कोटद्वार। पौड़ी लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी तीरथ सिंह रावत की जीत में कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं की अहम भूमिका रही। उन्हें कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र से 46,096 वोट मिले, जबकि यहां से कांग्रेस प्रत्याशी मनीष खंडूड़ी को 18839 वोट हासिल हुए। इस प्रकार यहां से भाजपा प्रत्याशी की जीत का अंतर 27257 रहा।
पौड़ी लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी तीरथ सिंह रावत ने जीत हासिल की है। वह मतगणना के प्रथम चक्र से ही कांग्रेस प्रत्याशी मनीष खंडूडी से बढ़त बनाए हुए थे। कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र में इस चुनाव में कुल 66284 मतदाताओं ने वोट डाले। इनमें से 46,096 मत भाजपा के पक्ष में गए। इससे पूर्व 2014 के लोकसभा चुनाव में भी कोटद्वार विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी को करीब 23 हजार से अधिक की बढ़त मिली थी। हालांकि तब मेजर जनरल बीसी खंडूड़ी (सेनि) भाजपा के प्रत्याशी थे। इस बार के चुनाव से बीसी खंडूड़ी तो गायब रहे, लेकिन भाजपा ने उनके शिष्य तीरथ सिंह रावत को टिकट दे दिया। उन्होंने इस चुनाव में अपने गुरु बीसी खंडूूड़ी के जीत के अंतर को पीछे छोड़ नया रिकार्ड बना लिया। कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े बीसी खंडूूड़ी के बेटे मनीष खंडूड़ी को कोटद्वार विधानसभा से मात्र 18839 वोट ही मिल सके।
यमकेश्वर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी तीरथ सिंह रावत को 31,373 मत मिले, यहां जीत का अंतर 21,534 रहा। चौबट्टाखाल में उन्हें 26,039 मत मिले। यहां जीत का अंतर 15296 रहा। लैंसडौन विधानसभा क्षेत्र से 25,133 मत मिले, यहां जीत का अंतर 15981 रहा। पौड़ी विधानसभा क्षेत्र में तीरथ सिंह रावत को 28, 251 मत मिले। यहां जीत का अंतर 12851 रहा। श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र में 34391 मत मिले। यहां जीत का अंतर 16, 555 रहा। कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र के बाद रामनगर विधानसभा सीट ही ऐसी रही, जहां भाजपा ने आजादी के बाद सबसे अधिक 45357 मत हासिल किए।
कोटद्वार। पौड़ी लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी तीरथ सिंह रावत की जीत में कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं की अहम भूमिका रही। उन्हें कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र से 46,096 वोट मिले, जबकि यहां से कांग्रेस प्रत्याशी मनीष खंडूड़ी को 18839 वोट हासिल हुए। इस प्रकार यहां से भाजपा प्रत्याशी की जीत का अंतर 27257 रहा।
पौड़ी लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी तीरथ सिंह रावत ने जीत हासिल की है। वह मतगणना के प्रथम चक्र से ही कांग्रेस प्रत्याशी मनीष खंडूडी से बढ़त बनाए हुए थे। कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र में इस चुनाव में कुल 66284 मतदाताओं ने वोट डाले। इनमें से 46,096 मत भाजपा के पक्ष में गए। इससे पूर्व 2014 के लोकसभा चुनाव में भी कोटद्वार विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी को करीब 23 हजार से अधिक की बढ़त मिली थी। हालांकि तब मेजर जनरल बीसी खंडूड़ी (सेनि) भाजपा के प्रत्याशी थे। इस बार के चुनाव से बीसी खंडूड़ी तो गायब रहे, लेकिन भाजपा ने उनके शिष्य तीरथ सिंह रावत को टिकट दे दिया। उन्होंने इस चुनाव में अपने गुरु बीसी खंडूूड़ी के जीत के अंतर को पीछे छोड़ नया रिकार्ड बना लिया। कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े बीसी खंडूूड़ी के बेटे मनीष खंडूड़ी को कोटद्वार विधानसभा से मात्र 18839 वोट ही मिल सके।
यमकेश्वर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी तीरथ सिंह रावत को 31,373 मत मिले, यहां जीत का अंतर 21,534 रहा। चौबट्टाखाल में उन्हें 26,039 मत मिले। यहां जीत का अंतर 15296 रहा। लैंसडौन विधानसभा क्षेत्र से 25,133 मत मिले, यहां जीत का अंतर 15981 रहा। पौड़ी विधानसभा क्षेत्र में तीरथ सिंह रावत को 28, 251 मत मिले। यहां जीत का अंतर 12851 रहा। श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र में 34391 मत मिले। यहां जीत का अंतर 16, 555 रहा। कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र के बाद रामनगर विधानसभा सीट ही ऐसी रही, जहां भाजपा ने आजादी के बाद सबसे अधिक 45357 मत हासिल किए।