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कासगंज। डीएम सीपी सिंह की अध्यक्षता में सूकर क्षेत्र सोरों में हरि की पदी के जीर्णोद्घार के संबंध में कलक्ट्रेट सभागार में बैठक हुई। बैठक में हरि की पदी और पंचकोसी परिक्रमा स्थल के सौंदर्यीकरण की कार्ययोजना ऐमन कंसलटेंट संस्था द्वारा प्रस्तुत की गई। जिस पर डीएम ने महत्वपूर्ण सुझाव देकर इसे और अधिक सुंदर, आकर्षक बनाने पर जोर दिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि तीर्थस्थल सोरों के सौंदर्यीकरण में पुरातत्व एवं आधुनिकता का मिश्रण होना चाहिए। ताकि यहां की एक अलग पहचान बने। सोरों के प्रत्येक मंदिर को किस राजा ने कब बनवाया, इसकी जानकारी अंकित करते हुए पत्थर लगना चाहिए। परिक्रमा मार्ग में जो भी मंदिर है उनका सौंदर्यीकरण किया जाए। पुराने मंदिरों और हरि की पदी के जीर्णोद्धार में उसी बिल्डिंग मैटेरियल का प्रयोग किया जाए, जो उसमें हुआ है। जिससे पुरातत्व की पहचान बनी रहे।
संस्था द्वारा बताया गया कि रघुनाथ मंदिर के आसपास 150 मीटर तक डवलपमेंट कार्य होगा, जिससे वहां के आठ घाट विकसित होंगे। हरि की पदी की वर्तमान में सीढ़ियां अधिक ऊंची हैं और फिसलन भी रहती है। इन्हें मात्र 6 इंच ऊंचा करके सुविधाजनक बनाया जाएगा। आरओ, लाइट आदि की व्यवस्था की जाएगी। बैठक में चेयरमैन सोरों मुन्नी देवी, राधाकृष्ण दीक्षित, ईओ सोरों कुलकमल सिंह, निर्माण कार्यदायी संस्था अलीगढ़ से महाप्रबंधक विनोद विहारी, सहायक परियोजना प्रबंधक शिवपाल सिंह आदि उपस्थित रहे।
कासगंज। डीएम सीपी सिंह की अध्यक्षता में सूकर क्षेत्र सोरों में हरि की पदी के जीर्णोद्घार के संबंध में कलक्ट्रेट सभागार में बैठक हुई। बैठक में हरि की पदी और पंचकोसी परिक्रमा स्थल के सौंदर्यीकरण की कार्ययोजना ऐमन कंसलटेंट संस्था द्वारा प्रस्तुत की गई। जिस पर डीएम ने महत्वपूर्ण सुझाव देकर इसे और अधिक सुंदर, आकर्षक बनाने पर जोर दिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि तीर्थस्थल सोरों के सौंदर्यीकरण में पुरातत्व एवं आधुनिकता का मिश्रण होना चाहिए। ताकि यहां की एक अलग पहचान बने। सोरों के प्रत्येक मंदिर को किस राजा ने कब बनवाया, इसकी जानकारी अंकित करते हुए पत्थर लगना चाहिए। परिक्रमा मार्ग में जो भी मंदिर है उनका सौंदर्यीकरण किया जाए। पुराने मंदिरों और हरि की पदी के जीर्णोद्धार में उसी बिल्डिंग मैटेरियल का प्रयोग किया जाए, जो उसमें हुआ है। जिससे पुरातत्व की पहचान बनी रहे।
संस्था द्वारा बताया गया कि रघुनाथ मंदिर के आसपास 150 मीटर तक डवलपमेंट कार्य होगा, जिससे वहां के आठ घाट विकसित होंगे। हरि की पदी की वर्तमान में सीढ़ियां अधिक ऊंची हैं और फिसलन भी रहती है। इन्हें मात्र 6 इंच ऊंचा करके सुविधाजनक बनाया जाएगा। आरओ, लाइट आदि की व्यवस्था की जाएगी। बैठक में चेयरमैन सोरों मुन्नी देवी, राधाकृष्ण दीक्षित, ईओ सोरों कुलकमल सिंह, निर्माण कार्यदायी संस्था अलीगढ़ से महाप्रबंधक विनोद विहारी, सहायक परियोजना प्रबंधक शिवपाल सिंह आदि उपस्थित रहे।