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मोहाली। नगर निगम चुनाव के चलते सियासी पारा गरमाने लगा है। सूबे की सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस के ऑब्जर्वर कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा उम्मीदवारों के चयन के लिए मोहाली पहुंच गए हैं। रंधावा ने बुधवार को संभावित उम्मीदवाराें के साथ जिला कार्यालय में बैठक भी की। सभी को कांग्रेस की नीति से रूबरू कराया।
रंधावा ने कहा कि नगर निगम व परिषद चुनावों में कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों को लोगों का समर्थन मिल रहा है। वह जीत के प्रति आश्वस्त हैं। उन्होंने संभावित उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं से कहा कि कांग्रेस पार्टी विकास के मुद्दे पर चुनाव में उतरेगी। दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन ने स्पष्ट कर दिया है कि नरेंद्र मोदी अब तक सबसे असफल प्रधानमंत्री साबित हुए हैं। केंद्र सरकार को इस तरह के खेती विरोधी कानून लाने ही नहीं चाहिए थे।
इस मौके सेहतमंत्री बलबीर सिद्धू ने कहा कि विकास कार्यों के लिए फंड की कमी नहीं आने दी गई है। इसी का नतीजा है कि बहुतायत में कार्य हो रहे हैं। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि अकाली दल के तो उम्मीदवार चुनाव से पहले ही मैदान छोड़कर भाग गए हैं। इस मौके जीती सिद्धू, रजिंदर राणा, रिश्व जैन, हरकेश शर्मा, सिटी प्रधान जसप्रीत गिल कुलजीत बेदी आदि मौजूद रहे।
अकाली दल में हो गई बगावत
अकाली दल की तरफ से इस बार निगम चुुनाव के लिए 28 उम्मीदवारों की सूची जारी की गई थी। पहली सूची जारी होने के साथ ही बगावत हो गई। पार्टी के बीस के करीब पूर्व पार्षदों ने सीनियर नेता कुलवंत सिंह की अगुवाई में चुुनाव लड़ने का एलान कर दिया है। इसके चलते अकाली दल अपने ही घर में उलझा हुआ है। वहीं, इस चक्कर में उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी होने से रुक गई है।
भाजपा कर रही चेहरों की तलाश
भाजपा इस बार अकाली दल से अलग होकर चुुनावी मैदान में है। ऐसे में सारे वार्डों पर चुनाव लड़ना भाजपा के लिए किसी मुश्किल से कम नहीं है। भाजपा के ऑब्जर्वर केडी भंडारी काफी समय से शहरों में हैं। वह उम्मीदवारों के चयन में लगे हुए हैं। नेताओं का कहना है कि इस हफ्ते उम्मीदवार घोषित हो सकते हैं।
मोहाली। नगर निगम चुनाव के चलते सियासी पारा गरमाने लगा है। सूबे की सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस के ऑब्जर्वर कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा उम्मीदवारों के चयन के लिए मोहाली पहुंच गए हैं। रंधावा ने बुधवार को संभावित उम्मीदवाराें के साथ जिला कार्यालय में बैठक भी की। सभी को कांग्रेस की नीति से रूबरू कराया।
रंधावा ने कहा कि नगर निगम व परिषद चुनावों में कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों को लोगों का समर्थन मिल रहा है। वह जीत के प्रति आश्वस्त हैं। उन्होंने संभावित उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं से कहा कि कांग्रेस पार्टी विकास के मुद्दे पर चुनाव में उतरेगी। दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन ने स्पष्ट कर दिया है कि नरेंद्र मोदी अब तक सबसे असफल प्रधानमंत्री साबित हुए हैं। केंद्र सरकार को इस तरह के खेती विरोधी कानून लाने ही नहीं चाहिए थे।
इस मौके सेहतमंत्री बलबीर सिद्धू ने कहा कि विकास कार्यों के लिए फंड की कमी नहीं आने दी गई है। इसी का नतीजा है कि बहुतायत में कार्य हो रहे हैं। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि अकाली दल के तो उम्मीदवार चुनाव से पहले ही मैदान छोड़कर भाग गए हैं। इस मौके जीती सिद्धू, रजिंदर राणा, रिश्व जैन, हरकेश शर्मा, सिटी प्रधान जसप्रीत गिल कुलजीत बेदी आदि मौजूद रहे।
अकाली दल में हो गई बगावत
अकाली दल की तरफ से इस बार निगम चुुनाव के लिए 28 उम्मीदवारों की सूची जारी की गई थी। पहली सूची जारी होने के साथ ही बगावत हो गई। पार्टी के बीस के करीब पूर्व पार्षदों ने सीनियर नेता कुलवंत सिंह की अगुवाई में चुुनाव लड़ने का एलान कर दिया है। इसके चलते अकाली दल अपने ही घर में उलझा हुआ है। वहीं, इस चक्कर में उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी होने से रुक गई है।
भाजपा कर रही चेहरों की तलाश
भाजपा इस बार अकाली दल से अलग होकर चुुनावी मैदान में है। ऐसे में सारे वार्डों पर चुनाव लड़ना भाजपा के लिए किसी मुश्किल से कम नहीं है। भाजपा के ऑब्जर्वर केडी भंडारी काफी समय से शहरों में हैं। वह उम्मीदवारों के चयन में लगे हुए हैं। नेताओं का कहना है कि इस हफ्ते उम्मीदवार घोषित हो सकते हैं।