ताजनगरी में बंदरों के उत्पात के कारण सोमवार को दो लोगों की मौत हो गई। यह पहली घटना नहीं है, इससे पहले बंदरों के उत्पात से चार साल में पांच लोगों की जान जा चुकी है। ताजमहल में सैलानियों पर भी हमले हो चुके हैं। इसके बावजूद प्रशासन ने इन्हें पकड़वाने की योजना नहीं बनाई है। दस से ज्यादा कॉलोनियों में लोगों ने बंदरों से बचने के लिए लंगूर किराए पर रखे हैं। पुलिस लाइन में भी लंगूर रखे गए हैं। सुभाष पार्क के सामने बैंक कॉलोनी में विजिलेंस के दफ्तर के पास ही लंगूर बांधा गया है। कमला नगर, बल्केश्वर में भी यही स्थिति है। दिल्ली रोड पर जूता फैक्टरियों में लंगूर गेट पर ही बंधे रहते हैं।
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