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QUAD: टेलीकॉम और 6जी में चीन के खतरे से निपटने पर फोकस करेगा क्वाड, डिजिटल अर्थव्यवस्था पर रहेगा जोर

एजेंसी, वाशिंगटन। Published by: Jeet Kumar Updated Sat, 04 Feb 2023 01:49 AM IST
सार

व्हाइट हाउस ने कहा, ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका के अधिकारियों ने 30-31 जनवरी को नई दिल्ली में ‘क्वाड सीनियर साइबर ग्रुप’ की बैठक में हिस्सा लिया।

Quad will focus on dealing with China threat in Telecom and 6G
Quad nations - फोटो : social media

विस्तार

व्हाइट हाउस ने कहा है कि दूरसंचार और 6जी प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में चीनी खतरों के बीच क्वाड देशों (भारत, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका व जापान) ने साइबर सुरक्षा की सर्वोत्तम प्रथाओं को सुनिश्चित करने का फैसला किया है। इसके लिए चारों देश साइबर सुरक्षा बढ़ाने के लिए ‘मशीन लर्निंग’ और संबंधित आधुनिक प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने पर सहमत हो गए हैं। 



व्हाइट हाउस ने कहा, ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका के अधिकारियों ने 30-31 जनवरी को नई दिल्ली में ‘क्वाड सीनियर साइबर ग्रुप’ की बैठक में हिस्सा लिया। क्वाड समूह ने कहा कि वह सॉफ्टवेयर सेवाओं और उत्पादों के लिए सर्वोत्तम सुरक्षा प्रथाओं की पहचान करने तथा न्यूनतम बुनियादी ढांचा साइबर सुरक्षा जरूरतों पर काम कर रहा था। इस दौरान व्हाइट हाउस ने मुक्त-खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए अपनी प्रतिबद्धता को भी दोहराया जो समावेशी और लचीला हो। 


उसने कहा कि दीर्घकालिक रूप में क्वाड समूह साइबर सुरक्षा बढ़ाने के लिए मशीन लर्निंग और संबंधित आधुनिक प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाने तथा ‘कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम’ (सीईआरटी) के लिए सुरक्षित चैनलों की स्थापना करने एवं निजी क्षेत्र के खतरे की जानकारी साझा करने पर सहमत हैं। 

व्हाइट हाउस ने कहा कि समूह आपूर्ति श्रृंखला सुरक्षा एवं सूचना संचार प्रौद्योगिकियों (आईसीटी) के लिए लचीलापन तथा अहम क्षेत्रों में संचालनगत प्रौद्योगिकी (ओटी) प्रणालियों के लिए खाका एवं कार्यप्रणाली विकसित करने के वास्ते प्रतिबद्ध है।

डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देंगे, रैंसमवेयर से भी निपटेंगे
क्वाड देशों ने कहा, हमारी बैठक ने समूह के सकारात्मक व महत्वाकांक्षी एजेंडे को आगे बढ़ाया। क्वाड के भागीदार देश, साइबर स्पेस को बेहतर ढंग से सुरक्षित करने और एक अंतरराष्ट्रीय डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में मिलकर काम कर रहे सभी क्वाड देश 6जी प्रौद्योगिकियों और रेडियो एक्सेस नेटवर्क को साइबर सुरक्षा की सर्वोत्तम प्रथाओं में शामिल करने के इच्छुक हैं। व्हाइट हाउस ने कहा, क्वाड देश मानते हैं कि दूरसंचार सुरक्षा राष्ट्रीय सुरक्षा का एक प्रमुख कार्य है। समूह ने रैंसमवेयर से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग व साझा कार्रवाई का भी समर्थन किया।

दीर्घकालीन प्रतिबद्धता से घटेंगे साइबर हादसे
दीर्घकाल में क्वाड समूह जिन चीजों के लिए प्रतिबद्ध है उनमें कंप्यूटर आपात जवाबदेही टीम (सीईआरटी) और निजी क्षेत्र के खतरे सी जानकारी साझा करने के लिए सुरक्षित चैनल बनाना शामिल है। इसके अलावा सूचना संचार प्रौद्योगिकियों (आईसीटी) और अहम क्षेत्रों की परिचालन प्रौद्योगिकी (ओटी) प्रणालियों के लिए आपूर्ति शृंखला सुरक्षा सुनिश्चित करना शामिल है। ये उद्देश्य क्वाड समूह के लिए भविष्योन्मुख, अग्रणी-एज कार्य योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। इनकी प्रगति क्वाड सदस्यों की राष्ट्रीय साइबर क्षमताएं बढ़ाएगी तथा साइबर हादसों की संख्या कम करेगी।
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हिंद-प्रशांत में बढ़ेगा क्षेत्रीय लचीलापन
क्वाड साइबर सुरक्षा भागीदारी के तहत हिंद-प्रशांत क्षेत्र में क्षमता-निर्माण के प्रयासों पर समन्वय साइबर घटनाओं व खतरों के लिए क्षेत्रीय लचीलापन बढ़ाएगा। इससे व्यापक क्षेत्रीय साइबर खतरे भी कम होंगे और साइबर जागरूकता को बढ़ावा मिलने के साथ महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे व आपूर्ति के लचीलेपन में सुधार आएगा। ये प्रयास क्वाड की क्षेत्रीय क्षमता के निर्माण और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक खुले और सुरक्षित दूरसंचार बुनियादी ढांचे की डिलीवरी सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हैं।

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