चंडीगढ़। नगर निगम चुनाव में आठ सीटें जीतने वाली कांग्रेस के एक और पार्षद ने बुधवार को भाजपा का दामन थाम लिया। सांसद किरण खेर व प्रदेश अध्यक्ष अरुण सूद ने सेक्टर-33 स्थित भाजपा कार्यालय में वार्ड नंबर-20 के पार्षद गुरचरणजीत सिंह काला को पटका पहनाकर पार्टी में शामिल किया। काला ने कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों से प्रभावित होकर भाजपा में आए हैं।
दिसंबर 2021 में हुए नगर निगम के चुनाव में गुरचरणजीत सिंह काला ने वार्ड नंबर-20 (हल्लोमाजरा व रामदरबार) से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा था। उन्होंने आजाद उम्मीदवार कृपानंद ठाकुर को 269 वोट से हराया था। इस वार्ड में भाजपा के उम्मीदवार देवी सिंह तीसरे नंबर पर रहे थे। चुनाव में गुरचरणजीत सिंह काला ने भाजपा पर जमकर हमला बोला था। बुधवार को पार्टी बदलने के बाद काला ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि भाजपा में उनका मान-सम्मान होगा। कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से वह बेहद प्रभावित हैं। प्रदेश अध्यक्ष अरुण सूद ने कहा कि गुरचरणजीत सिंह की घर वापसी हुई है क्योंकि वह पूर्व में दो बार भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री रह चुके हैं। सूद ने कहा कि भाजपा के विकास की नीतियों से प्रभावित होकर गुरचरणजीत सिंह काला ने भाजपा में शामिल होने का जो फैसला किया, उसका वह स्वागत करते हैं। इससे पार्टी को मजबूती मिलेगी और विकास कार्यों को आगे बढ़ाया जाएगा।
विकास कार्यों के लिए कोई भी मुझसे मिल सकता है : सांसद किरण खेर
सांसद खेर ने गुरचरणजीत सिंह का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि यह केवल भारतीय जनता पार्टी ही है, जो विकास के कार्य करवाने में हमेशा अग्रणी रहती है। किसी अन्य पार्टी की विकास के कार्यों में कोई रुचि नहीं है। उन्होंने कहा कि वह लोगों के काम करवाने के लिए हैं और कोई भी व्यक्ति शहर के कामों के लिए उनसे मिल सकता है। खेर ने कहा कि भाजपा ने हमेशा लोगों के काम किए हैं और आगे भी करती रहेंगी। इस मौके पर मेयर सरबजीत कौर, भाजपा प्रदेश महामंत्री रामवीर भट्टी व चंद्रशेखर, डिप्टी मेयर अनूप गुप्ता, पूर्व पार्षद देवेंदर सिंह बबला, प्रदेश प्रवक्ता कैलाश चंद जैन, जिला अध्यक्ष मनीष भसीन, डॉ. नरेश पांचाल, पार्षद हरप्रीत कौर बबला, जसमनप्रीत सिंह, महेशइन्दर सिंह सिद्धू, कनवर राणा, शीला फूल सिंह, जगतार सिंह जग्गा आदि उपस्थित रहे।
कांग्रेस के दो पार्षदों को तोड़ने में कामयाब हुई भाजपा
अब निगम सदन में भाजपा का पलड़ा भारी हो गया है। निगम चुनाव में 14 सीटें लेकर आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। भाजपा को 12 सीटें, कांग्रेस को 8 और अकाली दल को एक सीट मिली थी। नतीजों के कुछ ही महीनों बाद कांग्रेस की हरप्रीत कौर बलला ने पार्टी छोड़ दी और अपने पति पूर्व पार्षद देवेंद्र सिंह बबला के साथ भाजपा में शामिल हो गईं। अब कांग्रेस के गुरचरणजीत सिंह ने भी पार्टी छोड़ दी है। ऐसे में अब भाजपा के पाले में 14 सीटें, आम आदमी पार्टी के पास भी 14 सीटें, कांग्रेस के पास छह और अकाली दल के पास एक सीट रह गई है। मेयर चुनाव में एक वोट सांसद का भी होता है, इसलिए भाजपा के पास अब कुल 15 वोट हो गए हैं।
निगम सदन में अब पार्टियों की स्थिति
पार्टी सीट
भाजपा - 14 + 1 (सांसद किरण खेर)
आम आदमी पार्टी - 14
कांग्रेस - 6
अकाली दल - 1
कोट
पार्टी छोड़कर जाने वालों को जल्द होगा गलती का एहसास
दुख हो रहा है कि लोग पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। जो जा रहे हैं उन्हें पार्टी ने बहुत कुछ दिया। ये लोग सत्ता के लालच में जा रहे हैं। कांग्रेस मजबूत है। इन्हें अपनी गलती का जल्द ही एहसास हो जाएगा।
- एसएस लक्की, प्रदेश महासचिव, कांग्रेस
चंडीगढ़। नगर निगम चुनाव में आठ सीटें जीतने वाली कांग्रेस के एक और पार्षद ने बुधवार को भाजपा का दामन थाम लिया। सांसद किरण खेर व प्रदेश अध्यक्ष अरुण सूद ने सेक्टर-33 स्थित भाजपा कार्यालय में वार्ड नंबर-20 के पार्षद गुरचरणजीत सिंह काला को पटका पहनाकर पार्टी में शामिल किया। काला ने कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों से प्रभावित होकर भाजपा में आए हैं।
दिसंबर 2021 में हुए नगर निगम के चुनाव में गुरचरणजीत सिंह काला ने वार्ड नंबर-20 (हल्लोमाजरा व रामदरबार) से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा था। उन्होंने आजाद उम्मीदवार कृपानंद ठाकुर को 269 वोट से हराया था। इस वार्ड में भाजपा के उम्मीदवार देवी सिंह तीसरे नंबर पर रहे थे। चुनाव में गुरचरणजीत सिंह काला ने भाजपा पर जमकर हमला बोला था। बुधवार को पार्टी बदलने के बाद काला ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि भाजपा में उनका मान-सम्मान होगा। कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से वह बेहद प्रभावित हैं। प्रदेश अध्यक्ष अरुण सूद ने कहा कि गुरचरणजीत सिंह की घर वापसी हुई है क्योंकि वह पूर्व में दो बार भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री रह चुके हैं। सूद ने कहा कि भाजपा के विकास की नीतियों से प्रभावित होकर गुरचरणजीत सिंह काला ने भाजपा में शामिल होने का जो फैसला किया, उसका वह स्वागत करते हैं। इससे पार्टी को मजबूती मिलेगी और विकास कार्यों को आगे बढ़ाया जाएगा।
विकास कार्यों के लिए कोई भी मुझसे मिल सकता है : सांसद किरण खेर
सांसद खेर ने गुरचरणजीत सिंह का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि यह केवल भारतीय जनता पार्टी ही है, जो विकास के कार्य करवाने में हमेशा अग्रणी रहती है। किसी अन्य पार्टी की विकास के कार्यों में कोई रुचि नहीं है। उन्होंने कहा कि वह लोगों के काम करवाने के लिए हैं और कोई भी व्यक्ति शहर के कामों के लिए उनसे मिल सकता है। खेर ने कहा कि भाजपा ने हमेशा लोगों के काम किए हैं और आगे भी करती रहेंगी। इस मौके पर मेयर सरबजीत कौर, भाजपा प्रदेश महामंत्री रामवीर भट्टी व चंद्रशेखर, डिप्टी मेयर अनूप गुप्ता, पूर्व पार्षद देवेंदर सिंह बबला, प्रदेश प्रवक्ता कैलाश चंद जैन, जिला अध्यक्ष मनीष भसीन, डॉ. नरेश पांचाल, पार्षद हरप्रीत कौर बबला, जसमनप्रीत सिंह, महेशइन्दर सिंह सिद्धू, कनवर राणा, शीला फूल सिंह, जगतार सिंह जग्गा आदि उपस्थित रहे।
कांग्रेस के दो पार्षदों को तोड़ने में कामयाब हुई भाजपा
अब निगम सदन में भाजपा का पलड़ा भारी हो गया है। निगम चुनाव में 14 सीटें लेकर आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। भाजपा को 12 सीटें, कांग्रेस को 8 और अकाली दल को एक सीट मिली थी। नतीजों के कुछ ही महीनों बाद कांग्रेस की हरप्रीत कौर बलला ने पार्टी छोड़ दी और अपने पति पूर्व पार्षद देवेंद्र सिंह बबला के साथ भाजपा में शामिल हो गईं। अब कांग्रेस के गुरचरणजीत सिंह ने भी पार्टी छोड़ दी है। ऐसे में अब भाजपा के पाले में 14 सीटें, आम आदमी पार्टी के पास भी 14 सीटें, कांग्रेस के पास छह और अकाली दल के पास एक सीट रह गई है। मेयर चुनाव में एक वोट सांसद का भी होता है, इसलिए भाजपा के पास अब कुल 15 वोट हो गए हैं।
निगम सदन में अब पार्टियों की स्थिति
पार्टी सीट
भाजपा - 14 + 1 (सांसद किरण खेर)
आम आदमी पार्टी - 14
कांग्रेस - 6
अकाली दल - 1
कोट
पार्टी छोड़कर जाने वालों को जल्द होगा गलती का एहसास
दुख हो रहा है कि लोग पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। जो जा रहे हैं उन्हें पार्टी ने बहुत कुछ दिया। ये लोग सत्ता के लालच में जा रहे हैं। कांग्रेस मजबूत है। इन्हें अपनी गलती का जल्द ही एहसास हो जाएगा।
- एसएस लक्की, प्रदेश महासचिव, कांग्रेस