रतनपुरा । सीमावर्ती बलिया जिले के रसड़ा कोतवाली थाना क्षेत्र के सरायभारती गांव के गन्ने के खेत में स्थानीय किसानों ने तीन दिन पूर्व तेंदुआ देखा। सरायभीरती गांव से सटे रतनपुरा ब्लाक क्षेत्र के गांव के लोग दहशत में हैं।
बलिया जिले के वन विभाग की टीम तेंदुए को पकड़ने के लिए तीन दिनों से गन्ने के खेत के चारों तरफ डेरा जमाए हुए हैं। तेंदुआ अब तक दो पालतू कुत्तों का शिकार कर चुका है। तेंदुआ मिलने की सूचना पर बलिया, गाजीपुर और मऊ की वन विभाग की टीम अलर्ट पर है। सराय भारती गांव के किसान रामअवध यादव का पालतू कुत्ता दस दिन से कहीं दिखाई नहीं दे रहा था। कुत्ते को खोजते हुए रामअवध खेत के पास गए तो वहां उसका क्षतिग्रस्त कंकाल दिखा। तभी रामअवध ने तेंदुए को भी देख लिया। ग्रामीण इसी बात से अंदाजा लगा रहे हैं कि तेंदुआ यहां दस दिन से डेरा जमाए हुए है। वन विभाग द्वारा उसे पकड़ने के लिए पिंजरा लगा दिया गया है। वन विभाग द्वारा तमाम हथकंडे अपनाने के बावजूद अब तक तेंदुए को पकड़ने में कोई सफलता नहीं मिल पाई है।सराय भारती के गांव के गुलौरी, दतौडा, नंगवा, खिलला, ठैचा, कोहिंया सहित विभिन्न गांवों के ग्रामीण आशंकित हैं कि कुछ ही दूरी पर तेंदुए का ठिकाना है वह कभी भी वहां दस्तक दे सकता है।शाम होते ही लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। पुलिस और वन विभाग की टीम ग्रामीणों को जागरूक कर सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं।