फरीदाबाद। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उत्तर प्रदेश के अंतर्गत आने वाले महोर्सा गांव में भ्रूण लिंग जांच की सूचना पर पीएनडीटी एक्ट के तहत छापा मारा है। जांच के बाद टीम ने आहार थाना क्षेत्र में पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में पुलिस दो लोगों को गिरफ्तार करने में कामयाब रही है, जबकि मुख्य आरोपित अल्ट्रासाउंड मशीन लेकर भाग गया है। पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीमों का गठन किया है जो अलग-अलग शहरों में जांच कर रही हैं।
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि फरीदाबाद के लोग उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर व आसपास शहरों में जाकर भ्रूण जांच करवाते हैं। गुप्त सूचना के आधार पर जांच के लिए टीम गठित की गई। इसमें एक महिला को ग्राहक बनाया गया। महिला ने फरीदाबाद में रहने वाली पार्वती से संपर्क किया और 16 हजार रुपये में गर्भ में पल रहे भ्रूण के पहचान के लिए सहमति बनी। महिला पार्वती की गाड़ी में बैठकर बुलंदशहर चल दी। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की गर्भवती की गाड़ी का पीछा कर रही थी।
बुलंदशहर में प्रवेश करने पर उन्हें बबीता नाम की महिला मिली, जिसने फर्जी ग्राहक को सोहिल नाम के व्यक्ति से मिलवाया। सोहिल महिला को महोर्सा गांव ले गया। वहां पर एक शिविर लगाकर भ्रूण की जांच की जा रही थी। महिला का अल्ट्रासाउंड करके गर्भ में लड़के के भ्रूण की पुष्टि की गई। इसके बाद महिला ने इशारा कर दिया और छापेमारी शुरू कर दी। इस दौरान मुख्य आरोपित अल्ट्रासाउंड मशीन को लेकर फरार हो गया, जबकि सोहिल व अन्य व्यक्ति को पकड़ लिया।
इसके बाद टीम ने बुलंदशहर जिला प्रशासन के अधिकारियों से संपर्क किया और पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया। वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. हरजिंदर ने बताया कि फर्जी ग्राहक के अलावा अन्य महिलाएं भी भ्रूण की जांच कराने के लिए आई थी। इसमें अभी और भी गिरफ्तारियां होना संभव है। पुलिस टीम मुख्य आरोपी तलाश में अलग-अलग शहरों में जांच कर रही हैं।
फरीदाबाद। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उत्तर प्रदेश के अंतर्गत आने वाले महोर्सा गांव में भ्रूण लिंग जांच की सूचना पर पीएनडीटी एक्ट के तहत छापा मारा है। जांच के बाद टीम ने आहार थाना क्षेत्र में पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में पुलिस दो लोगों को गिरफ्तार करने में कामयाब रही है, जबकि मुख्य आरोपित अल्ट्रासाउंड मशीन लेकर भाग गया है। पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीमों का गठन किया है जो अलग-अलग शहरों में जांच कर रही हैं।
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि फरीदाबाद के लोग उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर व आसपास शहरों में जाकर भ्रूण जांच करवाते हैं। गुप्त सूचना के आधार पर जांच के लिए टीम गठित की गई। इसमें एक महिला को ग्राहक बनाया गया। महिला ने फरीदाबाद में रहने वाली पार्वती से संपर्क किया और 16 हजार रुपये में गर्भ में पल रहे भ्रूण के पहचान के लिए सहमति बनी। महिला पार्वती की गाड़ी में बैठकर बुलंदशहर चल दी। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की गर्भवती की गाड़ी का पीछा कर रही थी।
बुलंदशहर में प्रवेश करने पर उन्हें बबीता नाम की महिला मिली, जिसने फर्जी ग्राहक को सोहिल नाम के व्यक्ति से मिलवाया। सोहिल महिला को महोर्सा गांव ले गया। वहां पर एक शिविर लगाकर भ्रूण की जांच की जा रही थी। महिला का अल्ट्रासाउंड करके गर्भ में लड़के के भ्रूण की पुष्टि की गई। इसके बाद महिला ने इशारा कर दिया और छापेमारी शुरू कर दी। इस दौरान मुख्य आरोपित अल्ट्रासाउंड मशीन को लेकर फरार हो गया, जबकि सोहिल व अन्य व्यक्ति को पकड़ लिया।
इसके बाद टीम ने बुलंदशहर जिला प्रशासन के अधिकारियों से संपर्क किया और पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया। वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. हरजिंदर ने बताया कि फर्जी ग्राहक के अलावा अन्य महिलाएं भी भ्रूण की जांच कराने के लिए आई थी। इसमें अभी और भी गिरफ्तारियां होना संभव है। पुलिस टीम मुख्य आरोपी तलाश में अलग-अलग शहरों में जांच कर रही हैं।