नोएडा। मुआवजा, आबादी के विकसित भूखंड और नक्शा पॉलिसी की समस्याओं को लेकर आंदोलन कर रहे 81 गांवों के किसानों ने सोमवार को नोएडा प्राधिकरण के गेट पर कब्जा कर मवेशी बांध दिए। किसानों ने दोपहर तक किसी भी अधिकारी और कर्मचारी को कार्यालय में प्रवेश नहीं करने दिया। प्राधिकरण अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि ‘थारे अंगणे में अब तै सिर्फ म्हारा ही कौम है।’ जब तक किसानों की समस्याओं को दूर नहीं किया जाएगा। तब तक प्रतिदिन किसान इसी प्रकार अपना विरोध दर्ज कराएंगे। अहम है कि किसान 90 दिनों से प्राधिकरण के खिलाफ धरना दे रहे हैं।
सोमवार सुबह करीब 8 बजे ही प्राधिकरण कार्यालय जाने वाले सभी गेटों पर कब्जा कर लिया। किसानों की टोली अलग-अलग गेटों पर बैठ गई। करीब 12 बजे के बाद किसानों ने गेटों को खोल दिया था। मगर इक्का दुक्का कर्मचारी कार्यालय पहुंच पाए। दोपहर में काम कराने के लिए प्राधिकरण पहुंचे लोग भी लौट गए। किसान नेता बेगराज गुर्जर ने कहा कि किसानों की आवाज को दबाने का काम किया जा रहा है। 81 गांवों के किसान कहने को तो अपने घरों में रह रहे हैं लेकिन किरायेदार से ज्यादा हैसियत नहीं है। किसान नेता गौतम अवाना ने कहा कि प्राधिकरण अधिकारी किसानों पर एक के बाद एक बंदिश लगाते जा रहे हैं। अब किसानों पर नक्शा नीति लागू की जा रही है। अपने अधिकारों के लिए मांग करते करते चार दशक से अधिक समय हो गया है पर अब आर-पार की लड़ाई होगी। इस मौके पर बीसी प्रधान, रामपाल अवाना, अशोक चौहान, उदल यादव आदि समेत काफी किसान मौजूद रहे।
किसान लगाएंगे आचार संहिता, गांवों में भाजपा नेताओं को नहीं करने देंगे प्रवेश
किसान नेता उदल यादव ने कहा कि विधानसभा चुनाव ज्यादा दूर नहीं है। जल्द ही आचार संहिता लगाई जा सकती है। इस बार किसान भी जिले के जनप्रतिनिधियों के लिए आचार संहिता लगाने की तैयारी में हैं। यदि किसानों की समस्याएं पूरी नहीं होती है तो गांवों में भाजपा नेताओं को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
औद्योगिक विकास मंत्री महाना से मिला प्रतिनिधिमंडल
नोएडा। भारतीय किसान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखवीर खलीफा के नेतृत्व में 10 किसानों का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को लखनऊ में औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना से मिला। किसानों को महाना से मिलाने के लिए नोएडा विधायक पंकज सिंह और दादरी विधायक तेजपाल सिंह नागर ने पहल की थी। किसानों ने अपनी समस्याएं रखी और कैबिनेट मंत्री को अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन भी सौंपा। किसानों ने कहा कि जब केंद्र सरकार तीन कानूनों को वापस ले सकती है तो क्या प्राधिकरण किसानों की समस्याओं को दूर नहीं करा सकता है। सुखवीर खलीफा ने कहा कि किसानों का प्राधिकरण पर आंदोलन जारी रहेगा। मंगलवार से प्राधिकरण पर पशुओं के लिए पशु शेड बनाया जाएगा और उनकी संख्या भी बढ़ाई जाएगी। ब्यूरो
ठंड से बचने के लिए किसानों ने ट्रॉली को बनाया कमरा
प्राधिकरण पर जारी धरने को 90 दिन हो गए हैं। किसान अभी तक खुले में ही दिन रात धरना दे रहे थे। अब सर्दी बढ़ने के कारण किसानों ने ट्रॉलियों को ही कमरे के रूप में तैयार कराना शुरू कर दिया है। रात में किसान ट्रालियों में ही रहेंगे। ब्यूरो
नोएडा। मुआवजा, आबादी के विकसित भूखंड और नक्शा पॉलिसी की समस्याओं को लेकर आंदोलन कर रहे 81 गांवों के किसानों ने सोमवार को नोएडा प्राधिकरण के गेट पर कब्जा कर मवेशी बांध दिए। किसानों ने दोपहर तक किसी भी अधिकारी और कर्मचारी को कार्यालय में प्रवेश नहीं करने दिया। प्राधिकरण अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि ‘थारे अंगणे में अब तै सिर्फ म्हारा ही कौम है।’ जब तक किसानों की समस्याओं को दूर नहीं किया जाएगा। तब तक प्रतिदिन किसान इसी प्रकार अपना विरोध दर्ज कराएंगे। अहम है कि किसान 90 दिनों से प्राधिकरण के खिलाफ धरना दे रहे हैं।
सोमवार सुबह करीब 8 बजे ही प्राधिकरण कार्यालय जाने वाले सभी गेटों पर कब्जा कर लिया। किसानों की टोली अलग-अलग गेटों पर बैठ गई। करीब 12 बजे के बाद किसानों ने गेटों को खोल दिया था। मगर इक्का दुक्का कर्मचारी कार्यालय पहुंच पाए। दोपहर में काम कराने के लिए प्राधिकरण पहुंचे लोग भी लौट गए। किसान नेता बेगराज गुर्जर ने कहा कि किसानों की आवाज को दबाने का काम किया जा रहा है। 81 गांवों के किसान कहने को तो अपने घरों में रह रहे हैं लेकिन किरायेदार से ज्यादा हैसियत नहीं है। किसान नेता गौतम अवाना ने कहा कि प्राधिकरण अधिकारी किसानों पर एक के बाद एक बंदिश लगाते जा रहे हैं। अब किसानों पर नक्शा नीति लागू की जा रही है। अपने अधिकारों के लिए मांग करते करते चार दशक से अधिक समय हो गया है पर अब आर-पार की लड़ाई होगी। इस मौके पर बीसी प्रधान, रामपाल अवाना, अशोक चौहान, उदल यादव आदि समेत काफी किसान मौजूद रहे।
किसान लगाएंगे आचार संहिता, गांवों में भाजपा नेताओं को नहीं करने देंगे प्रवेश
किसान नेता उदल यादव ने कहा कि विधानसभा चुनाव ज्यादा दूर नहीं है। जल्द ही आचार संहिता लगाई जा सकती है। इस बार किसान भी जिले के जनप्रतिनिधियों के लिए आचार संहिता लगाने की तैयारी में हैं। यदि किसानों की समस्याएं पूरी नहीं होती है तो गांवों में भाजपा नेताओं को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
औद्योगिक विकास मंत्री महाना से मिला प्रतिनिधिमंडल
नोएडा। भारतीय किसान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखवीर खलीफा के नेतृत्व में 10 किसानों का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को लखनऊ में औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना से मिला। किसानों को महाना से मिलाने के लिए नोएडा विधायक पंकज सिंह और दादरी विधायक तेजपाल सिंह नागर ने पहल की थी। किसानों ने अपनी समस्याएं रखी और कैबिनेट मंत्री को अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन भी सौंपा। किसानों ने कहा कि जब केंद्र सरकार तीन कानूनों को वापस ले सकती है तो क्या प्राधिकरण किसानों की समस्याओं को दूर नहीं करा सकता है। सुखवीर खलीफा ने कहा कि किसानों का प्राधिकरण पर आंदोलन जारी रहेगा। मंगलवार से प्राधिकरण पर पशुओं के लिए पशु शेड बनाया जाएगा और उनकी संख्या भी बढ़ाई जाएगी। ब्यूरो
ठंड से बचने के लिए किसानों ने ट्रॉली को बनाया कमरा
प्राधिकरण पर जारी धरने को 90 दिन हो गए हैं। किसान अभी तक खुले में ही दिन रात धरना दे रहे थे। अब सर्दी बढ़ने के कारण किसानों ने ट्रॉलियों को ही कमरे के रूप में तैयार कराना शुरू कर दिया है। रात में किसान ट्रालियों में ही रहेंगे। ब्यूरो