दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखते हुए उनका धन्यवाद किया है। यह धन्यवाद उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा ऑक्सीजन की 730 मीट्रिक टन आपूर्ति के लिए किया है। पहली बार केंद्र सरकार की तरफ से दिल्ली को उसके कोटे से ज्यादा ऑक्सीजन उपलब्ध कराई है।
केजरीवाल ने कहा है कि मैं दिल्ली के लोगों की तरफ से आपका आभार व्यक्त करता हूं कि आपने कल(बुधवार) 730 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की। मैं चाहता हूं कि दिल्ली को रोज इतनी ही मात्रा में ऑक्सीजन मिले।
केजरीवाल ने अपने पत्र में लिखा, दिल्ली में कई दिनों से ऑक्सीजन की भारी कमी चल रही है। दिल्ली की खपत 700 टन ऑक्सीजन प्रतिदिन है। हम लगातार केंद्र सरकार से प्रार्थना कर रहे थे कि इतनी ऑक्सीजन हमें दी जाए। कल पहली बार दिल्ली को 730 टन ऑक्सीजन मिली है।
मैं दिल्ली के लोगों की तरफ से दिल से आपका आभार व्यक्त करता हूं। आपसे निवेदन है कि कम से कम इतनी ऑक्सीजन दिल्ली को रोज जरूर दिलवाई जाए और इसमें कोई कटौती ना की जाए। पूरी दिल्ली इसके लिए आपकी आभारी रहेगी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम बोले- ऐसे ही मिली ऑक्सीजन तो बढ़ाएंगे बेड
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर उन्हें इसी तरह उनके कोटे की पूरी ऑक्सीजन मिलती रही तो अस्पतालों में बेड भी बढ़ाए जाएंगे। ऑक्सीजन की किल्लत के चलते कई अस्पतालों को बेड कम करने पड़े थे। केजरीवाल का कहना है कि उन्हें कई अस्पतालों ने कहा है कि अगर ऑक्सीजन आपूर्ति सही से होती है तो वो अपने यहां 100 बेड्स तक बढ़ा सकते हैं। उन्होंने केंद्र से हाथ जोड़कर अपील की है कि अब रोजाना इतनी ही आपूर्ति हो ऑक्सीजन की।
इसके साथ ही केजरीवाल ने कहा कि युवाओं में टीकाकरण को लेकर काफी उत्साह है। उन्होंने युवाओं से अपील की है कि ज्यादा से ज्यादा लोग टीका लगवाएं ताकि आने वाले समय में कोरोना से लड़ाई में यह कारगर साबित हो। उन्होंने एक बार फिर कहा कि अगर हमें सही समय पर उचित मात्रा में वैक्सीन मिल गई तो पूरी दिल्ली को तीन महीनों के अंदर टीका लगा देंगे।
बता दें कि दिल्ली में ऑक्सीजन की किल्लत बीते 15 से ज्यादा दिनों से है। अप्रैल के आखिरी दो सप्ताह में हालात ऐसे हो गए थे कि बड़ी संख्या में अस्पताल ऑक्सीजन की कमी के चलते एसओएस डालने लगे थे। वह न सिर्फ सोशल मीडिया पर ऑक्सीजन की गुहार लगा रहे थे बल्कि कुछ अस्पताल तो हाईकोर्ट तक जा पहुंचे।
इन्हीं दिनों में जयपुर गोल्डन अस्पताल और बत्रा अस्पताल जैसे कुछ अन्य अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की मौत भी हो गई।
विस्तार
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखते हुए उनका धन्यवाद किया है। यह धन्यवाद उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा ऑक्सीजन की 730 मीट्रिक टन आपूर्ति के लिए किया है। पहली बार केंद्र सरकार की तरफ से दिल्ली को उसके कोटे से ज्यादा ऑक्सीजन उपलब्ध कराई है।
केजरीवाल ने कहा है कि मैं दिल्ली के लोगों की तरफ से आपका आभार व्यक्त करता हूं कि आपने कल(बुधवार) 730 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की। मैं चाहता हूं कि दिल्ली को रोज इतनी ही मात्रा में ऑक्सीजन मिले।
केजरीवाल ने अपने पत्र में लिखा, दिल्ली में कई दिनों से ऑक्सीजन की भारी कमी चल रही है। दिल्ली की खपत 700 टन ऑक्सीजन प्रतिदिन है। हम लगातार केंद्र सरकार से प्रार्थना कर रहे थे कि इतनी ऑक्सीजन हमें दी जाए। कल पहली बार दिल्ली को 730 टन ऑक्सीजन मिली है।
मैं दिल्ली के लोगों की तरफ से दिल से आपका आभार व्यक्त करता हूं। आपसे निवेदन है कि कम से कम इतनी ऑक्सीजन दिल्ली को रोज जरूर दिलवाई जाए और इसमें कोई कटौती ना की जाए। पूरी दिल्ली इसके लिए आपकी आभारी रहेगी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम बोले- ऐसे ही मिली ऑक्सीजन तो बढ़ाएंगे बेड
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर उन्हें इसी तरह उनके कोटे की पूरी ऑक्सीजन मिलती रही तो अस्पतालों में बेड भी बढ़ाए जाएंगे। ऑक्सीजन की किल्लत के चलते कई अस्पतालों को बेड कम करने पड़े थे। केजरीवाल का कहना है कि उन्हें कई अस्पतालों ने कहा है कि अगर ऑक्सीजन आपूर्ति सही से होती है तो वो अपने यहां 100 बेड्स तक बढ़ा सकते हैं। उन्होंने केंद्र से हाथ जोड़कर अपील की है कि अब रोजाना इतनी ही आपूर्ति हो ऑक्सीजन की।
इसके साथ ही केजरीवाल ने कहा कि युवाओं में टीकाकरण को लेकर काफी उत्साह है। उन्होंने युवाओं से अपील की है कि ज्यादा से ज्यादा लोग टीका लगवाएं ताकि आने वाले समय में कोरोना से लड़ाई में यह कारगर साबित हो। उन्होंने एक बार फिर कहा कि अगर हमें सही समय पर उचित मात्रा में वैक्सीन मिल गई तो पूरी दिल्ली को तीन महीनों के अंदर टीका लगा देंगे।
बता दें कि दिल्ली में ऑक्सीजन की किल्लत बीते 15 से ज्यादा दिनों से है। अप्रैल के आखिरी दो सप्ताह में हालात ऐसे हो गए थे कि बड़ी संख्या में अस्पताल ऑक्सीजन की कमी के चलते एसओएस डालने लगे थे। वह न सिर्फ सोशल मीडिया पर ऑक्सीजन की गुहार लगा रहे थे बल्कि कुछ अस्पताल तो हाईकोर्ट तक जा पहुंचे।
इन्हीं दिनों में जयपुर गोल्डन अस्पताल और बत्रा अस्पताल जैसे कुछ अन्य अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की मौत भी हो गई।