शनिवार को मध्य और पूर्व भारत में मकर संक्रांति की धूम रही, वहीं पूर्व-उत्तर में बिहू उत्सव मनाया गया। दक्षिण भारत में लोगों ने पोंगल उत्सव मनाया। हिंदू धर्म को मानने वालों के अनुसार मकर संक्रांति के दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है और इस दिन सर्दी ख़त्म होकर गर्मी के दिनों की शुरूआत होती है। इस दिन लोग सूर्य की पूजा करते हैं। मकर संक्रांति को मलमास यानी हिंदू पंचाग के अनुसार शुभ काम के लिए अशुभ माने जाने वाले महीने का अंत माना जाता है। असम में इस दिन को भोगाली बिहू के नाम से मनाया जाता है। ये फसल की कटाई का त्योहार है। मकर संक्रांति के दिन को दक्षिण भारत के तमिलनाडु में पोंगल के तौर पर मनाया जाता है। लोग चावल से पोंगल नाम का एक व्यंजन बनाते हैं और सूर्य की पूजा करते हैं। श्रीलंका में भी पोंगल का त्योहार मनाया जाता है और मंदिरों में ख़ास पूजा-अर्चना का आयोजन किया जाता है।