क्राइम यूनिट डिटेक्टिव स्टाफ करनाल ने काछवा ओवरब्रिज से सेना के हवलदार सहित दो को डेढ़ किलोग्राम अफीम के साथ गिरफ्तार किया है। पूछताछ में हवलदार ने बताया कि आधा किलोग्राम अफीम मेरठ रखी हुई है, जिसे वे अपने भाई से लेकर आया था। आरोपी को पुलिस ने न्यायालय से छह दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया है। इस दौरान अफीम बरामद करने, खरीदने वाले की पहचान करेगी।
टीम इंचार्ज इंस्पेक्टर वीरेंद्र राणा ने बताया कि उप-निरीक्षक रणबीर सिंह की अध्यक्षता में थाना सिविल लाइन क्षेत्र में गश्त के लिए रवाना किया। रात करीब नौ बजे रणबीर सिंह व उनकी टीम को काछवा ओवरब्रिज के नीचे खाली जगह पर एक कार संदिग्ध हालात में नजर आई उन्होंने गाड़ी रुकवाकर उस गाड़ी में मौजूद व्यक्तियों से पूछा कि कहां से आए हैं और यहां किसलिए खड़े हैं? इतनी बात सुनते ही गाड़ी की पीछे की सीट पर बैठे व्यक्ति ने अपनी खिड़की खोली व निकलकर भागने का प्रयास करने लगा। उन्हें पुलिस ने पकड़ लिया और गाड़ी की तलाशी लेने पर एक किलो 503 ग्राम अफीम बरामद हुई। दोनों व्यक्तियों को पुलिस हिरासत में ले लिया गया।
गाड़ी से भागने का प्रयास करने वाले आरोपी की पहचान गांव नवादा जिला गडवा (झारखंड) अखिल देव के रूप में हुई। जो सेना में मेडिकल कोर मेरठ कैंट में हवलदार के पद पर तैनात है। पूछताछ में उसने बताया कि वह इस महीने छुट्टी पर अपने घर गांव नवादा गया था और वहां से 12 मई को मेरठ आया था। मेरठ आते समय अपने गांव से दो किलोग्राम अफीम लाया था। यह गाड़ी वह मेरठ कैंट से किराए पर लेकर आया है। आधा किलोग्राम अफीम मेरठ कैंट में बक्से में रखी हुई है। अफीम को अपने गांव से अपने भाई रवि से लेकर आया था।
हवलदार के भाई को किया था गिरफ्तार
इंस्पेक्टर वीरेंद्र राणा ने बताया कि करीब तीन महीने पहले आरोपी के भाई रवि को भी जिला पुलिस करनाल द्वारा नशा तस्करी करते हुए गिरफ्तार किया गया था। आरोपी अपने भाई के मामले की पैरवी के लिए करनाल में आता था। इस दौरान इसके तार करनाल के नशा तस्करों से जुड़ गए। जिनके संबंध में रिमांड के दौरान आरोपी से पूछताछ कर पता लगाया जाएगा। इंस्पेक्टर का दावा है कि अब अफीम कहां से कहां तक जानी थी, उसकी जांच की जा रही है।
क्राइम यूनिट डिटेक्टिव स्टाफ करनाल ने काछवा ओवरब्रिज से सेना के हवलदार सहित दो को डेढ़ किलोग्राम अफीम के साथ गिरफ्तार किया है। पूछताछ में हवलदार ने बताया कि आधा किलोग्राम अफीम मेरठ रखी हुई है, जिसे वे अपने भाई से लेकर आया था। आरोपी को पुलिस ने न्यायालय से छह दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया है। इस दौरान अफीम बरामद करने, खरीदने वाले की पहचान करेगी।
टीम इंचार्ज इंस्पेक्टर वीरेंद्र राणा ने बताया कि उप-निरीक्षक रणबीर सिंह की अध्यक्षता में थाना सिविल लाइन क्षेत्र में गश्त के लिए रवाना किया। रात करीब नौ बजे रणबीर सिंह व उनकी टीम को काछवा ओवरब्रिज के नीचे खाली जगह पर एक कार संदिग्ध हालात में नजर आई उन्होंने गाड़ी रुकवाकर उस गाड़ी में मौजूद व्यक्तियों से पूछा कि कहां से आए हैं और यहां किसलिए खड़े हैं? इतनी बात सुनते ही गाड़ी की पीछे की सीट पर बैठे व्यक्ति ने अपनी खिड़की खोली व निकलकर भागने का प्रयास करने लगा। उन्हें पुलिस ने पकड़ लिया और गाड़ी की तलाशी लेने पर एक किलो 503 ग्राम अफीम बरामद हुई। दोनों व्यक्तियों को पुलिस हिरासत में ले लिया गया।
गाड़ी से भागने का प्रयास करने वाले आरोपी की पहचान गांव नवादा जिला गडवा (झारखंड) अखिल देव के रूप में हुई। जो सेना में मेडिकल कोर मेरठ कैंट में हवलदार के पद पर तैनात है। पूछताछ में उसने बताया कि वह इस महीने छुट्टी पर अपने घर गांव नवादा गया था और वहां से 12 मई को मेरठ आया था। मेरठ आते समय अपने गांव से दो किलोग्राम अफीम लाया था। यह गाड़ी वह मेरठ कैंट से किराए पर लेकर आया है। आधा किलोग्राम अफीम मेरठ कैंट में बक्से में रखी हुई है। अफीम को अपने गांव से अपने भाई रवि से लेकर आया था।
हवलदार के भाई को किया था गिरफ्तार
इंस्पेक्टर वीरेंद्र राणा ने बताया कि करीब तीन महीने पहले आरोपी के भाई रवि को भी जिला पुलिस करनाल द्वारा नशा तस्करी करते हुए गिरफ्तार किया गया था। आरोपी अपने भाई के मामले की पैरवी के लिए करनाल में आता था। इस दौरान इसके तार करनाल के नशा तस्करों से जुड़ गए। जिनके संबंध में रिमांड के दौरान आरोपी से पूछताछ कर पता लगाया जाएगा। इंस्पेक्टर का दावा है कि अब अफीम कहां से कहां तक जानी थी, उसकी जांच की जा रही है।