अब वक्त आगे बढ़कर देखने का है। भारत का लोहा तो दुनिया पहले से ही मानती है, अब आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को साकार करने का वक्त है। कोरोना काल में नए इरादों, नई क्षमताओं के साथ खुद की पहचान बनाने वाले आत्मनिर्भर युवा दुनिया के लिए ब्रांड बन चुके हैं, बस इस संकल्प को सींचना होगा और जड़ों से जुड़े रहकर हर भारतीय को आगे बढ़ना होगा। यह निष्कर्ष रहा शनिवार को प्रवासी भारतीय दिवस पर अमर उजाला द्वारा आयोजित वेबिनार में विशेषज्ञों से संवाद का। देश-दुनिया में अपनी चमक बिखेर रहे लखनवी और सामाजिक मोर्चे पर योगदान दे रही शख्सियतें इस वेबिनार का हिस्सा रहीं। जानिए क्या कहा उन्होंने।