विजयपुर की मनोरम पहाड़ी पर स्थित श्री श्री 1008 धौलीनाग के पावन धाम में बृहस्पतिवार को सत्यनारायण भगवान की कथा हुई। महिलाओं ने रंगोली पहनकर ढोल, नगाड़ोें के साथ भव्य कलशयात्रा निकाली। भंडारे में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
कांडा कमस्यार के कई गांवों के श्रद्धालु बृहस्पतिवार को ढोल, नगाड़ों के साथ श्री श्री 1008 धौलीनाग के मंदिर पहुंचे। इस मंदिर में हर साल क्षेत्र की सुख, शांति, फसलों की सुरक्षा, प्राकृतिक आपदाओं से बचने के लिए पंचामृत के बाद सत्यनारायण देव की कथा का आयोजन किया जाता है। इससे खुश होकर श्री भगवान सुरक्षा करते हैं। घर-घर से आने वाले दूध, दही, घी, शहद, चीनी से पंचामृत बनाया गया। मंदिर में खीर का ही भोग लगाया गया। नया अनाज भी अर्पित किया गया। मंदिर में दिनभर पूजा, अर्चना हुई।
मंदिर के पुजारी अमर सिंह धामी ने प्रसाद बांटा। पंडित पूरन पंत ने पूजा करवाई। वहां शेर सिंह धपोला, हरीश चंदोला, दरवान सिंह राणा, गणेश धामी, हेम पंत, भुवन चंदोला, बबलू कांडपाल, दीप चंद्र कांडपाल, राजेंद्र राठौर, वीरेंद्र नगरकोटी, पूरन पंत, हितेश धपोला, गोपाल सिंह राणा, रमेश चंदोला, शेखर चंदोला आदि थे। कलशयात्रा में जानकी देवी, उमा, पार्वती, हेमा, शोभा, प्रियंका, पुष्पा, लता, कल्पना देवी आदि थे।