जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा जिले में सोमवार को एक बार फिर आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर हमले की वारदात को अंजाम दिया है। आतंकियों ने हंदवाड़ा के काजियाबाद इलाके में सीआरपीएफ की एक पट्रोलिंग टीम पर फायरिंग की। इस हमले में गाजीपुर जिले के सीआरपीएफ जवान अश्वनी कुमार यादव(32) भी शहीद हो गए। इसकी खबर घर पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया।
जिले के नोनहरा थाना क्षेत्र के चकदाउद गांव निवासी राम सिंह के बेटे अश्वनी कुमार यादव के घर उनके शहीद होने की सूचना सीआरपीएफ ने देर रात दी। ग्राम प्रधान बबलू कुशवाहा के अनुसार किसी को इस पर यकीन नहीं हुआ।
वाराणसी सीआरपीएफ कैंप कार्यालय से इसकी पुष्टि की गई तो कोहराम मच गया। जवान बेटे के निधन की खबर वृद्ध मां से बर्दाश्त नहीं हुई और वह बेहोश हो गईं। किसी तरह उन्हें होश में लाया गया।
जवान की पत्नी की हालत भी खबर सुनने के बाद से खराब है। गांव के लोग जवान के घर पर परिवार को संभालने में लगे हैं। जवान के पिता की पहले ही मृत्यु हो चुकी है। जवान का पार्थिव शरीर मंगलवार को सैन्य सम्मान के साथ गांव लाया जाएगा।
शहीद के मां की तबीयत बिगड़ गई और पत्नी को भी आसपास से पहुंचीं महिलाओं ने किसी तरह संभाला। वर्ष 2005 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए अश्विनी कुमार अपने तीन भाइयों में सबसे बड़े थे। पिता के निधन के बाद घर की जिम्मेदारी उन पर ही थी।
घर में अश्वनी की मां लालमुनी, पत्नी अंशु देवी, दो बच्चे दो बच्चे आयशा यादव(6) व आदित्य यादव(4) हैं। इसके अलावा दो छोटे भाई अंजनी यादव व मुलायम यादव हैं।
जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा जिले में सोमवार को एक बार फिर आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर हमले की वारदात को अंजाम दिया है। आतंकियों ने हंदवाड़ा के काजियाबाद इलाके में सीआरपीएफ की एक पट्रोलिंग टीम पर फायरिंग की। इस हमले में गाजीपुर जिले के सीआरपीएफ जवान अश्वनी कुमार यादव(32) भी शहीद हो गए। इसकी खबर घर पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया।
जिले के नोनहरा थाना क्षेत्र के चकदाउद गांव निवासी राम सिंह के बेटे अश्वनी कुमार यादव के घर उनके शहीद होने की सूचना सीआरपीएफ ने देर रात दी। ग्राम प्रधान बबलू कुशवाहा के अनुसार किसी को इस पर यकीन नहीं हुआ।
वाराणसी सीआरपीएफ कैंप कार्यालय से इसकी पुष्टि की गई तो कोहराम मच गया। जवान बेटे के निधन की खबर वृद्ध मां से बर्दाश्त नहीं हुई और वह बेहोश हो गईं। किसी तरह उन्हें होश में लाया गया।