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नाभा की नई जिला जेल में शनिवार को बरगाड़ी बेअदबी मामले के मुख्य आरोपी डेरा प्रेमी महिंदरपाल सिंह बिट्टू (49) निवासी फरीदकोट की दो अन्य कैदियों ने लोहे के सरिये से हमलाकर हत्या कर दी।
महिंदरपाल सिंह अंडर ट्रायल कैदी था। सदर थाना नाभा में दोनों आरोपी कैदियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। बिट्टू का रविवार को कोटकपूरा में अंतिम संस्कार किया जाएगा।
जेल के सहायक सुपरिंटेंडेंट अमरजीत भंगू ने बताया कि घटना शाम सवा पांच बजे की है। बरगाड़ी बेअदबी मामले के मुख्य आरोपी महिंदरपाल सिंह बिट्टू का जेल में हत्या के मामले में सजा काट रहे मनिंदर सिंह व गुरसेवक सिंह के साथ झगड़ा हो गया।
इसी दौरान मनिंदर और गुरसेवक जेल परिसर में पड़े लोहे के सरिये उठा लाए और महिंदरपाल पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया।
जेल अधिकारी ने बताया कि जेल में निर्माण कार्य के लिए सरिया रखा हुआ था। घटना की सूचना मिलते ही जेल प्रशासन घायल महिंदरपाल सिंह को नाभा के सिविल अस्पताल ले गया, वहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
महिंदरपाल सिंह के सिर में गंभीर चोटें लगी थीं। गौरतलब है कि महिंदरपाल सिंह को एसआईटी की ओर से पिछले साल गिरफ्तार किया गया था और वह तभी से नाभा जेल में बंद था। वह डेरा सिरसा की 45 मेंबरी कमेटी का सदस्य था।
सहायक सुपरिंटेंडेंट और दो वार्डर सस्पेंड
जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने मामले में जांच रिपोर्ट मांगी है। दरअसल नाभा जेल में महिंदरपाल को एक अलग सेल में रखा गया था। ऐसे में मनिंदर और गुरसेवक उस तक कैसे पहुंच गए। यह सवाल पूछा जा रहा है।
इस बीच जेल मंत्री ने स्पेशल सिक्योरिटी सेल के असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट अजमेर सिंह और बिटटू की बैरक में संतरी की ड्यूटी पर तैनात वार्डर मेजर सिंह और अमन गिरी को सस्पेंड करने के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही जेल सुपरिंटेंडेंट बलकार सिंह के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की है।
मुख्यमंत्री ने बनाई जांच कमेटी, शांति बनाए रखने की अपील
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नाभा की नई जिला जेल में बरगाड़ी बेअदबी मामले के मुख्य आरोपी की हत्या की घटना की निंदा करते हुए भरोसा दिलाया कि आरोपियों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी।
सीएम द्वारा जारी बयान में बताया गया है कि एडीजीपी (जेल) रोहित चौधरी के नेतृत्व में जांच कमेटी बनाई गई है जो तीन दिन के भीतर रिपोर्ट देगी। उन्होंने पूरे प्रदेश की जेलों में सिक्योरिटी को और कड़ा करने के भी आदेश दिए हैं। उन्होंने सभी समुदायों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा है कि किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें।
कोटकपूरा में भारी पुलिस बल तैनात
महिंदर पाल बिट्टू का रविवार को कोटकपूरा में अंतिम संस्कार किया जाएगा। घटना के बाद से पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और हालात पर नजर रखी जा रही है। आईजी मुखविंदर सिंह छीना ने परिवार के सदस्यों से मिल कर माहौल को शांतमय रखने की अपील की।
महिंदर पल बिट्टू के बेटे अरविंदर ने कहा कि उनके पिता की एक साजिश के तहत हत्या की गई है। उन्होंने कहा कि मेरे पिता ने पहले ही डर जताया था और कहा था कि साथी कैदी उसको देखकर घूरते हैं। जेल प्रशासन की लापरवाही से ये घटना हुई। दोपहर तीन बजे तक बिट्टू का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
फिरोजपुर रेंज के आईजी मुखविंदर सिंह छीना ने बताया कि अमन शांति बनाए रखने के लिए शहर में भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है और पैरा मिलिट्री फोर्स की तीन कंपनियां बुला ली गई हैं। तनाव के बीच बठिंडा के सलाबतपुरा डेरा में सुरक्षा के लिहाज से सीआरपीएफ की एक कंपनी तैनात कर दी गई है। वहीं फरीदकोट डेरा प्रेमी बिट्टू का शव पहुंच गया है। कोटकपूरा स्थित नाम चर्चा घर में बिट्टू का शव रखा गया है।
बिट्टू से पूछताछ करना चाहती थी एसआईटी
उधर सूत्रों के अनुसार बेअदबी मामले से जुड़ी गोलीकांड घटनाओं की जांच कर रही एसआईटी भी महिंदर पाल बिट्टू से पूछताछ करना चाहती थी और उससे इन घटनाओं में डेरा प्रमुख की भूमिका का पता लगाना चाहती थी।
एसआईटी के सदस्य कुंवर विजय प्रताप सिंह ने संपर्क करने पर कहा कि तफ्तीश काफी नजदीक पहुंच चुकी थी लेकिन बिट्टू की हत्या से जांच प्रभावित हुई है।
मोहिंदर पाल बिट्टू की नाभा जेल में हत्या के बाद फरीदकोट में तनाव का माहौल पैदा हो गया है। बरगाड़ी मामले में सीबीआई द्वारा चालान न पेश किए जाने के कारण उन्हें सीबीआई कोर्ट मोहाली से पिछले साल ही जमानत मिल गई थी लेकिन मोगा और कोटकपूरा से सम्बंधित 2 केस लंबित होने के कारण वह जेल में बंद थे।
डीआईजी लुधियाना रणबीर सिंह खट्ड़ा की अध्यक्षता वाली पंजाब पुलिस की एसआईटी द्वारा बरगाड़ी मामले में सबसे पहले 7 जून को उसे पालमपुर से हिरासत में लिया था। उससे पूछताछ के बाद जिले से कई डेरा अनुयायियों को पकड़ा गया।
इन सभी 10 आरोपियों को पुलिस ने साल 2011 से संबंधित मोगा में आगजनी और तोड़फोड़ के केस में नामजद किया। बाद में मोहिंदर पाल बिट्टू के घर से जूते वाले कमरे से जन्म साखी की पोथी बरामद हुई थी जिसके सम्बंध में उसके खिलाफ थाना सिटी कोटकपूरा में बेअदबी का केस दर्ज किया था।
नाभा की नई जिला जेल में शनिवार को बरगाड़ी बेअदबी मामले के मुख्य आरोपी डेरा प्रेमी महिंदरपाल सिंह बिट्टू (49) निवासी फरीदकोट की दो अन्य कैदियों ने लोहे के सरिये से हमलाकर हत्या कर दी।
महिंदरपाल सिंह अंडर ट्रायल कैदी था। सदर थाना नाभा में दोनों आरोपी कैदियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। बिट्टू का रविवार को कोटकपूरा में अंतिम संस्कार किया जाएगा।
जेल के सहायक सुपरिंटेंडेंट अमरजीत भंगू ने बताया कि घटना शाम सवा पांच बजे की है। बरगाड़ी बेअदबी मामले के मुख्य आरोपी महिंदरपाल सिंह बिट्टू का जेल में हत्या के मामले में सजा काट रहे मनिंदर सिंह व गुरसेवक सिंह के साथ झगड़ा हो गया।
सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद
इसी दौरान मनिंदर और गुरसेवक जेल परिसर में पड़े लोहे के सरिये उठा लाए और महिंदरपाल पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया।
जेल अधिकारी ने बताया कि जेल में निर्माण कार्य के लिए सरिया रखा हुआ था। घटना की सूचना मिलते ही जेल प्रशासन घायल महिंदरपाल सिंह को नाभा के सिविल अस्पताल ले गया, वहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
महिंदरपाल सिंह के सिर में गंभीर चोटें लगी थीं। गौरतलब है कि महिंदरपाल सिंह को एसआईटी की ओर से पिछले साल गिरफ्तार किया गया था और वह तभी से नाभा जेल में बंद था। वह डेरा सिरसा की 45 मेंबरी कमेटी का सदस्य था।
सहायक सुपरिंटेंडेंट और दो वार्डर सस्पेंड
जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने मामले में जांच रिपोर्ट मांगी है। दरअसल नाभा जेल में महिंदरपाल को एक अलग सेल में रखा गया था। ऐसे में मनिंदर और गुरसेवक उस तक कैसे पहुंच गए। यह सवाल पूछा जा रहा है।
पैरामिलिट्री तैनात
इस बीच जेल मंत्री ने स्पेशल सिक्योरिटी सेल के असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट अजमेर सिंह और बिटटू की बैरक में संतरी की ड्यूटी पर तैनात वार्डर मेजर सिंह और अमन गिरी को सस्पेंड करने के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही जेल सुपरिंटेंडेंट बलकार सिंह के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की है।
मुख्यमंत्री ने बनाई जांच कमेटी, शांति बनाए रखने की अपील
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नाभा की नई जिला जेल में बरगाड़ी बेअदबी मामले के मुख्य आरोपी की हत्या की घटना की निंदा करते हुए भरोसा दिलाया कि आरोपियों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी।
सीएम द्वारा जारी बयान में बताया गया है कि एडीजीपी (जेल) रोहित चौधरी के नेतृत्व में जांच कमेटी बनाई गई है जो तीन दिन के भीतर रिपोर्ट देगी। उन्होंने पूरे प्रदेश की जेलों में सिक्योरिटी को और कड़ा करने के भी आदेश दिए हैं। उन्होंने सभी समुदायों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा है कि किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें।
कोटकपूरा में भारी पुलिस बल तैनात
महिंदर पाल बिट्टू का रविवार को कोटकपूरा में अंतिम संस्कार किया जाएगा। घटना के बाद से पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और हालात पर नजर रखी जा रही है। आईजी मुखविंदर सिंह छीना ने परिवार के सदस्यों से मिल कर माहौल को शांतमय रखने की अपील की।
महिंदर पल बिट्टू के बेटे अरविंदर ने कहा कि उनके पिता की एक साजिश के तहत हत्या की गई है। उन्होंने कहा कि मेरे पिता ने पहले ही डर जताया था और कहा था कि साथी कैदी उसको देखकर घूरते हैं। जेल प्रशासन की लापरवाही से ये घटना हुई। दोपहर तीन बजे तक बिट्टू का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
फरीदकोट में तनाव
फिरोजपुर रेंज के आईजी मुखविंदर सिंह छीना ने बताया कि अमन शांति बनाए रखने के लिए शहर में भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है और पैरा मिलिट्री फोर्स की तीन कंपनियां बुला ली गई हैं। तनाव के बीच बठिंडा के सलाबतपुरा डेरा में सुरक्षा के लिहाज से सीआरपीएफ की एक कंपनी तैनात कर दी गई है। वहीं फरीदकोट डेरा प्रेमी बिट्टू का शव पहुंच गया है। कोटकपूरा स्थित नाम चर्चा घर में बिट्टू का शव रखा गया है।
बिट्टू से पूछताछ करना चाहती थी एसआईटी
उधर सूत्रों के अनुसार बेअदबी मामले से जुड़ी गोलीकांड घटनाओं की जांच कर रही एसआईटी भी महिंदर पाल बिट्टू से पूछताछ करना चाहती थी और उससे इन घटनाओं में डेरा प्रमुख की भूमिका का पता लगाना चाहती थी।
एसआईटी के सदस्य कुंवर विजय प्रताप सिंह ने संपर्क करने पर कहा कि तफ्तीश काफी नजदीक पहुंच चुकी थी लेकिन बिट्टू की हत्या से जांच प्रभावित हुई है।
मोहिंदर पाल बिट्टू की नाभा जेल में हत्या के बाद फरीदकोट में तनाव का माहौल पैदा हो गया है। बरगाड़ी मामले में सीबीआई द्वारा चालान न पेश किए जाने के कारण उन्हें सीबीआई कोर्ट मोहाली से पिछले साल ही जमानत मिल गई थी लेकिन मोगा और कोटकपूरा से सम्बंधित 2 केस लंबित होने के कारण वह जेल में बंद थे।
डीआईजी लुधियाना रणबीर सिंह खट्ड़ा की अध्यक्षता वाली पंजाब पुलिस की एसआईटी द्वारा बरगाड़ी मामले में सबसे पहले 7 जून को उसे पालमपुर से हिरासत में लिया था। उससे पूछताछ के बाद जिले से कई डेरा अनुयायियों को पकड़ा गया।
इन सभी 10 आरोपियों को पुलिस ने साल 2011 से संबंधित मोगा में आगजनी और तोड़फोड़ के केस में नामजद किया। बाद में मोहिंदर पाल बिट्टू के घर से जूते वाले कमरे से जन्म साखी की पोथी बरामद हुई थी जिसके सम्बंध में उसके खिलाफ थाना सिटी कोटकपूरा में बेअदबी का केस दर्ज किया था।