न्यूज डेस्क, अमर उजाला, चंडीगढ़
Published by: निवेदिता वर्मा
Updated Sat, 14 May 2022 11:37 AM IST
पंजाब में वीआईपी कल्चर पर नकेल कसने की ओर कदम बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को प्रदेश की सभी जेलों में बनाए गए वीआईपी सेल बंद करने के आदेश जारी किए। एक वीडियो संदेश के जरिये मुख्यमंत्री ने कहा कि वह जेलों में वीआईपी कल्चर खत्म करना चाहते हैं। इसके अलावा उन्होंने जेलों में मोबाइल फोन के इस्तेमाल और अन्य अवैध कारोबार पर भी शिकंजा कसने की भी बात कही।
मान ने कहा कि सरकार की ओर से जेलों में मोबाइल फोन का दुरुपयोग रोकने के लिए चलाई गई मुहिम के तहत बीते 50 दिन के दौरान 710 मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। वह इस बात को लेकर हैरान हैं कि अदालतों द्वारा दोषी करार दिए गए अपराधी जेलों में वीआईपी कैसे बन गए? उन्होंने कहा कि पंजाब की जेलों में गैंगस्टरों का नेटवर्क चलता है और उनकी सरकार इन गैंगस्टरों पर नकेल कसने को वचनबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुधार गृह अब सही मायने में अपराधियों को सुधारेंगे। जेलों के सभी वीआईपी कमरों को अब स्टाफ के लिए प्रबंधक ब्लॉक बनाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि पिछली सरकारों के समय में जेलों में अनियमितताएं और मोबाइल के दुरुपयोग की घटनाएं सामने आती रही हैं। समय-समय पर सरकार द्वारा जेलों में ऐसे सुधार को लेकर दावे भी किए जाते रहे हैं। अब आम आदमी पार्टी की सरकार में जेल मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने प्रदेश की जेलों का दौरा करने के बाद अनियमितताएं संबंधी अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी थी। इस पर फैसला लेते हुए मुख्यमंत्री ने जेलों में वीआईपी सेल खत्म करने के आदेश जारी किए हैं। यह भी खास बात है कि इन वीआईपी सेल में कुख्यात अपराधियों और गैंगस्टरों को इस आधार पर रखा जाता था कि उन्हें जेल में खतरा है।

विस्तार
पंजाब में वीआईपी कल्चर पर नकेल कसने की ओर कदम बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को प्रदेश की सभी जेलों में बनाए गए वीआईपी सेल बंद करने के आदेश जारी किए। एक वीडियो संदेश के जरिये मुख्यमंत्री ने कहा कि वह जेलों में वीआईपी कल्चर खत्म करना चाहते हैं। इसके अलावा उन्होंने जेलों में मोबाइल फोन के इस्तेमाल और अन्य अवैध कारोबार पर भी शिकंजा कसने की भी बात कही।
मान ने कहा कि सरकार की ओर से जेलों में मोबाइल फोन का दुरुपयोग रोकने के लिए चलाई गई मुहिम के तहत बीते 50 दिन के दौरान 710 मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। वह इस बात को लेकर हैरान हैं कि अदालतों द्वारा दोषी करार दिए गए अपराधी जेलों में वीआईपी कैसे बन गए? उन्होंने कहा कि पंजाब की जेलों में गैंगस्टरों का नेटवर्क चलता है और उनकी सरकार इन गैंगस्टरों पर नकेल कसने को वचनबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुधार गृह अब सही मायने में अपराधियों को सुधारेंगे। जेलों के सभी वीआईपी कमरों को अब स्टाफ के लिए प्रबंधक ब्लॉक बनाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि पिछली सरकारों के समय में जेलों में अनियमितताएं और मोबाइल के दुरुपयोग की घटनाएं सामने आती रही हैं। समय-समय पर सरकार द्वारा जेलों में ऐसे सुधार को लेकर दावे भी किए जाते रहे हैं। अब आम आदमी पार्टी की सरकार में जेल मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने प्रदेश की जेलों का दौरा करने के बाद अनियमितताएं संबंधी अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी थी। इस पर फैसला लेते हुए मुख्यमंत्री ने जेलों में वीआईपी सेल खत्म करने के आदेश जारी किए हैं। यह भी खास बात है कि इन वीआईपी सेल में कुख्यात अपराधियों और गैंगस्टरों को इस आधार पर रखा जाता था कि उन्हें जेल में खतरा है।