अगर आपकी कालोनी में गंदगी है तो तत्काल कार्रवाई के लिए मोबाइल एप से शिकायत कीजिए। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने एक ‘स्वच्छता एप’ तैयार कर गाजियाबाद समेत सभी नगर निगमों को इससे जोड़ दिया है। लोग इस पर टैक्ट मैसेज के साथ ही समस्या की फोटो खींचकर भी भेज सकते हैं।
गंदगी के साथ ही लोग लाइट, पानी, सीवर आदि की समस्याओं की शिकायत भी कर सकते हैं।स्वच्छता एप’ स्वच्छ भारत मिशन का ही एक हिस्सा है। केंद्र सरकार ने क्लीन इंडिया प्रोग्राम को नगर निकायों के जरिए परवान चढ़ाने की प्लानिंग की है। जनता और अफसरों के बीच बेहतर कम्युनिकेशन के लिए यह एप तैयार किया गया है।
नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक गूगल प्ले स्टोर पर ‘स्वच्छता एप’ आ चुका है। लोग अपने स्मार्टफोन पर इस एप को डाउनलोड कर स्वच्छता अभियान की मुहिम से जुड़ सकते हैं। इस एप को डाउनलोड करने के बाद मोबाइल नंबर रजिस्टर करना होगा। इसके जरिए आप अपने शहर की शिकायतें भेज सकेंगे।
इन शिकायतों का मैसेज नगर निगम के अधिकृत अधिकारी तक पहुंचेगा और वह इस समस्या का समाधान कराया जाना सुनिश्चित करेंगे। इस एप की मानीटरिंग केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय से होती है। ऐसे में समस्या का तत्काल समाधान कराना जरूरी होगा।
प्रभारी नगर आयुक्त डीके सिन्हा ने बताया कि स्वच्छता एप पर शिकायतें मिलनी शुरू हो गई हैं। गाजियाबाद की शिकायतें मेरे मोबाइल पर आ रही हैं, उन्हें आगे फारवर्ड कर तत्काल उनका निस्तारण कराया जा रहा है। जल्द ही नगर निगम अपना मोबाइल एप भी बनाएगा।
अगर आपकी कालोनी में गंदगी है तो तत्काल कार्रवाई के लिए मोबाइल एप से शिकायत कीजिए। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने एक ‘स्वच्छता एप’ तैयार कर गाजियाबाद समेत सभी नगर निगमों को इससे जोड़ दिया है। लोग इस पर टैक्ट मैसेज के साथ ही समस्या की फोटो खींचकर भी भेज सकते हैं।
गंदगी के साथ ही लोग लाइट, पानी, सीवर आदि की समस्याओं की शिकायत भी कर सकते हैं।स्वच्छता एप’ स्वच्छ भारत मिशन का ही एक हिस्सा है। केंद्र सरकार ने क्लीन इंडिया प्रोग्राम को नगर निकायों के जरिए परवान चढ़ाने की प्लानिंग की है। जनता और अफसरों के बीच बेहतर कम्युनिकेशन के लिए यह एप तैयार किया गया है।
नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक गूगल प्ले स्टोर पर ‘स्वच्छता एप’ आ चुका है। लोग अपने स्मार्टफोन पर इस एप को डाउनलोड कर स्वच्छता अभियान की मुहिम से जुड़ सकते हैं। इस एप को डाउनलोड करने के बाद मोबाइल नंबर रजिस्टर करना होगा। इसके जरिए आप अपने शहर की शिकायतें भेज सकेंगे।
इन शिकायतों का मैसेज नगर निगम के अधिकृत अधिकारी तक पहुंचेगा और वह इस समस्या का समाधान कराया जाना सुनिश्चित करेंगे। इस एप की मानीटरिंग केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय से होती है। ऐसे में समस्या का तत्काल समाधान कराना जरूरी होगा।
प्रभारी नगर आयुक्त डीके सिन्हा ने बताया कि स्वच्छता एप पर शिकायतें मिलनी शुरू हो गई हैं। गाजियाबाद की शिकायतें मेरे मोबाइल पर आ रही हैं, उन्हें आगे फारवर्ड कर तत्काल उनका निस्तारण कराया जा रहा है। जल्द ही नगर निगम अपना मोबाइल एप भी बनाएगा।