लोकप्रिय और ट्रेंडिंग टॉपिक्स

विज्ञापन
Hindi News ›   Uttar Pradesh ›   Agra News ›   High yield gave pain to potato farmers prices fell so low after eight years

UP: ज्यादा पैदावार ने आलू किसानों को दिया दर्द, आठ साल बाद गिरे इतने नीचे दाम

अमर उजाला ब्यूरो, आगरा Published by: धीरेन्द्र सिंह Updated Tue, 14 Mar 2023 12:56 PM IST
सार

आलू की पैदावार इस बार 1.80 लाख मीट्रिक टन ज्यादा हुई है। ऐसे में किसानों को दर्द इस बात का है कि बंपर पैदावार तो हो गई, लेकिन अब भाव नहीं मिल पा रहा है। 

High yield gave pain to potato farmers prices fell so low after eight years
आलू - फोटो : संवाद

विस्तार

आलू की बंपर पैदावार जरूर हुई, लेकिन अच्छा भाव न मिलने से किसानों में निराशा है। इस बार 1.80 लाख मीट्रिक टन आलू की अधिक पैदावार हुई है। आठ साल में आलू सबसे सस्ता बिक रहा है। इस बार लागत भी नहीं निकल पा रही है। किसानों का मानना है कि विदेशों में आलू निर्यात करने से जरूर राहत मिलेगी।


उप निदेशक उद्यान कौशल कुमार नीरज ने बताया कि जिले में इस साल 74 हजार हेक्टेयर जमीन पर आलू की खेती हुई है। इस बार 24 लाख मीट्रिक टन आलू की पैदावार हुई है। बीते साल भी 74 हजार हेक्टेयर जमीन पर आलू की बुवाई हुई थी, जिसमें 22.19 लाख मीट्रिक टन आलू पैदा हुआ था। इस तरह से 1.80 लाख मीट्रिक टन आलू की अधिक पैदावार है। आलू के गिरते दामों को देखते हुए सरकार ने 650 रुपये प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य घोषित किया है। नेपाल, मलयेशिया, कतर, दुबई में इसका निर्यात भी किया जा रहा है। खाड़ी देशों के व्यापारी भी यहां आकर आलू खरीदेंगे।


ये भी पढ़ें - भाई ने उजाड़ा बहन का सिंदूर: शादी के डेढ़ साल बाद ही साले ने जीजा को उतारा मौत के घाट, वजह जानकर हर कोई हैरान


यही रही पैदावार की स्थिति:


साल             खेती (हेक्टेयर में )             पैदावार(मीट्रिक टन में)
2020             70200                         1860300

2021             73000                         1870000
2022             74000                         2219800

2023             74000                         2400000
ये रहे भाव (प्रति पैकेट 50 किलो)

साल:             खुदाई के वक्त             शीतगृह से बेचने में
2015:             200-250 रुपये             350-400 रुपये

2016:             1000-1200 रुपये             .....नोटबंदी
2017             450-500 रुपये             650-750 रुपये

2018             650-700 रुपये             850-900 रुपये
2019             700-725 रुपये             850-900 रुपये

2020             600-800 रुपये             950-1050 रुपये
2021             650-700 रुपये             950-1150 रुपये

2022             600-700 रुपये             1000-1100 रुपये
2023             250-350 रुपये             ..........

(जैसा कि भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष राजवीर लवानियां ने बताया)

ये भी पढ़ें - कान्हा से ऐसा प्रेम: LLB की छात्रा ने भगवान कृष्ण से रचाई शादी, अग्नि के लिए सात फेरे, परिजन भी हुए शामिल
 
विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Election

फॉन्ट साइज चुनने की सुविधा केवल
एप पर उपलब्ध है

बेहतर अनुभव के लिए
4.3
ब्राउज़र में ही
एप में पढ़ें

क्षमा करें यह सर्विस उपलब्ध नहीं है कृपया किसी और माध्यम से लॉगिन करने की कोशिश करें

Followed