आग। नजदीक के इंडसइंड एटीएम से शुरू हुई थी आग।
* 17 मई 2017 - ग्रेटर नोएडा ईकोटेक स्थित फोम फैक्ट्री में लगी भीषण आग। दूसरे दिन पाया जा सका काबू।
* 10 मई 2017 - ग्रेटर नोएडा स्थि ईपैक कंपनी में आग लगने से मची अफरातफरी।
* 19 अप्रैल 2017 - सेक्टर-11 की तीन मंजिला एक्सेल ग्रीनटेक कंपनी में आग से मालिक व युवती समेत छह की मौत।
फेज टू स्थित नोएडा स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एनएसईजेड) में प्लास्टिक दाना बनाने वाली फैक्ट्री में सोमवार दोपहर बाद भीषण आग लग गई। आग की चपेट में एक और फैक्ट्री भी आ गई। प्लास्टिक दाना बनाने वाली फैक्ट्री के पूरे हिस्से में आग लगी जबकि दूसरी फैक्ट्री को थोड़ा कम नुकसान हुआ। देर रात तक दमकल की 20 गाड़ियां आग बुझाने की कोशिश में जुटी हुई थीं। आग में किसी के हताहत होने या फंसे होने की जानकारी नहीं है। फिलहाल आग से करोड़ों के नुकसान होने की बात कही जा रही है।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि एनएसईजेड में प्लॉट नंबर 24ए पर प्लास्टिक प्रोसेसर्स एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है। यहां प्लास्टिक दाना बनता है। सोमवार दोपहर बाद लगभग 3 बजे फैक्ट्री के एक हिस्से में आग लग गई। इससे यहां अफरातफरी मच गई और काम करने वाले कर्मचारी भाग खड़े हुए। फैक्ट्री के अंदर प्लास्टिक दाना, प्लास्टिक का सामान, तेल व अन्य ज्वलनशील पदार्थ होने के कारण देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया।
मौके पर पहुंची अग्निशमन विभाग की टीम ने आग बुझाने का काम शुरू किया तब तक पड़ोस की प्लॉट नंबर 24 स्थित आरबीएफ लेटेक्स तक आग की लपटें पहुंच गई। इसके बाद नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद से 20 दमकल वाहन मौके पर बुलाए गए। देर रात तक आग बुझाने का काम जारी था। आरबीएफ लेटेक्स कंपनी की आग को कुछ हद तक काबू पाया गया है। इससे इसमें कम नुकसान हुआ है। इस फैक्ट्री में ग्लव्स बनाए जाते हैं।
दोनों फैक्ट्रियों में काम कर रहे थे 100 से ज्यादा लोग
जिस वक्त आग लगी उसी दौरान दोनों फैक्ट्रियों में सौ से अधिक लोग काम कर रहे थे। आग लगते ही वहां अफरातफरी मच गई और किसी तरह लोगों को बाहर निकाला गया। इस दौरान महिलाओं समेत कुछ लोग गिर भी गए। इससे चोटें भी आई हैं। अग्निशमन विभाग के मुताबिक फैक्ट्री के अंदर कोई भी नहीं फंसा है।
प्लास्टिक व केमिकल के कारण आग बुझाने में दिक्कत
दोनों फैक्ट्रियों में प्लास्टिक का काम होता है। इस फैक्ट्री में प्लास्टिक के दाने व दूसरी में ग्लव्स बनाने का काम होता है। दोनों की फैक्ट्रियों में प्लास्टिक और केमिकल का इस्तेमाल होता है। इस कारण आग बुझाने में दिक्कत हो रही है।
दो फैक्ट्रियों में आग लगी है। आग बुझाने के लिए 20 से अधिक दमकल के वाहन लगाए गए हैं। इसमें कोई हताहत नहीं हुआ है- अरुण कुमार सिंह, मुख्य अग्निशमन अधिकारी।
तीन वर्ष में हुए अग्निकांड
वर्ष हादसे नुकसान
2017 618 54 करोड़
2016 1359 70.98 करोड़ रुपये
2015 1000 54 करोड़ रुपये
19 अप्रैल को सबसे भयानक हादसा
19 अप्रैल 2017 को सेक्टर-11 स्थित एलईडी बल्ब बनाने की कंपनी एक्सेल ग्रीनटेक में सबसे भयानक हादसा हुआ। चौथी मंजिल पर आग लगने से 6 लोग जिंदा जल गए थे। हादसे में कंपनी का एक निदेशक तथा एचआर हेड की भी जान चली गई। पूरी इमारत जल गई थी। इसके बाद 9 मई को सेक्टर-63 में खिलौना बनाने की कंपनी नियो क्राफ्ट इंपेक्स में भीषण आग लगने से 450 लोग फंस गए थे, लेकिन सभी सकुशल निकल गए। हादसे में एक दमकलकर्मी समेत पांच लोग घायल हो गए थे। जबकि पूरी कंपनी जल गई थी।
90 फीसदी औद्योगिक इमारतें असुरक्षित
नोएडा की औद्योगिक इकाइयों में अग्निसुरक्षा मानकों के पालन में लापरवाही बरती जा रही है। नोएडा की कंपनियों में अग्निसुरक्षा उपायों की जांच शुरू की गई। अग्निशमन विभाग की मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़ तथा नोएडा की टीमें लगातार नोएडा की कंपनियों तथा फैक्ट्री की जांच कर रही हैं। इसमें अधिकतर औद्योगिक इकाइयों में खामियां मिल रही हैं। इन्हें विभाग नोटिस भेजेगा।
एनओसी के नाम पर होता है खेल
नोएडा में अग्नि सुरक्षा को लेकर बड़े पैमाने पर बिल्डरों, उद्योगपतियों, व्यापारियों आदि द्वारा मनमानी की जा रही है। इसके बाद भी मानकों के तमाम उल्लंघन के बावजूद इन्हें अग्निशमन विभाग से एनओसी मिल जाती है। चर्चा है कि अग्निशमन विभाग जांच कर एनओसी देने की जगह उसकी कीमत वसूलकर एनओसी देता है। अग्निशमन विभाग पर पैसे लेकर एनओसी देने के आरोप हमेशा लगते रहते हैं। अग्निशमन विभाग पर सुरक्षा उपकरण लगाने वाली एजेंसियों व ठेकेदार से भी सांठगांठ करने के भी आरोप लगते हैं। आवेदकों को जबरन उन्हीं डीलरों के यहां से उपकरण लगवाने का दबाव बनाया जाता है।
आग के हुए बड़े मामले
* 13 जनवरी 2018 - सेक्टर-9 स्थित लकड़ी के गोदाम में लगी भीषण आग। 20 घंटे बाद अग्निशमन विभाग ने किया काबू।
* 6 सितंबर 2017 - सेक्टर-68 स्थित हल्दीराम की फैक्ट्री में लगी भीषण आग। तीन दिन बाद काबू को काबू करने में मिला सफलता। एक माह बाद मलबे में मिला एक कर्मचारी का शव।
* 18 मई 2017- सेक्टर-18 स्थित मैकडोनाल्ड रेस्तरां में लगी भीषण आग। नजदीक के इंडसइंड एटीएम से शुरू हुई थी आग।
* 17 मई 2017 - ग्रेटर नोएडा ईकोटेक स्थित फोम फैक्ट्री में लगी भीषण आग। दूसरे दिन पाया जा सका काबू।
* 10 मई 2017 - ग्रेटर नोएडा स्थि ईपैक कंपनी में आग लगने से मची अफरातफरी।
* 19 अप्रैल 2017 - सेक्टर-11 की तीन मंजिला एक्सेल ग्रीनटेक कंपनी में आग से मालिक व युवती समेत छह की मौत।