दुनियाभर में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर अब पांच करोड़ सात लाख के पार हो गए हैं जबकि मरने वालों की संख्या भी 12 लाख 62 हजार से ऊपर है। इसकी वैक्सीन बनाने का काम तो तेजी से चल रहा है, लेकिन यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आखिर पूरी दुनिया के लोगों को वैक्सीन कब तक मिल पाएगी और यह महामारी कब खत्म होगी। हालांकि इस बीच ब्रिटेन से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। ब्रिटेन के अखबार द मेल के मुताबिक, वैक्सीन को लेकर पिछले हफ्ते एक बैठक हुई थी, जिसमें यह कहा गया है कि इस महीने के आखिर से देश में वैक्सीन का वितरण शुरू किया जा सकता है। शुरुआत में 80 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाया जाएगा।
ब्रिटिश अखबार द मेल ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है कि लोगों को वैक्सीन की दो डोज दी जाएगी, जिसमें तीन से चार हफ्तों का अंतर रखा जाएगा। इसके अलावा वैक्सीन का वितरण किन-किन जगहों पर किया जाएगा, उसकी लिस्ट भी तैयार हो चुकी है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्रिटेन की सरकार ने वैक्सीन के लिए छह अलग-अलग कंपनियों से समझौता किया है, जिसमें वैक्सीन की 35 करोड़ खुराक के लिए डील हुई है। इसमें सबसे आगे ऑक्सफोर्ड और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन और फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन को माना जा रहा है।
पिछले हफ्ते ही ब्रिटेन की वैक्सीन टास्क फोर्स की प्रमुख केट बिंघम ने कहा था कि अगर नियामक वैक्सीन को सुरक्षित घोषित करते हैं तो यह इस साल के अंत तक उपलब्ध हो सकती है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, नेशनल हेल्थ सर्विस इंग्लैंड ने डॉक्टरों से कहा है कि उन्हें प्रत्येक वैक्सीन की डोज के लिए 12.58 पौंड यानी लगभग 1200 रुपये मिलेंगे। उन्हें यह भी कहा गया है कि अगर वैक्सीन को मंजूरी मिल जाती है तो उन्हें हफ्ते में सातों दिन, रोजाना 12 घंटे तक काम करने के लिए तैयार रहना होगा।