उत्तर प्रदेश में इत्र कारोबारियों के यहां आयकर विभाग की कार्रवाई जारी है। कानपुर और कन्नौज में इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां से मिली 197 करोड़ की नकदी के बाद शुक्रवार को कन्नौज में फिर से छापेमारी की। इस बार आयकर विभाग की टीम के निशाने पर समाजवादी पार्टी के एमएलसी व इत्र कारोबारी पुष्पराज जैन उर्फ पम्पी हैं। आईटी की टीम ने पम्पी के चिपट्टी और अयूब मियां के आवास व कारखानों पर छापा मारा है। कानपुर, कन्नौज, बॉम्बे, सूरत, डिंडीगुल (TN) समेत 8 परिसरों में आज सुबह से कार्रवाई चल रही है। शुरुआती जानकारी मिली है कि टैक्स चोरी के आरोप में यह छापेमारी की जा रही है। आइए जानते हैं कौन हैं इत्र कारोबारी पुष्पराज जैन उर्फ पम्पी, जिनके यहां आयकर विभाग की छापेमारी चल रही है।
कन्नौज शहर के बड़े कारोबारी पुष्प राज उर्फ पम्पी पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बेहद करीबी हैं। 2016 में वह सपा से इटावा-फर्रुखाबाद से एमएलसी बने थे। वह प्रगति अरोमा ऑयल डिस्टिलर्स प्राइवेट लिमिटेड के सहमालिक हैं। उनके पिता सवाई लाल जैन ने 1950 में इस बिजनेस की शुरुआत की थी। पुष्पराज का इत्र का बड़ा कारोबार 12 से ज्यादा देशों में फैला है।
2016 में उनके चुनावी हलफनामे के अनुसार, पुष्पराज और उनके परिवार के पास 37.15 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और 10.10 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है। उनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। कन्नौज के कॉलेज में ही 12वीं तक पढ़ाई की है। मार्च 2022 में उनके एमएलसी का कार्यकाल समाप्त हो रहा है।
यह इत्र एवं कंपाउंड कारोबारी पीयूष जैन के पड़ोसी हैं पीयूष जैन के घर हुई छापेमारी के दौरान इनका भी नाम पीयूष जैन के साथ जुड़कर सामने आया था। पीयूष जैन ने अखिलेश यादव के साथ 9 नवंबर को समाजवादी परफ्यूम लॉन्च हुआ था। पम्पी जैन का जन्म 1956 में हुआ था। यह करीब 65 साल के हैं। मुलायम सिंह यादव के समय से समाजवादी पार्टी से जुड़े हैं।
आपको बता दें कि इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कानपुर और कन्नौज स्थित ठिकानों पर जब छापेमारी हुई तो पीयूष जैन को सपा का करीबी बताया गया, हालांकि पीयूष का सपा से कोई कनेक्शन नहीं था।
शुक्रवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव इसी कन्फ्यूजन को दूर करने के लिए कन्नौज में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कानपुर के ही दूसरे इत्र कारोबारी और सपा एमएलसी पुष्पराज जैन भी अखिलेश के साथ रहने वाले थे। लेकिन उससे पहले ही आयकर विभाग ने यह कार्रवाई कर दी।