उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में चांद देखते वक्त शनिवार रात करीब एक बजे 25वीं मंजिल से गिरकर जुड़वां भाइयों की मौत हो गई। पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच में जुटी है। घटना विजयनगर के सिद्घार्थ विहार की प्रतीक ग्रैंड कारनेसिया सोसायटी की है। दोनों भाई डीपीएस सिद्घार्थ विहार में कक्षा नौ में पढ़ते थे।
मूलरूप से चेन्नई निवासी टीएस पलानी मदुराई एक कंपनी में एडमिन हेड हैं। वह कंपनी के काम से मुंबई गए हुए थे। घर पर पत्नी राधा और बेटी गायत्री के अलावा 14 वर्षीय जुड़वां बेटे सत्य नारायण एवं सूर्य नारायण थे।
शनिवार रात करीब 11:30 बजे दोनों भाई बगल के कमरे में मोबाइल पर गेम खेल रहे थे, जबकि राधा और गायत्री अपने कमरे में टीवी देख रहीं थीं। देर रात पति की कॉल आई उन्होंने बच्चों के बारे में पूछा। पति का फोन आने के बाद राधा बगल के कमरे में गई तो वहां दोनों बच्चे नहीं थे।
चांद देखने के लिए घंटों बालकनी में रहते थे
परिजनों के मुताबिक दोनों भाइयों को चांद देखना बहुत पसंद था। आए दिन वह बालकनी में चांद देखने के लिए घंटों खड़े रहते थे। शनिवार रात भी मोबाइल पर गेम खेलने से पहले दोनों ने मां से चांद देखने की बात की थी। पुलिस को बालकनी में कुर्सी पर प्लास्टिक का स्टूल रखा मिला है। आशंका है कि दोनों भाई स्टूल पर चढ़कर चांद देख रहे होंगे, तभी हादसा हो गया।
किशोरों के व्यवहार के बारे में परिजनों से बात की जा रही है। चांद देखने, छिपकली मारने और मोबाइल गेम के अलावा पुलिस कई बिंदुओं पर काम रही है। हालांकि किशोरों के मोबाइल में पबजी और ब्लू व्हेल जैसे गेम नहीं मिले हैं।
-निपुण अग्रवाल, एसपी सिटी
विस्तार
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में चांद देखते वक्त शनिवार रात करीब एक बजे 25वीं मंजिल से गिरकर जुड़वां भाइयों की मौत हो गई। पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच में जुटी है। घटना विजयनगर के सिद्घार्थ विहार की प्रतीक ग्रैंड कारनेसिया सोसायटी की है। दोनों भाई डीपीएस सिद्घार्थ विहार में कक्षा नौ में पढ़ते थे।
मूलरूप से चेन्नई निवासी टीएस पलानी मदुराई एक कंपनी में एडमिन हेड हैं। वह कंपनी के काम से मुंबई गए हुए थे। घर पर पत्नी राधा और बेटी गायत्री के अलावा 14 वर्षीय जुड़वां बेटे सत्य नारायण एवं सूर्य नारायण थे।
शनिवार रात करीब 11:30 बजे दोनों भाई बगल के कमरे में मोबाइल पर गेम खेल रहे थे, जबकि राधा और गायत्री अपने कमरे में टीवी देख रहीं थीं। देर रात पति की कॉल आई उन्होंने बच्चों के बारे में पूछा। पति का फोन आने के बाद राधा बगल के कमरे में गई तो वहां दोनों बच्चे नहीं थे।
चांद देखने के लिए घंटों बालकनी में रहते थे
परिजनों के मुताबिक दोनों भाइयों को चांद देखना बहुत पसंद था। आए दिन वह बालकनी में चांद देखने के लिए घंटों खड़े रहते थे। शनिवार रात भी मोबाइल पर गेम खेलने से पहले दोनों ने मां से चांद देखने की बात की थी। पुलिस को बालकनी में कुर्सी पर प्लास्टिक का स्टूल रखा मिला है। आशंका है कि दोनों भाई स्टूल पर चढ़कर चांद देख रहे होंगे, तभी हादसा हो गया।