कोरोना काल में भारी नुकसान झेल चुकी ताजनगरी के पर्यटन उद्योग की आस अब एक फरवरी को आ रहे आम बजट से है। उद्यमियों का कहना है कि 25 सालों से चली आ रही एयरपोर्ट बनाने की मांग अगर पूरी हो जाए तो पर्यटन उड़ान भर सकता है। पर्यटकों की संख्या बढ़ने के लिए यह जरूरी है। इससे सिर्फ ताजनगरी नहीं, मथुरा, वृंदावन, फिरोजाबाद और आसपास के अन्य जिलों को भी फायदा मिलेगा।
ताजनगरी के लगभग तीन हजार करोड़ सालाना टर्नओवर वाले पर्यटन उद्योग से पांच लाख लोगों की रोजी-रोटी चलती है लेकिन फिलहाल स्थिति ठीक नहीं है। पिछले एक साल में उद्योग को लगभग दो हजार करोड़ का नुकसान हुआ है। इसलिए बड़ी राहत की जरूरत है। एयरपोर्ट की मांग केंद्र सरकार के मंत्रियों के सामने रखी जा चुकी है। प्रदेश सरकार सिविल सरकार एयरपोर्ट बनाने की घोषणा कर चुकी है लेकिन यह अब तक बना नहीं है। पर्यटन उद्योग को कई रियायतों को भी जरूरत है। विशेष राहत पैकेज दिया जाना चाहिए।
हस्तशिल्प को जीएसटी से मुक्त करें
आगरा की हस्तशिल्प कला विश्व में विख्यात है लेकिन जीएसटी से इसमें परेशानी आ रही हैं। इसे जैसे वैट के समय में मुक्त रखा गया था, वैसे ही जीएसटी से भी मुक्त किया जाए। कोरोना काल में हैंडीक्राफ्ट इंडस्ट्री ने भारी नुकसान झेला है, इसलिए इसे यह छूट मिलनी ही चाहिए। - प्रह्लाद अग्रवाल, अध्यक्ष टूरिस्ट वेलफेयर चैंबर
जहां सबसे ज्यादा सैलानी, वहां एयरपोर्ट क्यों नहीं
राजस्थान देखिए, जहां-जहां सैलानी जाते हैं, सभी जगह एयरपोर्ट हैं। चाहें जयपुर हो या जोधपुर या उदयपुर लेकिन आगरा में सबसे ज्यादा सैलानी आते हैं, वहां एयरपोर्ट नहीं है। इस बजट में एयरपोर्ट की घोषणा होनी चाहिए। -
शमशुद्दीन खान, अध्यक्ष अप्रूव्ड टूरिस्ट गाइड एसोसिएशन
विशेष पैकेज दिया जाए
आगरा के पर्यटन उद्योग को अनुमानित 2000 करोड़ का नुकसान हो चुका है। इससे उबरने के लिए विशेष राहत पैकेज की दरकार है। अभी तक उद्योग व्यवस्थित नहीं हो पाया है।
- संदीप अरोरा, अध्यक्ष, आगरा टूरिज्म डेवलपमेंट माउंडेशन
हस्तकला प्रदर्शनी के लिए विवि बनाया जाए
जरदोजी मुगलकालीन कला है। अपने दम पर अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। इसे संरक्षित करने और बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण जरूरी है। इसके लिए हस्तकला का अलग से विवि आगरा में बनाया जाए।
- रईसुद्दीन, संस्थापक आगरा जरदोजी एसोसिएशन
कोरोना काल में भारी नुकसान झेल चुकी ताजनगरी के पर्यटन उद्योग की आस अब एक फरवरी को आ रहे आम बजट से है। उद्यमियों का कहना है कि 25 सालों से चली आ रही एयरपोर्ट बनाने की मांग अगर पूरी हो जाए तो पर्यटन उड़ान भर सकता है। पर्यटकों की संख्या बढ़ने के लिए यह जरूरी है। इससे सिर्फ ताजनगरी नहीं, मथुरा, वृंदावन, फिरोजाबाद और आसपास के अन्य जिलों को भी फायदा मिलेगा।
ताजनगरी के लगभग तीन हजार करोड़ सालाना टर्नओवर वाले पर्यटन उद्योग से पांच लाख लोगों की रोजी-रोटी चलती है लेकिन फिलहाल स्थिति ठीक नहीं है। पिछले एक साल में उद्योग को लगभग दो हजार करोड़ का नुकसान हुआ है। इसलिए बड़ी राहत की जरूरत है। एयरपोर्ट की मांग केंद्र सरकार के मंत्रियों के सामने रखी जा चुकी है। प्रदेश सरकार सिविल सरकार एयरपोर्ट बनाने की घोषणा कर चुकी है लेकिन यह अब तक बना नहीं है। पर्यटन उद्योग को कई रियायतों को भी जरूरत है। विशेष राहत पैकेज दिया जाना चाहिए।
हस्तशिल्प को जीएसटी से मुक्त करें
आगरा की हस्तशिल्प कला विश्व में विख्यात है लेकिन जीएसटी से इसमें परेशानी आ रही हैं। इसे जैसे वैट के समय में मुक्त रखा गया था, वैसे ही जीएसटी से भी मुक्त किया जाए। कोरोना काल में हैंडीक्राफ्ट इंडस्ट्री ने भारी नुकसान झेला है, इसलिए इसे यह छूट मिलनी ही चाहिए।
- प्रह्लाद अग्रवाल, अध्यक्ष टूरिस्ट वेलफेयर चैंबर