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गौराबादशाहपुर/धर्मापुर। गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र स्थित सेवईंनाला के पास रविवार को भैंस चराने गए चार बच्चे नाले में डूब गए। पानी में डूबने के चलते सगे भाई-बहन की मौत हो गई। जबकि दो अन्य बच्चों को कुछ दूर पर खेत में काम कर रहे तीन युवकों ने साहस दिखाते हुए पानी से बाहर निकाला और अपने वाहन से जिला चिकित्सालय पहुंचाया। जहां दोनों की हालत स्थिर बनी हुई है। इधर सगे भाई-बहन की मौत होने से मां समेत परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था।
गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के गजना गांव निवासी श्याम नारायण यादव का बेटा दीपक (6) और बेटी रिंकी (8) पड़ोसी मुन्ना की बेटी प्रतीक्षा (10) और उदय नारायण के बेटे सचिन (8) के साथ भैंस चराने के लिए गए थे। चारो बच्चे भैंस चरा रहे थे। तभी दीपक की एक भैंस नाले के पानी में चली गई। दीपक और उसकी बहन ने भैंस निकालने का प्रयास किया। बाहर से ईंट-पत्थर भैंस पर फेंके लेकिन भैंस बाहर नहीं निकली। काफी देर तक भैंस के बाहर न निकलने पर दीपक पानी में उतर गया। इसके बाद उसकी बहन रिंकी भी पानी में उतर गई। नाले में पानी अधिक होने के नाते दोनों पानी में डूबने लगे। दोनों ने शोर मचाया तो साथ में गए प्रतीक्षा और सचिन भी पानी में कूदे और डूब रहे दीपक और रिंकी को बाहर निकालने का प्रयास किया लेकिन वह दोनों भी डूबने लगे। तभी नाले से कुछ दूरी पर खेत में काम कर रहे तीन युवकों की नजर नाले में डूब रहे बच्चों पर पड़ी तो तीनों झट से नाले में कूदे और सभी को चारों को बाहर निकाला। नाले में डूबने से दीपक, रिंकी की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि प्रतीक्षा, सचिन की पानी पीने से हालत बिगड़ गई। दोनों को स्थानीय लोगों ने अपने वाहनों से जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया। जहां दोनों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
इनसेट में
जांबाज युवकों की हो रही प्रशंसा
गौराबादशाहपुर/धर्मापुर। गौराबादशाहपुर थानाक्षेत्र के सेवईंनाला में के पास भैंस चराने गए दो बच्चों की मौत हो गई। यह हादसा और बड़ा हो सकता था, अगर गांव के ही जांबाज रमेश यादव, महेंद्र यादव और विक्की यादव न होते। तीनों युवकों की जांबाजी से दो मासूम बच्चे प्रतीक्षा और सचिन की जान बचा ली। दोनों फिलहाल जिला चिकित्सालय में भर्ती कराए गए हैें। गांव में युवकों की जांबाजी की प्रशंसा हो रही है।
गौराबादशाहपुर/धर्मापुर। गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र स्थित सेवईंनाला के पास रविवार को भैंस चराने गए चार बच्चे नाले में डूब गए। पानी में डूबने के चलते सगे भाई-बहन की मौत हो गई। जबकि दो अन्य बच्चों को कुछ दूर पर खेत में काम कर रहे तीन युवकों ने साहस दिखाते हुए पानी से बाहर निकाला और अपने वाहन से जिला चिकित्सालय पहुंचाया। जहां दोनों की हालत स्थिर बनी हुई है। इधर सगे भाई-बहन की मौत होने से मां समेत परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था।
गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के गजना गांव निवासी श्याम नारायण यादव का बेटा दीपक (6) और बेटी रिंकी (8) पड़ोसी मुन्ना की बेटी प्रतीक्षा (10) और उदय नारायण के बेटे सचिन (8) के साथ भैंस चराने के लिए गए थे। चारो बच्चे भैंस चरा रहे थे। तभी दीपक की एक भैंस नाले के पानी में चली गई। दीपक और उसकी बहन ने भैंस निकालने का प्रयास किया। बाहर से ईंट-पत्थर भैंस पर फेंके लेकिन भैंस बाहर नहीं निकली। काफी देर तक भैंस के बाहर न निकलने पर दीपक पानी में उतर गया। इसके बाद उसकी बहन रिंकी भी पानी में उतर गई। नाले में पानी अधिक होने के नाते दोनों पानी में डूबने लगे। दोनों ने शोर मचाया तो साथ में गए प्रतीक्षा और सचिन भी पानी में कूदे और डूब रहे दीपक और रिंकी को बाहर निकालने का प्रयास किया लेकिन वह दोनों भी डूबने लगे। तभी नाले से कुछ दूरी पर खेत में काम कर रहे तीन युवकों की नजर नाले में डूब रहे बच्चों पर पड़ी तो तीनों झट से नाले में कूदे और सभी को चारों को बाहर निकाला। नाले में डूबने से दीपक, रिंकी की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि प्रतीक्षा, सचिन की पानी पीने से हालत बिगड़ गई। दोनों को स्थानीय लोगों ने अपने वाहनों से जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया। जहां दोनों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
इनसेट में
जांबाज युवकों की हो रही प्रशंसा
गौराबादशाहपुर/धर्मापुर। गौराबादशाहपुर थानाक्षेत्र के सेवईंनाला में के पास भैंस चराने गए दो बच्चों की मौत हो गई। यह हादसा और बड़ा हो सकता था, अगर गांव के ही जांबाज रमेश यादव, महेंद्र यादव और विक्की यादव न होते। तीनों युवकों की जांबाजी से दो मासूम बच्चे प्रतीक्षा और सचिन की जान बचा ली। दोनों फिलहाल जिला चिकित्सालय में भर्ती कराए गए हैें। गांव में युवकों की जांबाजी की प्रशंसा हो रही है।