पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर शुक्रवार को हुए हादसे के वक्त बीएमडब्ल्यू कार की रफ्तार अनियंत्रित थी। हादसे के बाद वायरल हो रहा एक वीडियो इसकी पुष्टि कर रहा है। बताया जा रहा है कि हादसे से पहले कार सवार इंजीनियर दीपक कुमार अपने किसी मित्र के साथ फेसबुक पर लाइव थे। इस दौरान कार सवार लोगों की बातें लाइव चल रही थीं। इस वीडियो के मुताबिक हादसे के वक्त बीएमडब्ल्यू की रफ्तार 230 किलोमीटर प्रति घंटा थी।
फेसबुल लाइव में चारों कार सवार आपस में बात करते हुए सुने जा सकते हैं। वो कार की रफ्तार 300 तक ले जाने के लिए कह रहे थे। इस दौरान एक ने कहा कि हम चारों एक साथ मरेंगे... दुर्भाग्य से ऐसा ही हुआ। हादसे में कार के परखच्चे उड़ गए तो सभी के शव भी क्षत विक्षत हो गए थे। हादसे में कार सवार चारों लोगों की मौत हो गई। शनिवार को एक साथ चारों शवों का पोस्टमॉर्टम कराकर परिजन गंतव्य के लिए रवाना हो गए।
फेसबुल लाइव में चारों कार सवार आपस में बात करते हुए सुने जा सकते हैं। वो कार की रफ्तार 300 तक ले जाने के लिए कह रहे थे। इस दौरान एक ने कहा कि हम चारों एक साथ मरेंगे... दुर्भाग्य से ऐसा ही हुआ। हादसे में कार के परखच्चे उड़ गए तो सभी के शव भी क्षत विक्षत हो गए थे। हादसे में कार सवार चारों लोगों की मौत हो गई। शनिवार को एक साथ चारों शवों का पोस्टमॉर्टम कराकर परिजन गंतव्य के लिए रवाना हो गए।

डॉ. आनंद के परिवार में सभी डॉक्टर
बिहारके रोहतास जिले के डेहरी ओनसोन काली स्थान मोहन बिगहा निवासी डॉ. आनंद प्रकाश की माता का चिकित्सालय है। मौजूदा समय में डॉ. आनंद प्रकाश बिहार के जमुहार स्थित एनएमसीएच में लेप्रोसी विभाग में एचओडी के रूप में कार्यरत थे। इनके पिता डॉ. निर्मल प्रकाश सीएमओ थे। उन्होंने वीआरएस ले लिया है। डॉ. आनंद की पत्नी वंदना डॉक्टर हैं। बड़े भाई आदित्य प्रकाश भी डॉक्टर हैं। वर्ष 2020 में ही डॉ. आनंद ने डॉ. वंदना के साथ शादी की थी।
बिहारके रोहतास जिले के डेहरी ओनसोन काली स्थान मोहन बिगहा निवासी डॉ. आनंद प्रकाश की माता का चिकित्सालय है। मौजूदा समय में डॉ. आनंद प्रकाश बिहार के जमुहार स्थित एनएमसीएच में लेप्रोसी विभाग में एचओडी के रूप में कार्यरत थे। इनके पिता डॉ. निर्मल प्रकाश सीएमओ थे। उन्होंने वीआरएस ले लिया है। डॉ. आनंद की पत्नी वंदना डॉक्टर हैं। बड़े भाई आदित्य प्रकाश भी डॉक्टर हैं। वर्ष 2020 में ही डॉ. आनंद ने डॉ. वंदना के साथ शादी की थी।

भाई के बिना परिवार अधूरा : चंदन
बिहार के औरंगाबाद निवासी इंजीनियर दीपक कुमार के परिवार में पत्नी अनिता के साथ ही दो बच्चे हैं। बच्चों में गौरव (8) व प्रभास (6) हैं। भाई का शव लेने जिले में पहुंचे चंदन कुमार का रो-रोकर बुरा हाल था। चंदन ने बताया कि भाई के बिना परिवार बिखर गया। हम अधूरे हो गए।
बिहार के औरंगाबाद निवासी इंजीनियर दीपक कुमार के परिवार में पत्नी अनिता के साथ ही दो बच्चे हैं। बच्चों में गौरव (8) व प्रभास (6) हैं। भाई का शव लेने जिले में पहुंचे चंदन कुमार का रो-रोकर बुरा हाल था। चंदन ने बताया कि भाई के बिना परिवार बिखर गया। हम अधूरे हो गए।

भाई के बिना परिवार अधूरा : चंदन
बिहार के औरंगाबाद निवासी इंजीनियर दीपक कुमार के परिवार में पत्नी अनिता के साथ ही दो बच्चे हैं। बच्चों में गौरव (8) व प्रभास (6) हैं। भाई का शव लेने जिले में पहुंचे चंदन कुमार का रो-रोकर बुरा हाल था। चंदन ने बताया कि भाई के बिना परिवार बिखर गया। हम अधूरे हो गए।
बिहार के औरंगाबाद निवासी इंजीनियर दीपक कुमार के परिवार में पत्नी अनिता के साथ ही दो बच्चे हैं। बच्चों में गौरव (8) व प्रभास (6) हैं। भाई का शव लेने जिले में पहुंचे चंदन कुमार का रो-रोकर बुरा हाल था। चंदन ने बताया कि भाई के बिना परिवार बिखर गया। हम अधूरे हो गए।

मृतक डॉक्टर के भाई ने हलियापुर थाने में दी तहरीर
बिहार से आए डॉ. आदित्य प्रकाश सिंह ने शनिवार को हलियापुर थाने में कंटेनर के साथ ही पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के खिलाफ तहरीर दी है। उन्होंने बताया कि उनके भाई डॉ. आनंद प्रकाश शुक्रवार की सुबह मुकेश बच्चन सिंह, अखिलेश कुमार सिंह, दीपक कुमार के साथ दिल्ली अपने मित्र से मिलने जा रहे थे। डॉ. आनंद प्रकाश खुद अपने मित्र की बीएमडब्ल्यू कार को चला रहे थे। कार पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के हलियापुर के पास स्थित 83.7 पर पहुंची थी। तभी गलत दिशा से आ रहे कंटेनर ने सामने से टक्कर मार दी, जिसमें उनके भाई डॉ. आनंद प्रकाश समेत सभी चारों लोगों की मौत हो गई। डॉ. आदित्य की तहरीर के मुताबिक प्रत्यक्ष दर्शियों ने उन्हें बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर कुछ दिन पहले गड्ढा हो गया था। इसके बाद भी पूर्वांचल आथॉरिटी की ओर से कोई सांकेतिक चिह्न नहीं लगाया गया। जिसकी वजह से यह हादसा हुआ है।
बिहार से आए डॉ. आदित्य प्रकाश सिंह ने शनिवार को हलियापुर थाने में कंटेनर के साथ ही पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के खिलाफ तहरीर दी है। उन्होंने बताया कि उनके भाई डॉ. आनंद प्रकाश शुक्रवार की सुबह मुकेश बच्चन सिंह, अखिलेश कुमार सिंह, दीपक कुमार के साथ दिल्ली अपने मित्र से मिलने जा रहे थे। डॉ. आनंद प्रकाश खुद अपने मित्र की बीएमडब्ल्यू कार को चला रहे थे। कार पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के हलियापुर के पास स्थित 83.7 पर पहुंची थी। तभी गलत दिशा से आ रहे कंटेनर ने सामने से टक्कर मार दी, जिसमें उनके भाई डॉ. आनंद प्रकाश समेत सभी चारों लोगों की मौत हो गई। डॉ. आदित्य की तहरीर के मुताबिक प्रत्यक्ष दर्शियों ने उन्हें बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर कुछ दिन पहले गड्ढा हो गया था। इसके बाद भी पूर्वांचल आथॉरिटी की ओर से कोई सांकेतिक चिह्न नहीं लगाया गया। जिसकी वजह से यह हादसा हुआ है।