शाहाबाद। जटपुरा गांव से कुछ दूरी पर स्थित गन्ना केंद्र के पास गुरुवार की सुबह 45-50 बंदर बेहोशी के हालत में पड़े देख आस पास के लोग मौके पर एकत्र हो गए। जानकारी मिलने पर बजरंगदल के पदाधिकारी व इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई, लेकिन तब तक चार बंदरों की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने पशु चिकित्साधिकारी को बुलाकर बंदरों के शव का पोस्टमार्टम कराया।
जटपुरा गांव के पास स्थित गन्ना सेंटर के पास से सुबह गुजरे ग्रामीणों ने आधा सैकड़ा बंदर बेहोशी की हालत में पड़े देख इसकी जानकारी प्रधान प्रतिनिधि व अन्य लोगों को दी। जानकारी पर बजरंग दल के जिला सह संयोजक पवन रस्तोगी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने बताया कि यहां आस पास बंदर नहीं है। संभव है कि देर रात या सुबह किसी वाहन से बंदरों को किसी वाहन से बेहोशी की हालत में यहां लाकर फेंका गया हो। कोतवाल सुरेश कुमार मिश्रा ने बताया कि प्रधान प्रतिनिधि व बजरंग दल के पदाधिकारियों की ओर से तहरीर मिली है। अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
शाहाबाद। जटपुरा गांव से कुछ दूरी पर स्थित गन्ना केंद्र के पास गुरुवार की सुबह 45-50 बंदर बेहोशी के हालत में पड़े देख आस पास के लोग मौके पर एकत्र हो गए। जानकारी मिलने पर बजरंगदल के पदाधिकारी व इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई, लेकिन तब तक चार बंदरों की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने पशु चिकित्साधिकारी को बुलाकर बंदरों के शव का पोस्टमार्टम कराया।
जटपुरा गांव के पास स्थित गन्ना सेंटर के पास से सुबह गुजरे ग्रामीणों ने आधा सैकड़ा बंदर बेहोशी की हालत में पड़े देख इसकी जानकारी प्रधान प्रतिनिधि व अन्य लोगों को दी। जानकारी पर बजरंग दल के जिला सह संयोजक पवन रस्तोगी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने बताया कि यहां आस पास बंदर नहीं है। संभव है कि देर रात या सुबह किसी वाहन से बंदरों को किसी वाहन से बेहोशी की हालत में यहां लाकर फेंका गया हो। कोतवाल सुरेश कुमार मिश्रा ने बताया कि प्रधान प्रतिनिधि व बजरंग दल के पदाधिकारियों की ओर से तहरीर मिली है। अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।