बॉलीवुड के शो मैन राज कपूर ने अपने महत्वकांक्षी प्रोजक्ट मेरा नाम जोकर का निर्माण बड़े ही शानदार ढंग से किया था। हालांकि फिल्म दर्शकों को कुछ खास पसंद नहीं आईं। राज कपूर के फैंस को ये कहानी भले ही ना अच्छी लगी हो, लेकिन क्रिटिक्स से इस फिल्म को अच्छा रिस्पॉन्स मिला था। इस फिल्म से भोले-भाले ऋषि कपूर ने भी एक्टिंग में डेब्यू किया था। हालांकि इस फिल्म में वो एक बाल कलाकार के रुप में नजर आए थे। इस फिल्म से जुड़ा एक किस्सा है जिसे अक्सर याद किया जाता है। आपको बताते हैं फिल्म के सीन से जुड़े उस किस्से के बारे में जो राज कपूर के जीवन से प्रभावित था।
इस फिल्म में ऋषि कपूर के अपोजिट थीं एक्ट्रेस सिमी ग्रेवाल जिन्होंने एक शिक्षिका का किरदार निभाया था। फिल्म में दिखाया गया था कि एक्टर ऋषि कपूर जो की एक स्टूडेंट रहते हैं उन्हें अपने से बड़ी उम्र की महिला और शिक्षिका सिमी से लगाव हो जाता है। इस सीन के बारे में खुलासा करते हुए सिमी ग्रेवाल ने एक इंटरव्यू में बताया था कि फिल्म का ये सीन राज कपूर साहब की रियल लाइफ से प्रेरित होकर डाला गया था।
अपने कैरेक्टर मिस मैरी के बारे में बात करते हुए सिमी ने बताया कि, 'इस बात में कोई दो राय नहीं है कि मेरा नाम जोकर में निभाया गया किरदार उनके करियर के सबसे चर्चित रोल्स में से एक रहा। ये किरदार राज साहब की निजी जिंदगी से प्रेरित था। दरअसल जब राज कपूर टीनएज में थे तो उन्हें भी अपनी एक टीचर पर क्रश हो गया था।
उस किस्से को याद करते हुए सिमी कहती हैं, 'एक दफा राज जी ने मुझसे बताया था कि जब वो कोल ब्राउन्स स्कूल में पढ़ाई करते थे तो उन्हें एक एंग्लो इंडियन टीचर काफी अच्छी लगती थीं। इसके बाद उन्हें आगे चलकर शांति निकेतन में दामयंती नाम की लड़की पर क्रश हो गया था। ये लड़की ही आगे जाकर दामयंती सहानी बनीं। उन्होंने बलराज साहनी से शादी की थी। ऐसे में जो मिस मैरी का किरदार था वो इन्ही दो महिलाओं पर आधारित था'।
बता दें कि फिल्म मेरा नाम जोकर 18 दिसंबर 1950 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म में ऋषि कपूर, राज कपूर, मनोज कुमार, अचला सचदेव, ओम प्रकाश जैसे मशहूर कलाकार शामिल थे। ये फिल्म इसलिए भी याद रखी जाती है क्योंकि बॉलीवुड की ये पहली ऐसी फिल्म थी जिसमें दो इंटरवल थे। हालांकि ये फिल्म लोगों के उम्मीद पर खरी नहीं उतर पाई थी। इसके बाद फिल्म बॉबी से राज कपूर ने इस फिल्म के नुकसान की भरपाई की थी।