वाराणसी। मार्बल कारोबारी की हत्या के दूसरे ही दिन लबे सड़क वह भी दिनदहाड़े व्यापारी को दौड़ाकर गोली मारना, फिर रुपयों से भरा बैग लेकर भाग जाना यह दर्शाता है कि बदमाशों में पुलिस का कोई भय नहीं रह गया है। आदमपुर थाना क्षेत्र के भदऊ डाट पुल पर ट्रांसपोर्ट व्यवसायी के साथ हुई इस वारदात ने लोगों को दहशत में डाल दिया। मौके पर एसएसपी बीडी पाल्सन, एसपी सिटी संतोष कुमार सिंह पहुंचे, हर बार की तरह मातहतों को निर्देश भी दिया, लेकिन बदमाशों का कुछ पता नहीं चल सका। यह भी जानकारी नहीं मिल सकी कि कितने की लूट हुई है।
आदमपुर के प्रहलाद घाट, तेलिया नाला के रहने वाले 48 वर्षीय राजकुमार गुप्ता की पड़ाव और जीवनाथपुर में दो राइस मिल हैं। वह ट्रांसपोर्ट और कमीशन एजेंट का भी काम करते हैं। मंगलवार की दोपहर वह घर से स्कूटी लेकर पड़ाव स्थित दफ्तर के लिए निकले। भदऊ डाट पुल से करीब पचास मीटर आगे बढ़ने पर सामने से एक बाइक और एक स्कूटर से चार लोग आते दिखे। दोनों को रांग साइड से आता देख राजकुमार गुप्ता को शक हुआ। इस बीच नजदीक पहुंचते ही बाइक और स्कूटर पर बैठे दो बदमाशों ने असलहे निकाल लिए। इसे देख राजकुमार स्कूटी छोड़कर बैग लेकर भागने लगे, मगर बदमाशों ने उनका पीछा शुरू कर दिया। भागते-भागते राजकुमार किसी को फोन भी मिला रहे थे। ऐसे में पकड़े जाने के डर से बदमाशों ने उनपर फायरिंग शुरू कर दी। एक गोली उनके बाएं हाथ में और दो बाएं पैर में लगीं। गोली लगते ही वह गिर पड़े। तभी स्कूटर सवार एक बदमाश ने नीचे उतरकर राजकुमार के हाथ से बैग छीन लिया और भदऊ की ओर भाग गया। उसके दूसरे साथी भी उसी ओर भाग निकले। इस बीच राजकुमार के घर के पास रहने वाले उनके चाचा रमेश इसी रास्ते से गुजर रहे थे। उन्होंने कार से बीच सड़क गिरे राजकुमार को लहूलुहान देखा तो उनके होश उड़ गए। कार में रमेश के अलावा उनका कर्मचारी बब्बन भी था। दोनों राजकुमार को कार में ही लादकर आनन-फानन में मलदहिया स्थित निजी अस्पताल पहुंचे। साथ ही सौ नंबर पर पुलिस को सूचना भी दी।
मौके पर पहुंची पुलिस को नाइन एमएम की मैगजीन और 32 बोर का जिंदा कारतूस मिला है। गोली चलाने वाले दोनों बदमाशों ने अलग-अलग असलहे रखे थे। बदमाशों ने जिस बैग को लूटने के लिए गोली मारी उसमें कितने रुपये थे, यह पता नहीं लग पाया। घर वालों को भी इसकी जानकारी नहीं है। व्यवसायी की पत्नी का कहना है कि राजकुमार बैग में कम रुपये लेकर निकलते थे। उनके होश में आने के बाद ही रुपयों का पता चल पाएगा। एसपी सिटी संतोष कुमार सिंह का कहना है लूट के उद्देश्य से ही वारदात हुई है। कु छ प्रत्यक्षदर्शियों ने बदमाशों की संख्या तीन और कुछ ने चार बताई है। परिजनों के अनुसार राजकुमार का किसी से कोई विवाद नहीं था। पुलिस जांच में जुटी है।