इटावा। दिनोंदिन बढ़ती महंगाई ने आम आदमी को परेशान कर दिया है। सिलिंडर और पेट्रोल-डीजल की कीमतें बेकाबू रफ्तार से बढ़ रही हैं। रसोई गैस सिलिंडर की कीमत में फिर बढ़ोतरी होने से अब यह 931 रुपये का हो गया, जबकि पेट्रोल के दाम भी 104.83 रुपये प्रति लीटर पहुंच गई है।
सिलिंडर के दाम बढ़ने से गृहिणियां सबसे ज्यादा परेशान हैं। उनकी रसोई का बजट गड़बड़ा गया है। सिलिंडर भरवाने के लिए दूसरे खर्चों में कटौती करनी पड़ रही है। दाम बढ़ने के बाद 316 रुपये का सब्सिडी वाला सिलिंडर 931 रुपये में बिक रहा है।
वहीं, उज्ज्वला योजना से मिलने वाला सिलिंडर तो ग्रामीण क्षेत्र के लोग रिफिल ही नहीं करा पा रहे हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में हालात पहले की तरह हो गए हैं। घरों में चूल्हे जलने लगे हैं। महंगाई का यही हाल रहा तो साल के अंत तक गैस सिलिंडर के दाम एक हजार पार कर जाएं, कोई आश्चर्य नहीं होगा।
पेट्रोल की कीमत बढ़ने से वाहन चालकों में जहां गुस्सा है। पेट्रोल व डीजल की कीमतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। करीब 25 पैसे बढ़ने के बाद इटावा में पेट्रोल 104.83 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है।
लोगों का कहना है कि तेल व गैस सिलिंडर की कीमतें कम होना जरूरी है। कीमतें घटने पर ही महंगाई पर अंकुश लगेगा। वर्तमान सरकार को आम लोगों का बोझ कम करने के लिए जरूरी कदम उठाने चाहिए।
सोच समझकर वाहन चलाना पड़ रहा
पेट्रोल की कीमतें बढ़ने से सोच समझकर वाहन चलाना पड़ रहा है। चिंता कीमत की नहीं, बल्कि इस बात की है कि पता नहीं कल फिर से दाम न बढ़ जाएं। अब तो पेट्रोल की कीमत कब बढ़ जाए पता नहीं चलता।
- सुनील कुमार, सिविल लाइंस
एक साथ दोहरी मार झेलनी पड़ रही
इस समय लोग दो चीजों के दाम बढ़ने से ज्यादा चिंतित हैं। एक पेट्रोल और दूसरा गैस सिलिंडर। इस वजह से लोगों को एक साथ दोहरी मार झेलनी पड़ रही है।
-संजेश कुमार, मैनपुरी फाटक
दिवाली तक कहीं एक हजार न हो जाए
जिस तरह से रसोई गैस के दाम बढ़ते जा रहे, उससे लगता है कि दिवाली तक गैस सिलिंडर के दाम कहीं एक हजार रुपये को न पार कर जाएं। महंगी होते सिलिंडर से रसोई का बजट गड़बड़ाता जा रहा है।
- सरोज चौहान, बलराम सिंह चौराहा
रसोई का गड़बड़ा जाता है बजट
रसोई गैस की कीमत बढ़ने से घर का बजट बिगड़ना स्वाभाविक है। जिस तेजी से गैस सिलिंडर के दाम बढ़ते जा रहे हैं, उससे घर का खर्च चलाना मुश्किल होता जा रहा है।
- प्रत्यूषा शुक्ला, ईदगाह
इटावा। दिनोंदिन बढ़ती महंगाई ने आम आदमी को परेशान कर दिया है। सिलिंडर और पेट्रोल-डीजल की कीमतें बेकाबू रफ्तार से बढ़ रही हैं। रसोई गैस सिलिंडर की कीमत में फिर बढ़ोतरी होने से अब यह 931 रुपये का हो गया, जबकि पेट्रोल के दाम भी 104.83 रुपये प्रति लीटर पहुंच गई है।
सिलिंडर के दाम बढ़ने से गृहिणियां सबसे ज्यादा परेशान हैं। उनकी रसोई का बजट गड़बड़ा गया है। सिलिंडर भरवाने के लिए दूसरे खर्चों में कटौती करनी पड़ रही है। दाम बढ़ने के बाद 316 रुपये का सब्सिडी वाला सिलिंडर 931 रुपये में बिक रहा है।
वहीं, उज्ज्वला योजना से मिलने वाला सिलिंडर तो ग्रामीण क्षेत्र के लोग रिफिल ही नहीं करा पा रहे हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में हालात पहले की तरह हो गए हैं। घरों में चूल्हे जलने लगे हैं। महंगाई का यही हाल रहा तो साल के अंत तक गैस सिलिंडर के दाम एक हजार पार कर जाएं, कोई आश्चर्य नहीं होगा।
पेट्रोल की कीमत बढ़ने से वाहन चालकों में जहां गुस्सा है। पेट्रोल व डीजल की कीमतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। करीब 25 पैसे बढ़ने के बाद इटावा में पेट्रोल 104.83 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है।
लोगों का कहना है कि तेल व गैस सिलिंडर की कीमतें कम होना जरूरी है। कीमतें घटने पर ही महंगाई पर अंकुश लगेगा। वर्तमान सरकार को आम लोगों का बोझ कम करने के लिए जरूरी कदम उठाने चाहिए।
सोच समझकर वाहन चलाना पड़ रहा
पेट्रोल की कीमतें बढ़ने से सोच समझकर वाहन चलाना पड़ रहा है। चिंता कीमत की नहीं, बल्कि इस बात की है कि पता नहीं कल फिर से दाम न बढ़ जाएं। अब तो पेट्रोल की कीमत कब बढ़ जाए पता नहीं चलता।
- सुनील कुमार, सिविल लाइंस
एक साथ दोहरी मार झेलनी पड़ रही
इस समय लोग दो चीजों के दाम बढ़ने से ज्यादा चिंतित हैं। एक पेट्रोल और दूसरा गैस सिलिंडर। इस वजह से लोगों को एक साथ दोहरी मार झेलनी पड़ रही है।
-संजेश कुमार, मैनपुरी फाटक
दिवाली तक कहीं एक हजार न हो जाए
जिस तरह से रसोई गैस के दाम बढ़ते जा रहे, उससे लगता है कि दिवाली तक गैस सिलिंडर के दाम कहीं एक हजार रुपये को न पार कर जाएं। महंगी होते सिलिंडर से रसोई का बजट गड़बड़ाता जा रहा है।
- सरोज चौहान, बलराम सिंह चौराहा
रसोई का गड़बड़ा जाता है बजट
रसोई गैस की कीमत बढ़ने से घर का बजट बिगड़ना स्वाभाविक है। जिस तेजी से गैस सिलिंडर के दाम बढ़ते जा रहे हैं, उससे घर का खर्च चलाना मुश्किल होता जा रहा है।
- प्रत्यूषा शुक्ला, ईदगाह