मलोया में रसोई गैस सिलिंडर लीकेज से एक घर में जोरदार धमाका हो गया। धमाका इतना जबरदस्त था कि घर में लगा लोहे का दरवाजा उखड़कर 30 फुट दूर जा गिरा। हादसे में एक महिला, गैस सप्लायर और वहां से गुजर रहा एक व्यक्ति बुरी तरह झुलस गया। हिमाचल के कांगड़ा के गांव खंडारा निवासी राहगीर इलेक्ट्रिशियन लेखराज की पीजीआई में मौत हो गई, जबकि महिला और गैस सप्लायर की हालत गंभीर है।
घर में ब्लास्ट उस वक्त हुआ, जब कमरे में गैस भरी होने के बीच बिजली का स्विच ऑन कर दिया गया। हैरानी की बात यह है कि हादसा होते ही लोग पुलिस कंट्रोल रूम पर लगातार दस मिनट तक सहायता के लिए कॉल करते रहे, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। हालांकि, बाद में पुलिस ने सभी घायलों को जीएमएसएच 16 पहुंचाया, जहां बलजीत और इलेक्ट्रिशियन लेखराज की हालत गंभीर होते देख पीजीआई रेफर कर दिया है। घायलों की पहचान मलोया निवासी सुरस्ती (55), बलजीत सिंह (27) और लेखराज (37) के रूप में हुई है।
हादसा मंगलवार दोपहर करीब 1.15 बजे का है। मलोया निवासी पीड़ित के पड़ोसी केदारनाथ ने बताया कि वह दोपहर को अपने घर पर थे। इस दौरान उन्होंने जोरदार धमाका सुना। घर से बाहर निकलकर देखा तो साइकिल सवार इलेक्ट्रिशियन लेखराज गंभीर रूप से जख्मी जमीन पर गिरा था, जबकि मकान नंबर 4495 में आग लगा हुई थी।
अंदर से बचाओ-बचाओ की आवाजें आ रही थीं। इसके बाद आसपास के लोगों के साथ मिलकर पहले अंदर आग में फंसी बुजुर्ग महिला सुरस्ती व बलजीत को बाहर निकाला और कंबल डालकर दोनों को लगी आग बुझाई। घर में मौजूद बेड, सोफा व अन्य में सामान में लगी आग पर रेता व मिट्टी डालकर बुझाया गया।
पता चला कि सिलिंडर की लीकेज की वजह से जोरदार धमाका हुआ है। सूचना पर मलोया पुलिस समेत दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। घायल लेखराज (राहगीर), बलजीत (सिलेंडर सप्लायर) और सुरस्ती (मकान मालकिन) को अस्पताल पहुंचाया। जांच में सामने आया कि सुरस्ती मकान नंबर 4495 में परिवार समेत रहती हैं।
दोपहर को उनकी गली में सिलिंडर सप्लाई करने बलजीत आया। इस दौरान सुरस्ती ने उसे यह कहकर अपने घर बुलाया कि सिलिंडर लीक हो रहा है। जैसे ही बलजीत उनके घर पहुंचकर सिलेंडर चेक करने लगा तभी वहां पर जोरदार धमाका हो गया। हादसा इतना दर्दनाक था कि लोहे का दरवाजा दूर उड़कर साइकिल सवार लेखराज पर जा गिरा, जिससे तीनों गंभीर रूप से जख्मी हो गए। लेखराज मलोया में परिवार समेत किराये पर रहता था। उसके दो बच्चे हैं। वह सेक्टर 44 में इलेक्ट्रिशियन का काम करता था।
8 से 10 घरों में नुकसान
हादसे के दौरान सुरस्ती के घरवाले छत पर बैठे थे। धमाका इतना जोरदार था कि वहां पर तीन से चार घरों की दीवारों पर दरारें पड़ गईं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धमाका इतना जोरदार था कि जैसे भूकंप आया हो। धमाके की वजह से गली में खड़ी एक्टिवा और लेखराज की साइकिल क्षतिग्रस्त हो गई। धमाके में आठ से दस घरों की दीवारों में दरार आ गई हैं। मलोया थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
मलोया में रसोई गैस सिलिंडर लीकेज से एक घर में जोरदार धमाका हो गया। धमाका इतना जबरदस्त था कि घर में लगा लोहे का दरवाजा उखड़कर 30 फुट दूर जा गिरा। हादसे में एक महिला, गैस सप्लायर और वहां से गुजर रहा एक व्यक्ति बुरी तरह झुलस गया। हिमाचल के कांगड़ा के गांव खंडारा निवासी राहगीर इलेक्ट्रिशियन लेखराज की पीजीआई में मौत हो गई, जबकि महिला और गैस सप्लायर की हालत गंभीर है।
घर में ब्लास्ट उस वक्त हुआ, जब कमरे में गैस भरी होने के बीच बिजली का स्विच ऑन कर दिया गया। हैरानी की बात यह है कि हादसा होते ही लोग पुलिस कंट्रोल रूम पर लगातार दस मिनट तक सहायता के लिए कॉल करते रहे, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। हालांकि, बाद में पुलिस ने सभी घायलों को जीएमएसएच 16 पहुंचाया, जहां बलजीत और इलेक्ट्रिशियन लेखराज की हालत गंभीर होते देख पीजीआई रेफर कर दिया है। घायलों की पहचान मलोया निवासी सुरस्ती (55), बलजीत सिंह (27) और लेखराज (37) के रूप में हुई है।
हादसा मंगलवार दोपहर करीब 1.15 बजे का है। मलोया निवासी पीड़ित के पड़ोसी केदारनाथ ने बताया कि वह दोपहर को अपने घर पर थे। इस दौरान उन्होंने जोरदार धमाका सुना। घर से बाहर निकलकर देखा तो साइकिल सवार इलेक्ट्रिशियन लेखराज गंभीर रूप से जख्मी जमीन पर गिरा था, जबकि मकान नंबर 4495 में आग लगा हुई थी।
अंदर से बचाओ-बचाओ की आवाजें आ रही थीं। इसके बाद आसपास के लोगों के साथ मिलकर पहले अंदर आग में फंसी बुजुर्ग महिला सुरस्ती व बलजीत को बाहर निकाला और कंबल डालकर दोनों को लगी आग बुझाई। घर में मौजूद बेड, सोफा व अन्य में सामान में लगी आग पर रेता व मिट्टी डालकर बुझाया गया।
पता चला कि सिलिंडर की लीकेज की वजह से जोरदार धमाका हुआ है। सूचना पर मलोया पुलिस समेत दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। घायल लेखराज (राहगीर), बलजीत (सिलेंडर सप्लायर) और सुरस्ती (मकान मालकिन) को अस्पताल पहुंचाया। जांच में सामने आया कि सुरस्ती मकान नंबर 4495 में परिवार समेत रहती हैं।
दोपहर को उनकी गली में सिलिंडर सप्लाई करने बलजीत आया। इस दौरान सुरस्ती ने उसे यह कहकर अपने घर बुलाया कि सिलिंडर लीक हो रहा है। जैसे ही बलजीत उनके घर पहुंचकर सिलेंडर चेक करने लगा तभी वहां पर जोरदार धमाका हो गया। हादसा इतना दर्दनाक था कि लोहे का दरवाजा दूर उड़कर साइकिल सवार लेखराज पर जा गिरा, जिससे तीनों गंभीर रूप से जख्मी हो गए। लेखराज मलोया में परिवार समेत किराये पर रहता था। उसके दो बच्चे हैं। वह सेक्टर 44 में इलेक्ट्रिशियन का काम करता था।
8 से 10 घरों में नुकसान
हादसे के दौरान सुरस्ती के घरवाले छत पर बैठे थे। धमाका इतना जोरदार था कि वहां पर तीन से चार घरों की दीवारों पर दरारें पड़ गईं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धमाका इतना जोरदार था कि जैसे भूकंप आया हो। धमाके की वजह से गली में खड़ी एक्टिवा और लेखराज की साइकिल क्षतिग्रस्त हो गई। धमाके में आठ से दस घरों की दीवारों में दरार आ गई हैं। मलोया थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।